Bengaluru Stampede: कर्नाटक पुलिस ने पहले ही जताई थी 'अप्रिय' घटना की आशंका, भगदड़ से पहले सिद्धारमैया सरकार को लिखी थी चिट्ठी
RCB Chinnaswamy Stadium Stampede: बेंगलुरु के कर्नाटक विधान सौध में तैनात पुलिस ने RCB की आईपीएल जीत का जश्न वहां की बड़ी सीढ़ियों पर मनाने के खिलाफ चेतावनी दी थी. पुलिस का कहना था कि वहां सुरक्षा कर्मचारियों की कमी है और इतने सारे लोगों की भीड़ को संभालना मुश्किल होगा. RCB की जीत के अगले दिन, यानी 4 जून को विधान सौध के पुलिस उपायुक्त (DCP) एम. एन. करिबसवाना गौड़ा ने सरकार को चिट्ठी लिखी. इसमें उन्होंने कहा कि लाखों क्रिकेट फैंस के आने की उम्मीद है और इतनी जल्दी सुरक्षा का इंतजाम करना मुश्किल है. उन्होंने यह भी कहा कि विधान सौध जैसे जरूरी जगह पर आसपास और सामने काफी कम CCTV कैमरे लगे हैं. कर्नाटक सरकार पर उठ रहे सवाल घटना के बाद राज्य सरकार पर रैली की खराब तैयारी को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं. चिन्नास्वामी स्टेडियम और विधान सौध में हुए इस कार्यक्रम में भारी भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई. इसमें एक 14 साल की लड़की भी शामिल थी. अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें RCB का एक मार्केटिंग अधिकारी भी शामिल है. पुलिस की चिट्ठी से हुआ बड़ा खुलासा NDTV ने पुलिस की एक चिट्ठी के हवाले से बताया, "पुलिस ने अवगत कराया था कि विधान सौध में RCB की जीत का जश्न मनाना खतरे से खाली नहीं है. पुलिस ने पहले ही सरकार को चेतावनी दी थी कि इतनी भीड़ को संभालना मुश्किल होगा. विधान सौध में सुरक्षा कर्मचारी कम हैं और वहां ज्यादा CCTV कैमरे भी नहीं लगे हैं." चिट्ठी के मुताबिक, पुलिस ने कहा था कि लाखों फैंस आ सकते हैं और सुरक्षा के लिए ज्यादा समय और तैयारी चाहिए. उन्होंने बाहर से पुलिस बुलाने और ट्रैफिक और कानून विभाग से तालमेल की बात भी कही थी. पुलिस ने कुछ और अहम बातों की ओर भी ध्यान दिलाया, जिसमें कहा गया, "लोगों के द्वारा ड्रोन कैमरे उड़ाने की संभावना जताई गई, इसलिए पुलिस ने वहां एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाने की सलाह दी." पुलिस ने घटना से पहले सरकार से की ये अपील पुलिस ने कहा कि सचिवालय के कर्मचारियों के परिवारों को कार्यक्रम में आने की अनुमति न दी जाए. चिट्ठी में लिखा गया कि चूंकि कार्यक्रम 4 जून को शाम 4 बजे है, इसलिए कई कर्मचारी अपने परिवार को ला सकते हैं. इसलिए सरकार से अनुरोध किया गया कि कर्मचारियों को परिवार लाने से रोका जाए और सचिवालय में आधा दिन की छुट्टी घोषित की जाए." पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि विधान सौध एक ऐतिहासिक इमारत है, इसलिए कार्यक्रम में कोई नुकसान न हो, इसका खास ध्यान रखना जरूरी है. सब कुछ सुरक्षा नियमों के तहत होना चाहिए. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि सरकार जो भी आखिरी फैसला लेगी, उसका पालन किया जाएगा. बेंगलुरु भगदड़ मामले में अब तक क्या हुई कार्रवाई? 4 जून को हुई भगदड़ की घटना के बाद RCB, DNA एंटरटेनमेंट और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें गैर इरादतन हत्या की धारा भी शामिल है. ये भी पढ़ें- 'हम 243 सीट नहीं जीतेंगे, लेकिन अगर गलत आदमी को टिकट दिया तो...', बिहार चुनाव से पहले प्रशांत किशोर ने कही बड़ी बात

RCB Chinnaswamy Stadium Stampede: बेंगलुरु के कर्नाटक विधान सौध में तैनात पुलिस ने RCB की आईपीएल जीत का जश्न वहां की बड़ी सीढ़ियों पर मनाने के खिलाफ चेतावनी दी थी. पुलिस का कहना था कि वहां सुरक्षा कर्मचारियों की कमी है और इतने सारे लोगों की भीड़ को संभालना मुश्किल होगा.
RCB की जीत के अगले दिन, यानी 4 जून को विधान सौध के पुलिस उपायुक्त (DCP) एम. एन. करिबसवाना गौड़ा ने सरकार को चिट्ठी लिखी. इसमें उन्होंने कहा कि लाखों क्रिकेट फैंस के आने की उम्मीद है और इतनी जल्दी सुरक्षा का इंतजाम करना मुश्किल है. उन्होंने यह भी कहा कि विधान सौध जैसे जरूरी जगह पर आसपास और सामने काफी कम CCTV कैमरे लगे हैं.
कर्नाटक सरकार पर उठ रहे सवाल
घटना के बाद राज्य सरकार पर रैली की खराब तैयारी को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं. चिन्नास्वामी स्टेडियम और विधान सौध में हुए इस कार्यक्रम में भारी भीड़ की वजह से भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई. इसमें एक 14 साल की लड़की भी शामिल थी. अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें RCB का एक मार्केटिंग अधिकारी भी शामिल है.
पुलिस की चिट्ठी से हुआ बड़ा खुलासा
NDTV ने पुलिस की एक चिट्ठी के हवाले से बताया, "पुलिस ने अवगत कराया था कि विधान सौध में RCB की जीत का जश्न मनाना खतरे से खाली नहीं है. पुलिस ने पहले ही सरकार को चेतावनी दी थी कि इतनी भीड़ को संभालना मुश्किल होगा. विधान सौध में सुरक्षा कर्मचारी कम हैं और वहां ज्यादा CCTV कैमरे भी नहीं लगे हैं."
चिट्ठी के मुताबिक, पुलिस ने कहा था कि लाखों फैंस आ सकते हैं और सुरक्षा के लिए ज्यादा समय और तैयारी चाहिए. उन्होंने बाहर से पुलिस बुलाने और ट्रैफिक और कानून विभाग से तालमेल की बात भी कही थी. पुलिस ने कुछ और अहम बातों की ओर भी ध्यान दिलाया, जिसमें कहा गया, "लोगों के द्वारा ड्रोन कैमरे उड़ाने की संभावना जताई गई, इसलिए पुलिस ने वहां एंटी-ड्रोन सिस्टम लगाने की सलाह दी."
पुलिस ने घटना से पहले सरकार से की ये अपील
पुलिस ने कहा कि सचिवालय के कर्मचारियों के परिवारों को कार्यक्रम में आने की अनुमति न दी जाए. चिट्ठी में लिखा गया कि चूंकि कार्यक्रम 4 जून को शाम 4 बजे है, इसलिए कई कर्मचारी अपने परिवार को ला सकते हैं. इसलिए सरकार से अनुरोध किया गया कि कर्मचारियों को परिवार लाने से रोका जाए और सचिवालय में आधा दिन की छुट्टी घोषित की जाए."
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि विधान सौध एक ऐतिहासिक इमारत है, इसलिए कार्यक्रम में कोई नुकसान न हो, इसका खास ध्यान रखना जरूरी है. सब कुछ सुरक्षा नियमों के तहत होना चाहिए. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि सरकार जो भी आखिरी फैसला लेगी, उसका पालन किया जाएगा.
बेंगलुरु भगदड़ मामले में अब तक क्या हुई कार्रवाई?
4 जून को हुई भगदड़ की घटना के बाद RCB, DNA एंटरटेनमेंट और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें गैर इरादतन हत्या की धारा भी शामिल है.
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