IND vs ENG: 'तुम नॉनवेज नहीं खा सकते क्योंकि...', रॉबिन उथप्पा ने इंग्लैंड के खिलाड़ियों को लताड़ा; जानिए क्यों
भारतीय क्रिकेट टीम बेशक टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिछड़ी हुई है, लेकिन हर मैच में उन्होंने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी है. भारत के बल्लेबाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है हालांकि गेंदबाजी थोड़ी संघर्ष करती हुई नजर आई. मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के प्लेयर्स ने एक गैरजरूरी विवाद खड़ा किया. उन्होंने तब मैच खत्म करने की मांग रखी जब रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे. इसको लेकर अब रॉबिन उथप्पा ने भी इंग्लिश प्लेयर्स को लताड़ लगाई है. रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर द्वारा हाथ नहीं मिलाने और मैच समाप्त करने के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स समेत जैक क्रॉली और बेन डकेट भड़क उठे. जैक क्रॉली ने इसे शर्मनाक बताया. रॉबिन उथप्पा इस तरह की बयानबाजी से खुश नहीं हैं. रॉबिन उथप्पा ने क्या कहा उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव दौरान कहा, "बातचीत करने में कोई बुराई नहीं, ठीक है. हमारे पास दिन का खेल खत्म होने में समय नहीं बचा है, क्या हम बाहर जा सकते हैं? कोई अगर शतक के करीब है और वो इसके लिए नहीं माने तो बिल्कुल उसका हक है. हमें लगता है हम इसके हकदार हैं. लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ी तो पीछे ही पड़ गए. जैक क्रॉली, बेन डकेट जैसे खिलाड़ी, कर क्या रहे थे?" उन्होंने कहा, "ये जरुरी था, क्योंकि टेस्ट शतक एक टेस्ट शतक होता है. बहुत कम लोग, करीब क्रिकेट जगत के 1 या 2 प्रतिशत लोग ही ऐसा कर पाते हैं. मुझे ये बात बहुत अजीब लगी, जैसे भारतीयों को बताया जा रहा हो कि हमें क्या करना है, क्या सोचना है. आप नियमों का पालन करें, जैसा खेलना चाहते हो खेलो, हम ठीक हैं." रॉबिन ने कहा, "यह मानों ऐसा है जैसे आप बोल रहे हो कि नॉनवेज खाना नहीं खा सकते क्योंकि यह हमारे नैतिकता के विरुद्ध है. यह ऐसा ही है. अगर मैं नॉनवेज खाता हूं और आप वेज खाना खाते हो तो आपको इससे क्या फर्क पड़ता है? हम दोनों अपनी अपनी जगह पर खुश रह सकते हैं." इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने खड़ा किया था विवाद चौथे टेस्ट में भारत की हार पक्की समझी जा रही थी, लेकिन 5 सेशन तक भारतीय बल्लेबाज चट्टान की तरह खड़े रहे और मैच को ड्रा किया. ये भारत की जीत नहीं थी लेकिन इंग्लैंड की हार जरूर थी, इससे बौखलाए इंग्लैंड के प्लेयर्स ने एक नई चाल चली. जब रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे तब बेन स्टोक्स उनसे हाथ मिलाने आए क्योंकि वो चाहते थे अब मैच रोक दिया जाए. शुभमन गिल ने इस प्रस्ताव को नहीं माना, हालांकि टीम इंडिया भी इस मैच को जीत नहीं सकती थी लेकिन कप्तान चाहते थे कि जडेजा और सुंदर इस शानदार पारी को शतक में बदलें. हुआ भी ऐसा ही, दोनों ने अपने अपने शतक पूरे किए, सुंदर की ये पहली अंतर्राष्ट्रीय सेंचुरी थी. इससे पहले शुभमन गिल ने भी शतक जड़ा था. केएल राहुल ने 90 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी.

भारतीय क्रिकेट टीम बेशक टेस्ट सीरीज में 1-2 से पिछड़ी हुई है, लेकिन हर मैच में उन्होंने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी है. भारत के बल्लेबाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है हालांकि गेंदबाजी थोड़ी संघर्ष करती हुई नजर आई. मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट के आखिरी दिन इंग्लैंड के प्लेयर्स ने एक गैरजरूरी विवाद खड़ा किया. उन्होंने तब मैच खत्म करने की मांग रखी जब रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे. इसको लेकर अब रॉबिन उथप्पा ने भी इंग्लिश प्लेयर्स को लताड़ लगाई है.
रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर द्वारा हाथ नहीं मिलाने और मैच समाप्त करने के प्रस्ताव को ठुकराने के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स समेत जैक क्रॉली और बेन डकेट भड़क उठे. जैक क्रॉली ने इसे शर्मनाक बताया. रॉबिन उथप्पा इस तरह की बयानबाजी से खुश नहीं हैं.
रॉबिन उथप्पा ने क्या कहा
उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर लाइव दौरान कहा, "बातचीत करने में कोई बुराई नहीं, ठीक है. हमारे पास दिन का खेल खत्म होने में समय नहीं बचा है, क्या हम बाहर जा सकते हैं? कोई अगर शतक के करीब है और वो इसके लिए नहीं माने तो बिल्कुल उसका हक है. हमें लगता है हम इसके हकदार हैं. लेकिन इंग्लैंड के खिलाड़ी तो पीछे ही पड़ गए. जैक क्रॉली, बेन डकेट जैसे खिलाड़ी, कर क्या रहे थे?"
उन्होंने कहा, "ये जरुरी था, क्योंकि टेस्ट शतक एक टेस्ट शतक होता है. बहुत कम लोग, करीब क्रिकेट जगत के 1 या 2 प्रतिशत लोग ही ऐसा कर पाते हैं. मुझे ये बात बहुत अजीब लगी, जैसे भारतीयों को बताया जा रहा हो कि हमें क्या करना है, क्या सोचना है. आप नियमों का पालन करें, जैसा खेलना चाहते हो खेलो, हम ठीक हैं."
रॉबिन ने कहा, "यह मानों ऐसा है जैसे आप बोल रहे हो कि नॉनवेज खाना नहीं खा सकते क्योंकि यह हमारे नैतिकता के विरुद्ध है. यह ऐसा ही है. अगर मैं नॉनवेज खाता हूं और आप वेज खाना खाते हो तो आपको इससे क्या फर्क पड़ता है? हम दोनों अपनी अपनी जगह पर खुश रह सकते हैं."
इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने खड़ा किया था विवाद
चौथे टेस्ट में भारत की हार पक्की समझी जा रही थी, लेकिन 5 सेशन तक भारतीय बल्लेबाज चट्टान की तरह खड़े रहे और मैच को ड्रा किया. ये भारत की जीत नहीं थी लेकिन इंग्लैंड की हार जरूर थी, इससे बौखलाए इंग्लैंड के प्लेयर्स ने एक नई चाल चली. जब रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर अपने शतक के करीब थे तब बेन स्टोक्स उनसे हाथ मिलाने आए क्योंकि वो चाहते थे अब मैच रोक दिया जाए.
शुभमन गिल ने इस प्रस्ताव को नहीं माना, हालांकि टीम इंडिया भी इस मैच को जीत नहीं सकती थी लेकिन कप्तान चाहते थे कि जडेजा और सुंदर इस शानदार पारी को शतक में बदलें. हुआ भी ऐसा ही, दोनों ने अपने अपने शतक पूरे किए, सुंदर की ये पहली अंतर्राष्ट्रीय सेंचुरी थी. इससे पहले शुभमन गिल ने भी शतक जड़ा था. केएल राहुल ने 90 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली थी.
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