वेट लॉस के लिए कहीं इंजेक्शन तो नहीं लेते आप, चली जाएगी आंखों की रोशनी; वैज्ञानिकों ने जारी की चेतावनी
आजकल लोग अपने आपको स्लिम और फिट रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं. कुछ जिम ज्वाइन करके घंटों पसीना बहा रहे हैं, तो कई ऐसे लोग हैं जो अपनी डायटिंग पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. इसके इतर कुछ लोग ऐसे हैं जो इसके लिए अन्य विकल्पों को चुन रहे हैं, जैसे कि दवाओं का इस्तेमाल और इंजेक्शन का यूज. ये लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं, ताकि जल्दी से जल्दी अपने वजन को कम कर सके, जिससे दिखने में स्मार्ट लग सकें. हालांकि स्मार्ट दिखने की यह लालसा आपको बीमार बना सकती है, चलिए आपको बताते हैं कि कैसे वेट लॉस के लिए इस्तेमाल हो रहे इंजेक्शन आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं. वेट लॉस के इंजेक्शन आजकल डायबिटीज और मोटापे के इलाज में Ozempic, Wegovy और Mounjaro जैसी दवाएं काफी पॉपुलर हो गई हैं. इन्हें GLP-1 agonists कहा जाता है. ये शरीर में एक खास हार्मोन की तरह काम करती हैं, जिससे भूख कम लगती है, वजन घटता है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. लेकिन हाल ही में आई दो नई स्टडीज ने दिखाया कि इन दवाओं के इस्तेमाल से आंखों की एक गंभीर बीमारी का थोड़ा सा खतरा बढ़ सकता है. इस बीमारी का नाम है NAION (Non-arteritic anterior ischaemic optic neuropathy), जिसे आम भाषा में 'आई स्ट्रोक' भी कहते हैं. इसमें आंख की नस तक खून का बहाव अचानक कम हो जाता है और बिना दर्द के एकदम से नजर चली जाती है. पहले भी हो चुकी है रिसर्च NAION अचानक होता है और ज्यादातर लोग इसे सुबह उठते समय महसूस करते हैं जब एक आंख से दिखना बंद हो जाता है. यह कुछ हफ्तों में स्थिर हो जाता है, लेकिन लगभग 70 प्रतिशत लोगों की नजर पूरी तरह वापस नहीं आती. 2024 की एक स्टडी में पाया गया था कि डायबिटीज के मरीज जो semaglutide ले रहे थे, उनमें NAION का खतरा 4 गुना ज्यादा था. वहीं, वजन घटाने के लिए लेने वालों में यह खतरा 8 गुना तक बढ़ गया था. यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने इसे काफी रेयर साइड इफेक्ट माना है, यानी 10,000 में से 1 केस. हालिया स्टडीज में मिला कि खतरा पहले जितना सोचा गया था, उतना ज्यादा नहीं है. 1,59,000 डायबिटीज मरीजों में से सिर्फ 0.04 प्रतिशत को NAION हुआ. वहीं, कुछ मरीजों में अन्य ऑप्टिक नर्व की बीमारियां भी देखी गईं. इसके अलावा, GLP-1 दवाओं से डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy) का थोड़ा खतरा भी बढ़ सकता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि इन दवाओं पर रहने वाले मरीजों को आंखों का बड़ा नुकसान कम हुआ और उन्हें कम इनवेसिव ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ी. क्या करें अगर आप ये दवाएं ले रहे हैं? नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं. अपने डॉक्टर को बताएं कि आप GLP-1 दवाएं ले रहे हैं. अचानक नजर जाने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें. हार्ट हेल्थ और स्लीप एपनिया का इलाज करवाएं. अभी रिसर्च जारी है, लेकिन डॉक्टर और आंखों के स्पेशलिस्ट की सलाह के साथ ये दवाएं सुरक्षित तरीके से ली जा सकती हैं. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

आजकल लोग अपने आपको स्लिम और फिट रखने के लिए तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं. कुछ जिम ज्वाइन करके घंटों पसीना बहा रहे हैं, तो कई ऐसे लोग हैं जो अपनी डायटिंग पर विशेष ध्यान दे रहे हैं. इसके इतर कुछ लोग ऐसे हैं जो इसके लिए अन्य विकल्पों को चुन रहे हैं, जैसे कि दवाओं का इस्तेमाल और इंजेक्शन का यूज. ये लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं, ताकि जल्दी से जल्दी अपने वजन को कम कर सके, जिससे दिखने में स्मार्ट लग सकें. हालांकि स्मार्ट दिखने की यह लालसा आपको बीमार बना सकती है, चलिए आपको बताते हैं कि कैसे वेट लॉस के लिए इस्तेमाल हो रहे इंजेक्शन आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं.
वेट लॉस के इंजेक्शन
आजकल डायबिटीज और मोटापे के इलाज में Ozempic, Wegovy और Mounjaro जैसी दवाएं काफी पॉपुलर हो गई हैं. इन्हें GLP-1 agonists कहा जाता है. ये शरीर में एक खास हार्मोन की तरह काम करती हैं, जिससे भूख कम लगती है, वजन घटता है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है. लेकिन हाल ही में आई दो नई स्टडीज ने दिखाया कि इन दवाओं के इस्तेमाल से आंखों की एक गंभीर बीमारी का थोड़ा सा खतरा बढ़ सकता है. इस बीमारी का नाम है NAION (Non-arteritic anterior ischaemic optic neuropathy), जिसे आम भाषा में 'आई स्ट्रोक' भी कहते हैं. इसमें आंख की नस तक खून का बहाव अचानक कम हो जाता है और बिना दर्द के एकदम से नजर चली जाती है.
पहले भी हो चुकी है रिसर्च
NAION अचानक होता है और ज्यादातर लोग इसे सुबह उठते समय महसूस करते हैं जब एक आंख से दिखना बंद हो जाता है. यह कुछ हफ्तों में स्थिर हो जाता है, लेकिन लगभग 70 प्रतिशत लोगों की नजर पूरी तरह वापस नहीं आती. 2024 की एक स्टडी में पाया गया था कि डायबिटीज के मरीज जो semaglutide ले रहे थे, उनमें NAION का खतरा 4 गुना ज्यादा था. वहीं, वजन घटाने के लिए लेने वालों में यह खतरा 8 गुना तक बढ़ गया था. यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने इसे काफी रेयर साइड इफेक्ट माना है, यानी 10,000 में से 1 केस. हालिया स्टडीज में मिला कि खतरा पहले जितना सोचा गया था, उतना ज्यादा नहीं है. 1,59,000 डायबिटीज मरीजों में से सिर्फ 0.04 प्रतिशत को NAION हुआ. वहीं, कुछ मरीजों में अन्य ऑप्टिक नर्व की बीमारियां भी देखी गईं.
इसके अलावा, GLP-1 दवाओं से डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy) का थोड़ा खतरा भी बढ़ सकता है, लेकिन अच्छी बात यह है कि इन दवाओं पर रहने वाले मरीजों को आंखों का बड़ा नुकसान कम हुआ और उन्हें कम इनवेसिव ट्रीटमेंट की ज़रूरत पड़ी.
क्या करें अगर आप ये दवाएं ले रहे हैं?
- नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं.
- अपने डॉक्टर को बताएं कि आप GLP-1 दवाएं ले रहे हैं.
- अचानक नजर जाने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
- ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रखें.
- हार्ट हेल्थ और स्लीप एपनिया का इलाज करवाएं.
अभी रिसर्च जारी है, लेकिन डॉक्टर और आंखों के स्पेशलिस्ट की सलाह के साथ ये दवाएं सुरक्षित तरीके से ली जा सकती हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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