सोना उगलने वाली है दिल्ली-NCR से सटी ये जमीनें, प्रॉपर्टी में करना चाहते हैं निवेश तो ये खबर जरूर पढ़ें
अगर आप भी प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यानी Jewar Airport के आसपास की जमीन और रियल एस्टेट मार्केट पर नजर रखना जरूरी हो गया है. पिछले तीन सालों में इस इलाके में जमीन के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास करीब 390 एकड़ जमीन बिक चुकी है, जिसकी कुल वैल्यू करीब 2340 करोड़ रुपये है. यहां पर जमीन की कीमत अब 5-6 करोड़ रुपये प्रति एकड़ तक पहुंच चुकी है. कौन-कौन डेवलपर्स दिखा रहे हैं दिलचस्पी? फाइनेंशियल एक्सप्रेस पर छपी Anarock Property Consultants की रिपोर्ट के मुताबिक, Purvanchal Group, Eldeco Group, VVIP Group और Greenbay Infrastructure जैसी बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों ने इस एरिया में ज़मीन खरीदी है और कुछ ने तो अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट्स भी लॉन्च कर दिए हैं. Gaurs Group ने यहां 250 एकड़ की टाउनशिप भी डेवलप कर ली है. Jewar Airport और यमुना एक्सप्रेसवे का कनेक्शन यमुना एक्सप्रेसवे, जो नोएडा को आगरा से जोड़ता है, Jewar Airport से 750 मीटर की एलिवेटेड रोड से सीधे जुड़ता है. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 165 किलोमीटर है और यह छह लेन का है, जो कनेक्टिविटी को और भी शानदार बनाता है. इंडस्ट्रियल और कमर्शियल डेवलपमेंट भी जोरों पर यहां केवल रेसिडेंशियल ही नहीं, बल्कि इंडस्ट्रियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स भी तेज़ी से आ रहे हैं. Foxconn जैसी कंपनियां यहां इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क के लिए 300 एकड़ ज़मीन की बातचीत कर रही हैं. Sify Infinit & Jackson को 10 एकड़ में दो डेटा सेंटर प्लॉट्स भी मिल चुके हैं. वहीं, YEIDA (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) खुद 13,300 एकड़ खेती की ज़मीन खरीद रही है, जिसे इंडस्ट्रियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में बदला जाएगा. क्या यहां फ्लैट्स के दाम भी दोगुने हुए? हालांकि, जमीन के दाम भले दोगुने हो गए हों, लेकिन फ्लैट्स की कीमतों में सिर्फ 15-20 फीसदी का इजाफा हुआ है. वजह है कि अभी यहां बड़ी संख्या में लोग रह नहीं रहे. अधिकतर लोग दिल्ली या नोएडा में काम करते हैं, इसलिए फिलहाल यहां रहना उनके लिए सुविधाजनक नहीं है. भविष्य में क्या है संभावना? ATS Group यहां 100 एकड़ की टाउनशिप डिवेलप कर रहा है और उसने कई प्लॉट्स भी बेच दिए हैं. Anarock और ATS के अधिकारियों का मानना है कि जैसे-जैसे बिज़नेस बढ़ेगा, वैसे-वैसे रिहायशी और कमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग भी तेज़ होगी. इसी के साथ, उत्तर प्रदेश सरकार भी नोएडा के पूर्वी हिस्से में 56,000 हेक्टेयर ज़मीन पर पांच नए शहरों की योजना बना रही है, जिसमें New Noida, Heritage City, New Agra, Tappal-Bajna और IITGN Township शामिल हैं. ये भी पढ़ें: नोट कर लीजिए इस स्टॉक का नाम, जिसके भी पोर्टफोलियो में रहा उसे मालामाल कर दिया

अगर आप भी प्रॉपर्टी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यानी Jewar Airport के आसपास की जमीन और रियल एस्टेट मार्केट पर नजर रखना जरूरी हो गया है. पिछले तीन सालों में इस इलाके में जमीन के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 12 महीनों में यमुना एक्सप्रेसवे के आसपास करीब 390 एकड़ जमीन बिक चुकी है, जिसकी कुल वैल्यू करीब 2340 करोड़ रुपये है. यहां पर जमीन की कीमत अब 5-6 करोड़ रुपये प्रति एकड़ तक पहुंच चुकी है.
कौन-कौन डेवलपर्स दिखा रहे हैं दिलचस्पी?
फाइनेंशियल एक्सप्रेस पर छपी Anarock Property Consultants की रिपोर्ट के मुताबिक, Purvanchal Group, Eldeco Group, VVIP Group और Greenbay Infrastructure जैसी बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों ने इस एरिया में ज़मीन खरीदी है और कुछ ने तो अपने हाउसिंग प्रोजेक्ट्स भी लॉन्च कर दिए हैं. Gaurs Group ने यहां 250 एकड़ की टाउनशिप भी डेवलप कर ली है.
Jewar Airport और यमुना एक्सप्रेसवे का कनेक्शन
यमुना एक्सप्रेसवे, जो नोएडा को आगरा से जोड़ता है, Jewar Airport से 750 मीटर की एलिवेटेड रोड से सीधे जुड़ता है. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 165 किलोमीटर है और यह छह लेन का है, जो कनेक्टिविटी को और भी शानदार बनाता है.
इंडस्ट्रियल और कमर्शियल डेवलपमेंट भी जोरों पर
यहां केवल रेसिडेंशियल ही नहीं, बल्कि इंडस्ट्रियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स भी तेज़ी से आ रहे हैं. Foxconn जैसी कंपनियां यहां इलेक्ट्रॉनिक्स पार्क के लिए 300 एकड़ ज़मीन की बातचीत कर रही हैं. Sify Infinit & Jackson को 10 एकड़ में दो डेटा सेंटर प्लॉट्स भी मिल चुके हैं. वहीं, YEIDA (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) खुद 13,300 एकड़ खेती की ज़मीन खरीद रही है, जिसे इंडस्ट्रियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में बदला जाएगा.
क्या यहां फ्लैट्स के दाम भी दोगुने हुए?
हालांकि, जमीन के दाम भले दोगुने हो गए हों, लेकिन फ्लैट्स की कीमतों में सिर्फ 15-20 फीसदी का इजाफा हुआ है. वजह है कि अभी यहां बड़ी संख्या में लोग रह नहीं रहे. अधिकतर लोग दिल्ली या नोएडा में काम करते हैं, इसलिए फिलहाल यहां रहना उनके लिए सुविधाजनक नहीं है.
भविष्य में क्या है संभावना?
ATS Group यहां 100 एकड़ की टाउनशिप डिवेलप कर रहा है और उसने कई प्लॉट्स भी बेच दिए हैं. Anarock और ATS के अधिकारियों का मानना है कि जैसे-जैसे बिज़नेस बढ़ेगा, वैसे-वैसे रिहायशी और कमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग भी तेज़ होगी. इसी के साथ, उत्तर प्रदेश सरकार भी नोएडा के पूर्वी हिस्से में 56,000 हेक्टेयर ज़मीन पर पांच नए शहरों की योजना बना रही है, जिसमें New Noida, Heritage City, New Agra, Tappal-Bajna और IITGN Township शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: नोट कर लीजिए इस स्टॉक का नाम, जिसके भी पोर्टफोलियो में रहा उसे मालामाल कर दिया
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