8वें वेतन आयोग के बाद इतनी हो सकती है असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर की सैलरी, जानकर चौंक जाएंगे आप!

सरकारी नौकरी करने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए इस समय सबसे बड़ी उम्मीद है 8वां वेतन आयोग. हर कर्मचारी की नजर इस बात पर टिकी है कि उसकी तनख्वाह में अबकी बार कितना इजाफा होगा. खासकर लेवल-6 (ग्रेड पे 4200) वाले कर्मचारी, जैसे कि असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO), इस बदलाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. वर्तमान में लेवल-6 पर काम करने वाले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 35,400 रुपये प्रति माह है. लेकिन जैसे-जैसे 8वें वेतन आयोग की चर्चा तेज हो रही है, वैसे-वैसे इस सवाल का जवाब जानने की जिज्ञासा बढ़ती जा रही है- अब सैलरी कितनी होगी? क्या होता है फिटमेंट फैक्टर? जब कोई नया वेतन आयोग आता है, तो सैलरी को पुराने ढांचे से नए ढांचे में बदलने के लिए एक गुणांक तय किया जाता है, जिसे फिटमेंट फैक्टर कहते हैं. 7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था. अब 8वें वेतन आयोग के लिए सूत्रों के मुताबिक यह फैक्टर लगभग 1.92 होने की उम्मीद है. यानी कर्मचारी की वर्तमान बेसिक सैलरी को 1.92 से गुणा कर दिया जाए तो नई बेसिक बनती है. अगर किसी की मौजूदा बेसिक सैलरी 35,400 रुपये है, तो उसे 1.92 से गुणा करने पर नई बेसिक सैलरी लगभग 67,968 रुपये हो जाएगी. यानी आपकी बेसिक सैलरी सीधे लगभग 68 हजार रुपये तक पहुंच सकती है. सैलरी में सिर्फ बेसिक नहीं बढ़ेगी, भत्ते भी होंगे दोगुने नई बेसिक सैलरी के साथ-साथ भत्तों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इनमें सबसे बड़ा हिस्सा होगा हाउस रेंट अलाउंस (HRA) का. अगर कोई कर्मचारी दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहर में तैनात है तो उसे HRA के रूप में बेसिक का 30 प्रतिशत तक मिल सकता है. ऐसे में 68 हजार रुपये की बेसिक सैलरी पर HRA करीब 20,400 रुपये हो सकता है. इसके अलावा कर्मचारियों को ट्रैवल अलाउंस (TA) भी मिलता है. बड़े शहरों के लिए यह 3600 रुपये प्रति माह तक हो सकता है. जबकि महंगाई भत्ता (DA) नए वेतन आयोग के लागू होते ही शुरू में शून्य (0%) कर दिया जाता है क्योंकि उसकी गणना नई सैलरी में ही समाहित होती है. समय के साथ यह भत्ता दोबारा बढ़ता है, जिससे सैलरी और अधिक होती जाती है. यह भी पढ़ें: केएल राहुल या रविंद्र जडेजा, किसकी पत्नी है ज्यादा पढ़ी-लिखीं? जान लें पूरी डिटेल तो कुल मिलाकर कितना आएगा हाथ में? अगर हम 68 हजार की बेसिक सैलरी के साथ 20,400 रुपये HRA और 3600 रुपये TA जोड़ें, तो आपकी कुल सैलरी लगभग 92,000 रुपये प्रति माह हो सकती है. इसमें से कुछ कटौतियां जैसे PF, टैक्स आदि को हटा दें, तो हाथ में लगभग 82,000 से 85,000 रुपये तक की नेट सैलरी आ सकती है. यह भी पढ़ें: हर महीने कितना कमाते हैं अनिरुद्धाचार्य, जानें कहां से होती है कमाई और कहां करते हैं खर्च?

Aug 4, 2025 - 18:30
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8वें वेतन आयोग के बाद इतनी हो सकती है असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर की सैलरी, जानकर चौंक जाएंगे आप!

सरकारी नौकरी करने वाले लाखों कर्मचारियों के लिए इस समय सबसे बड़ी उम्मीद है 8वां वेतन आयोग. हर कर्मचारी की नजर इस बात पर टिकी है कि उसकी तनख्वाह में अबकी बार कितना इजाफा होगा. खासकर लेवल-6 (ग्रेड पे 4200) वाले कर्मचारी, जैसे कि असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO), इस बदलाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

वर्तमान में लेवल-6 पर काम करने वाले कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 35,400 रुपये प्रति माह है. लेकिन जैसे-जैसे 8वें वेतन आयोग की चर्चा तेज हो रही है, वैसे-वैसे इस सवाल का जवाब जानने की जिज्ञासा बढ़ती जा रही है- अब सैलरी कितनी होगी?

क्या होता है फिटमेंट फैक्टर?

जब कोई नया वेतन आयोग आता है, तो सैलरी को पुराने ढांचे से नए ढांचे में बदलने के लिए एक गुणांक तय किया जाता है, जिसे फिटमेंट फैक्टर कहते हैं. 7वें वेतन आयोग में यह 2.57 था. अब 8वें वेतन आयोग के लिए सूत्रों के मुताबिक यह फैक्टर लगभग 1.92 होने की उम्मीद है.

यानी कर्मचारी की वर्तमान बेसिक सैलरी को 1.92 से गुणा कर दिया जाए तो नई बेसिक बनती है. अगर किसी की मौजूदा बेसिक सैलरी 35,400 रुपये है, तो उसे 1.92 से गुणा करने पर नई बेसिक सैलरी लगभग 67,968 रुपये हो जाएगी. यानी आपकी बेसिक सैलरी सीधे लगभग 68 हजार रुपये तक पहुंच सकती है.

सैलरी में सिर्फ बेसिक नहीं बढ़ेगी, भत्ते भी होंगे दोगुने

नई बेसिक सैलरी के साथ-साथ भत्तों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इनमें सबसे बड़ा हिस्सा होगा हाउस रेंट अलाउंस (HRA) का. अगर कोई कर्मचारी दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहर में तैनात है तो उसे HRA के रूप में बेसिक का 30 प्रतिशत तक मिल सकता है. ऐसे में 68 हजार रुपये की बेसिक सैलरी पर HRA करीब 20,400 रुपये हो सकता है.

इसके अलावा कर्मचारियों को ट्रैवल अलाउंस (TA) भी मिलता है. बड़े शहरों के लिए यह 3600 रुपये प्रति माह तक हो सकता है. जबकि महंगाई भत्ता (DA) नए वेतन आयोग के लागू होते ही शुरू में शून्य (0%) कर दिया जाता है क्योंकि उसकी गणना नई सैलरी में ही समाहित होती है. समय के साथ यह भत्ता दोबारा बढ़ता है, जिससे सैलरी और अधिक होती जाती है.

यह भी पढ़ें: केएल राहुल या रविंद्र जडेजा, किसकी पत्नी है ज्यादा पढ़ी-लिखीं? जान लें पूरी डिटेल

तो कुल मिलाकर कितना आएगा हाथ में?

अगर हम 68 हजार की बेसिक सैलरी के साथ 20,400 रुपये HRA और 3600 रुपये TA जोड़ें, तो आपकी कुल सैलरी लगभग 92,000 रुपये प्रति माह हो सकती है. इसमें से कुछ कटौतियां जैसे PF, टैक्स आदि को हटा दें, तो हाथ में लगभग 82,000 से 85,000 रुपये तक की नेट सैलरी आ सकती है.

यह भी पढ़ें: हर महीने कितना कमाते हैं अनिरुद्धाचार्य, जानें कहां से होती है कमाई और कहां करते हैं खर्च?

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