Pakistan Earthquake: पाकिस्तान में आधी रात में डोली धरती, नींद में ही घरों से दौड़े लोग; जानें कितनी थी तीव्रता?
पाकिस्तान में रविवार (03 अगस्त, 2025) की देर रात भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई. यह भूकंप 12 बजकर 40 मिनट पर आया था. NCS ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया, 'पाकिस्तान में रविवार की देर रात 12.40 बजे भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 4.8 मैग्नीट्यूड मापी गई. इस भूकंप की गहराई जमीन के अंदर 10 किमी थी.' भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद खुल गई और वो अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए. EQ of M: 4.8, On: 03/08/2025 00:40:31 IST, Lat: 33.36 N, Long: 73.23 E, Depth: 10 Km, Location: Pakistan. For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/MEixtQeoLk — National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) August 2, 2025 पाकिस्तान के ARY न्यूज ने बताया कि शनिवार (2 अगस्त, 2025) को भी एक जोरदार भूकंप आया था, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.4 मापी गई थी. भूकंप के झटके खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और इस्लामाबाद में महसूस हुए. इन झटकों से लोग डर गए और पैनिक क्रिएट हुआ. पाकिस्तान में अकसर आते हैं बड़े-बड़े भूकंप जिन भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर कम गहराई में होता है, वो ज्यादा खतरनाक होते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऐसे भूकंप से आने वाली भूकंपीय तरंगों की सतह तक पहुंचने की दूरी कम होती है, जिसकी वजह से जमीन ज्यादा हिलती है और इमारतों को ज्यादा नुकसान होने की संभावना होती है. पाकिस्तान दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय देशों में से एक है, जहां कई बड़े भूकंप आते रहते हैं. इसलिए पाकिस्तान में अकसर भूकंप से काफी ज्यादा नुकसान होता रहता है. पाकिस्तान के किन राज्यों में भूकंप का अधिक खतरा? पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे राज्य यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी किनारे पर स्थित हैं, जबकि सिंध और पंजाब भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं, जिससे यहां अकसर भूकंप आते हैं. बलूचिस्तान अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच सक्रिय सीमा के पास स्थित है. पंजाब जैसे संवेदनशील क्षेत्र, जो भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है, भूकंपीय गतिविधियों के प्रति संवेदनशील हैं. सिंध, हालांकि कम संवेदनशील है, फिर भी अपनी स्थिति के कारण जोखिम में है.

पाकिस्तान में रविवार (03 अगस्त, 2025) की देर रात भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई. यह भूकंप 12 बजकर 40 मिनट पर आया था.
NCS ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर बताया, 'पाकिस्तान में रविवार की देर रात 12.40 बजे भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता 4.8 मैग्नीट्यूड मापी गई. इस भूकंप की गहराई जमीन के अंदर 10 किमी थी.' भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोगों की नींद खुल गई और वो अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए.
EQ of M: 4.8, On: 03/08/2025 00:40:31 IST, Lat: 33.36 N, Long: 73.23 E, Depth: 10 Km, Location: Pakistan.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/MEixtQeoLk — National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) August 2, 2025
पाकिस्तान के ARY न्यूज ने बताया कि शनिवार (2 अगस्त, 2025) को भी एक जोरदार भूकंप आया था, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.4 मापी गई थी. भूकंप के झटके खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और इस्लामाबाद में महसूस हुए. इन झटकों से लोग डर गए और पैनिक क्रिएट हुआ.
पाकिस्तान में अकसर आते हैं बड़े-बड़े भूकंप
जिन भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर कम गहराई में होता है, वो ज्यादा खतरनाक होते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऐसे भूकंप से आने वाली भूकंपीय तरंगों की सतह तक पहुंचने की दूरी कम होती है, जिसकी वजह से जमीन ज्यादा हिलती है और इमारतों को ज्यादा नुकसान होने की संभावना होती है. पाकिस्तान दुनिया के सबसे भूकंपीय रूप से सक्रिय देशों में से एक है, जहां कई बड़े भूकंप आते रहते हैं. इसलिए पाकिस्तान में अकसर भूकंप से काफी ज्यादा नुकसान होता रहता है.
पाकिस्तान के किन राज्यों में भूकंप का अधिक खतरा?
पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और गिलगित-बाल्टिस्तान जैसे राज्य यूरेशियन प्लेट के दक्षिणी किनारे पर स्थित हैं, जबकि सिंध और पंजाब भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित हैं, जिससे यहां अकसर भूकंप आते हैं. बलूचिस्तान अरब और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटों के बीच सक्रिय सीमा के पास स्थित है. पंजाब जैसे संवेदनशील क्षेत्र, जो भारतीय प्लेट के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित है, भूकंपीय गतिविधियों के प्रति संवेदनशील हैं. सिंध, हालांकि कम संवेदनशील है, फिर भी अपनी स्थिति के कारण जोखिम में है.
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