India-Pakistan Border: बौखलाया पाकिस्तान कर रहा भारत की जासूसी? भारतीय सीमा में दाखिल हुआ ड्रोन तो मच गया हड़कंप
जैसलमेर में भारत-पाक बॉर्डर पर एक संदिग्ध ड्रोन मिला है. कैमरा ड्रोन तनोट थाना क्षेत्र के लोंगेवाला एरिया में पाया गया है. हालांकि, BSF ने ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ड्रोन कहां से उड़ाया गया? किसने उड़ाया? ड्रोन को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था या फिर भारतीय सीमा से ये अभी यह साफ नहीं हो सका है. हालांकि, ड्रोन के जरिए पाकिस्तान की तरफ से जासूसी किए जाने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन की रेंज और फीड खंगाल रही हैं. संदिग्ध ड्रोन मिलने के बाद नजदीकी की चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. हालांकि, ये पहली बार नहीं है इससे पहले भी जैसलमेर सीमा पर कई बार संदिग्ध डिवाइस मिल चुके हैं. वहीं ये ऐसे मौके पर मिला है, जब स्वतंत्रता दिवस नजदीक है, लेकि BSF की सतर्कता ने ड्रोन को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. ड्रोन का मिलना इसलिए भी चिंता का विषय है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में DRDO गेस्ट हाउस के मैनेजर को पकड़ा गया है. सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों के लिए ड्रोन बैनजैसलमेर जिले के सीमावर्ती इलाकों में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. इस दौरान जिला प्रशासन ने आम नागरिकों की तरफ से ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है. इसका उद्देश्य बॉर्डर पर होने वाली किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि और जासूसी को रोकना है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद BSF ज्यादा सतर्क हो चुकी है. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस से पहले सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए चलाया जा रहा एक विशेष अभियान है. इसके तहत न केवल सीमा पर गश्त बढ़ाई गई है, बल्कि आसपास के गांवों और संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी भी तेज की गई है. ड्रोन जैसी हाई-टेक डिवाइस का मिलना यह संकेत देता है कि दुश्मन देश तकनीकी माध्यमों से भी सीमा पार की गतिविधियों पर नजर रख रहा है. ये भी पढ़ें: Weather Forecast Today: यूपी में तेज हवाएं और भारी बारिश, उत्तराखंड में रेड अलर्ट, जानें कैसा रहेगा दिल्ली से बिहार तक का मौसम

जैसलमेर में भारत-पाक बॉर्डर पर एक संदिग्ध ड्रोन मिला है. कैमरा ड्रोन तनोट थाना क्षेत्र के लोंगेवाला एरिया में पाया गया है. हालांकि, BSF ने ड्रोन को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ड्रोन कहां से उड़ाया गया? किसने उड़ाया? ड्रोन को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था या फिर भारतीय सीमा से ये अभी यह साफ नहीं हो सका है. हालांकि, ड्रोन के जरिए पाकिस्तान की तरफ से जासूसी किए जाने की आशंका जताई जा रही है. इस बीच सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन की रेंज और फीड खंगाल रही हैं.
संदिग्ध ड्रोन मिलने के बाद नजदीकी की चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है. हालांकि, ये पहली बार नहीं है इससे पहले भी जैसलमेर सीमा पर कई बार संदिग्ध डिवाइस मिल चुके हैं. वहीं ये ऐसे मौके पर मिला है, जब स्वतंत्रता दिवस नजदीक है, लेकि BSF की सतर्कता ने ड्रोन को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. ड्रोन का मिलना इसलिए भी चिंता का विषय है क्योंकि हाल ही में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में DRDO गेस्ट हाउस के मैनेजर को पकड़ा गया है.
सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों के लिए ड्रोन बैन
जैसलमेर जिले के सीमावर्ती इलाकों में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है. इस दौरान जिला प्रशासन ने आम नागरिकों की तरफ से ड्रोन उड़ाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है. इसका उद्देश्य बॉर्डर पर होने वाली किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि और जासूसी को रोकना है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद BSF ज्यादा सतर्क हो चुकी है. बता दें कि स्वतंत्रता दिवस से पहले सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए चलाया जा रहा एक विशेष अभियान है. इसके तहत न केवल सीमा पर गश्त बढ़ाई गई है, बल्कि आसपास के गांवों और संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी भी तेज की गई है. ड्रोन जैसी हाई-टेक डिवाइस का मिलना यह संकेत देता है कि दुश्मन देश तकनीकी माध्यमों से भी सीमा पार की गतिविधियों पर नजर रख रहा है.
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