IND vs ENG 3rd Test: 'ये तो कॉमन सेंस है...', रवि शास्त्री को किस पर आया इतना गुस्सा, सुना दी खरी-खोटी
भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर तीसरा टेस्ट खेला जा रहा है. टेस्ट के तीसरे दिन के पहले सेशन में अंपायर ने बॉल बदलने में देरी की तो भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री भड़क गए. उनका कहना था कि अंपायर्स समय की बर्बादी किए बिना भी ऐसा कर सकते थे. उन्हें इस बात का भी गुस्सा आया कि बॉक्स के अंदर जिन गेंदों को अंपायर चेक कर रहे थे, उनमें से कोई भी गेज के अंदर से नहीं गुजर सकी. ये वाकया तीसरे दिन के पहले सेशन का है, जब ड्रिंक्स ब्रेक के बाद अंपायर्स ने गेंद देखी और इसे बदलने का फैसला किया. ये प्रक्रिया ब्रेक खत्म होने के बाद शुरू हुई. रवि शास्त्री के साथ कमेंट्री कर रहे इयान वार्ड भी इससे हैरान हुए, उन्होंने फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अगर बदलनी ही थी तो ब्रेक की शुरुआत में ही इसका फैसला क्यों नहीं किया गया. वार्ड ने कहा, "ये मजाक चल रहा है? अंपायर ने गेंद को बदलने का फैसला किया है. अगर ये करना था तो ड्रिंक्स ब्रेक की शुरुआत में क्यों नहीं फैसला किया गया? पूरा ब्रेक खत्म होने का इन्तजार क्यों किया गया. अभी तक तो मैच शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन अब अंपायर गेंद को बदलना चाहते हैं." रवि शास्त्री ने क्या कहा इस पर भारत के पूर्व क्रिकेटर और पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भी सहमति जताते हुए कहा, "आपसे पूरी तरह सहमत हूं, ये समझ से परे है. ये तो कॉमन सेंस वाली बात है. सबसे अजीब बात ये हैं कि बॉक्स के अंदर 5 गेंदों को गेज से गुजारा गया, लेकिन कोई भी इसके अंदर से नहीं जा सकी. तो फिर ये गेंदें बॉक्स के अंदर रखी ही क्यों गई है?" क्रिकेट में गेज क्या होता है? बता दें कि अंपायर गेज नाम का उपकरण अपने पास रखते हैं. इसे वह गेंद को जांचने के लिए उपयोग करते हैं. ये गोल आकर का होता है, इससे जांचा जाता है कि क्रिकेट की गेंद का आकार क्रिकेट के नियमों द्वारा निर्धारित मानक मापों को पूरा करता है या नहीं. गेंद को इसके अंदर से गुजरना चाहिए, नहीं तो गेंद बदली जाती है. तीसरे दिन भारत की पहली पारी 387 रनों पर समाप्त हुई, इंग्लैंड ने भी पहली पारी में इतने ही रन बनाए थे. यानी पहली पारी के आधार पर किसी टीम के पास कोई बढ़त नहीं है. अब 2 दिनों का खेल बचा हुआ है, इंग्लैंड की दूसरी पारी आज 2 रनों से आगे बढ़ेगी.

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर तीसरा टेस्ट खेला जा रहा है. टेस्ट के तीसरे दिन के पहले सेशन में अंपायर ने बॉल बदलने में देरी की तो भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री भड़क गए. उनका कहना था कि अंपायर्स समय की बर्बादी किए बिना भी ऐसा कर सकते थे. उन्हें इस बात का भी गुस्सा आया कि बॉक्स के अंदर जिन गेंदों को अंपायर चेक कर रहे थे, उनमें से कोई भी गेज के अंदर से नहीं गुजर सकी.
ये वाकया तीसरे दिन के पहले सेशन का है, जब ड्रिंक्स ब्रेक के बाद अंपायर्स ने गेंद देखी और इसे बदलने का फैसला किया. ये प्रक्रिया ब्रेक खत्म होने के बाद शुरू हुई. रवि शास्त्री के साथ कमेंट्री कर रहे इयान वार्ड भी इससे हैरान हुए, उन्होंने फैसले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अगर बदलनी ही थी तो ब्रेक की शुरुआत में ही इसका फैसला क्यों नहीं किया गया.
वार्ड ने कहा, "ये मजाक चल रहा है? अंपायर ने गेंद को बदलने का फैसला किया है. अगर ये करना था तो ड्रिंक्स ब्रेक की शुरुआत में क्यों नहीं फैसला किया गया? पूरा ब्रेक खत्म होने का इन्तजार क्यों किया गया. अभी तक तो मैच शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन अब अंपायर गेंद को बदलना चाहते हैं."
रवि शास्त्री ने क्या कहा
इस पर भारत के पूर्व क्रिकेटर और पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने भी सहमति जताते हुए कहा, "आपसे पूरी तरह सहमत हूं, ये समझ से परे है. ये तो कॉमन सेंस वाली बात है. सबसे अजीब बात ये हैं कि बॉक्स के अंदर 5 गेंदों को गेज से गुजारा गया, लेकिन कोई भी इसके अंदर से नहीं जा सकी. तो फिर ये गेंदें बॉक्स के अंदर रखी ही क्यों गई है?"
क्रिकेट में गेज क्या होता है?
बता दें कि अंपायर गेज नाम का उपकरण अपने पास रखते हैं. इसे वह गेंद को जांचने के लिए उपयोग करते हैं. ये गोल आकर का होता है, इससे जांचा जाता है कि क्रिकेट की गेंद का आकार क्रिकेट के नियमों द्वारा निर्धारित मानक मापों को पूरा करता है या नहीं. गेंद को इसके अंदर से गुजरना चाहिए, नहीं तो गेंद बदली जाती है.
तीसरे दिन भारत की पहली पारी 387 रनों पर समाप्त हुई, इंग्लैंड ने भी पहली पारी में इतने ही रन बनाए थे. यानी पहली पारी के आधार पर किसी टीम के पास कोई बढ़त नहीं है. अब 2 दिनों का खेल बचा हुआ है, इंग्लैंड की दूसरी पारी आज 2 रनों से आगे बढ़ेगी.
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