ये 10 लक्षण दिखें तो समझ जाएं खून की धमनियां हो रहीं ब्लॉक, तुरंत भागें डॉक्टर के पास
कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) दुनिया में हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण है, लेकिन यह अक्सर धीरे-धीरे और बिना किसी स्पष्ट लक्षण के विकसित होती है. यह तब होता है जब फैटी डिपॉजिट्स या प्लेक उन आर्टरीज में जमा हो जाते हैं जो हार्ट तक ब्लड सप्लाई करती हैं, जिससे सर्कुलेशन कम हो जाता है और हार्ट पर दबाव बढ़ता है. शुरुआती चरण में यह अक्सर नजर नहीं आता, लेकिन शरीर धीरे-धीरे संकेत भेजता है जिन्हें कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए. समय पर पहचान और लाइफस्टाइल चेंज जैसे हार्ट-हेल्दी डाइट, नियमित एक्सरसाइज, तनाव नियंत्रण और नियमित मेडिकल जांच से कोरोनरी आर्टरी डिजीज की प्रगति को धीमा किया जा सकता है. अगर कोई संकेत दिखाई दें, तो तुरंत मेडिकल अटेंशन लेना बहुत जरूरी है. चेस्ट पेन एंजाइना या चेस्ट में दर्द CAD का सबसे आम संकेत है. यह अक्सर दबाव, तंग महसूस होना या squeezing जैसा लगता है, जैसे कोई भारी वस्तु चेस्ट पर बैठी हो. यह दर्द आमतौर पर चेस्ट के बीच या बाईं तरफ होता है और शारीरिक गतिविधि, तनाव या भारी भोजन से trigger हो सकता है. अगर यह दर्द लगातार या तीव्र हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि यह हार्ट अटैक का चेतावनी संकेत हो सकता है. सांस की कमी हल्की गतिविधि के बाद या आराम करते समय भी सांस की कमी होना हार्ट की समस्या का संकेत हो सकता है. जब हार्ट ब्लड सही तरीके से pump नहीं करता, तो शरीर के ऊतकों में ऑक्सीजन कम पहुँचती है, जिससे सांस की कमी होती है. चेस्ट से बाहर का दर्द हार्ट से जुड़ा दर्द हमेशा चेस्ट में नहीं रहता. कभी-कभी यह हाथ, कंधे, ऊपर बैक, गर्दन, जबड़ा या ऊपरी पेट तक फैल सकता है. इसे referred pain कहते हैं. ऐसे दर्द को अक्सर मांसपेशियों का खिंचाव या अपच समझ लिया जाता है, लेकिन अगर यह बार-बार या बिना वजह हो, तो यह CAD का संकेत हो सकता है. चक्कर या हल्का सिर बार-बार चक्कर या हल्का सिर महसूस होना यह संकेत है कि हार्ट ब्लड को दिमाग तक सही से नहीं भेज पा रहा. poor सर्कुलेशन से ऑक्सीजन कम पहुंचती है, जिससे कमजोरी या बेहोशी भी हो सकती है. बिना वजह पसीना आना बिना physical exertion के अचानक ठंडी पसीना आना यह संकेत है कि हार्ट पर दबाव है. अगर पसीना चेस्ट दर्द, मितली या चक्कर के साथ हो, तो यह early हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है. टखने या पैरों में सूजन असामान्य सूजन या puffiness टखने, पैर या जांघों में हो सकती है. यह तब होता है जब हार्ट ब्लड ठीक से pump नहीं कर पाता और शरीर में फ्लूइड जमा हो जाता है. लगातार खांसी लगातार खाँसी जो लेटते समय बढ़ जाए, हार्ट प्रॉब्लम से जुड़ी हो सकती है. हार्ट फेल्योर में फ्लूइड फेफड़ों में जमा होने से chronic cough या wheezing हो सकती है. अनियमित हार्टबीट Skipped beats, तेज़ fluttering या racing हार्ट रिदम arrhythmias हो सकते हैं. अगर यह चक्कर, चेस्ट दर्द या बेहोशी के साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से मूल्यांकन करवाना चाहिए. गला या जबड़े में दर्द अकेले गले या जबड़े में दर्द आमतौर पर हार्ट डिजीज से जुड़ा नहीं होता. लेकिन अगर यह चेस्ट टाइटनेस या दबाव के साथ हो, तो यह एंजाइना या हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है. पाचन संबंधी असुविधा मितली, अपच, हार्टबर्न या पेट में दर्द अक्सर पाचन समस्या समझ लिया जाता है, लेकिन यह CAD से भी जुड़ा हो सकता है, खासकर महिलाओं में. कोरोनरी आर्टरी डिजीज अक्सर साइलंट किलर कहलाती है क्योंकि यह धीरे-धीरे विकसित होती है और everyday symptoms के पीछे छिप जाती है. इन subtle संकेतों को पहचानना early intervention और medical emergency में फर्क डाल सकता है. समय पर diagnosis, proper medical care और healthy लाइफस्टाइल—balanced nutrition, regular एक्सरसाइज, तनाव नियंत्रण और तंबाकू से बचाव—से आप अपने हार्ट और आर्टरीज को सुरक्षित रख सकते हैं. इसे भी पढ़ें- शरीर के इन हिस्सों में हो रहा है दर्द तो न करें इग्नोर, हो सकते हैं इस बीमारी के लक्षण Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) दुनिया में हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण है, लेकिन यह अक्सर धीरे-धीरे और बिना किसी स्पष्ट लक्षण के विकसित होती है. यह तब होता है जब फैटी डिपॉजिट्स या प्लेक उन आर्टरीज में जमा हो जाते हैं जो हार्ट तक ब्लड सप्लाई करती हैं, जिससे सर्कुलेशन कम हो जाता है और हार्ट पर दबाव बढ़ता है. शुरुआती चरण में यह अक्सर नजर नहीं आता, लेकिन शरीर धीरे-धीरे संकेत भेजता है जिन्हें कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिए.
समय पर पहचान और लाइफस्टाइल चेंज जैसे हार्ट-हेल्दी डाइट, नियमित एक्सरसाइज, तनाव नियंत्रण और नियमित मेडिकल जांच से कोरोनरी आर्टरी डिजीज की प्रगति को धीमा किया जा सकता है. अगर कोई संकेत दिखाई दें, तो तुरंत मेडिकल अटेंशन लेना बहुत जरूरी है.
चेस्ट पेन
एंजाइना या चेस्ट में दर्द CAD का सबसे आम संकेत है. यह अक्सर दबाव, तंग महसूस होना या squeezing जैसा लगता है, जैसे कोई भारी वस्तु चेस्ट पर बैठी हो. यह दर्द आमतौर पर चेस्ट के बीच या बाईं तरफ होता है और शारीरिक गतिविधि, तनाव या भारी भोजन से trigger हो सकता है. अगर यह दर्द लगातार या तीव्र हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि यह हार्ट अटैक का चेतावनी संकेत हो सकता है.
सांस की कमी
हल्की गतिविधि के बाद या आराम करते समय भी सांस की कमी होना हार्ट की समस्या का संकेत हो सकता है. जब हार्ट ब्लड सही तरीके से pump नहीं करता, तो शरीर के ऊतकों में ऑक्सीजन कम पहुँचती है, जिससे सांस की कमी होती है.
चेस्ट से बाहर का दर्द
हार्ट से जुड़ा दर्द हमेशा चेस्ट में नहीं रहता. कभी-कभी यह हाथ, कंधे, ऊपर बैक, गर्दन, जबड़ा या ऊपरी पेट तक फैल सकता है. इसे referred pain कहते हैं. ऐसे दर्द को अक्सर मांसपेशियों का खिंचाव या अपच समझ लिया जाता है, लेकिन अगर यह बार-बार या बिना वजह हो, तो यह CAD का संकेत हो सकता है.
चक्कर या हल्का सिर
बार-बार चक्कर या हल्का सिर महसूस होना यह संकेत है कि हार्ट ब्लड को दिमाग तक सही से नहीं भेज पा रहा. poor सर्कुलेशन से ऑक्सीजन कम पहुंचती है, जिससे कमजोरी या बेहोशी भी हो सकती है.
बिना वजह पसीना आना
बिना physical exertion के अचानक ठंडी पसीना आना यह संकेत है कि हार्ट पर दबाव है. अगर पसीना चेस्ट दर्द, मितली या चक्कर के साथ हो, तो यह early हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
टखने या पैरों में सूजन
असामान्य सूजन या puffiness टखने, पैर या जांघों में हो सकती है. यह तब होता है जब हार्ट ब्लड ठीक से pump नहीं कर पाता और शरीर में फ्लूइड जमा हो जाता है.
लगातार खांसी
लगातार खाँसी जो लेटते समय बढ़ जाए, हार्ट प्रॉब्लम से जुड़ी हो सकती है. हार्ट फेल्योर में फ्लूइड फेफड़ों में जमा होने से chronic cough या wheezing हो सकती है.
अनियमित हार्टबीट
Skipped beats, तेज़ fluttering या racing हार्ट रिदम arrhythmias हो सकते हैं. अगर यह चक्कर, चेस्ट दर्द या बेहोशी के साथ हो, तो तुरंत डॉक्टर से मूल्यांकन करवाना चाहिए.
गला या जबड़े में दर्द
अकेले गले या जबड़े में दर्द आमतौर पर हार्ट डिजीज से जुड़ा नहीं होता. लेकिन अगर यह चेस्ट टाइटनेस या दबाव के साथ हो, तो यह एंजाइना या हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है.
पाचन संबंधी असुविधा
मितली, अपच, हार्टबर्न या पेट में दर्द अक्सर पाचन समस्या समझ लिया जाता है, लेकिन यह CAD से भी जुड़ा हो सकता है, खासकर महिलाओं में.
कोरोनरी आर्टरी डिजीज अक्सर साइलंट किलर कहलाती है क्योंकि यह धीरे-धीरे विकसित होती है और everyday symptoms के पीछे छिप जाती है. इन subtle संकेतों को पहचानना early intervention और medical emergency में फर्क डाल सकता है. समय पर diagnosis, proper medical care और healthy लाइफस्टाइल—balanced nutrition, regular एक्सरसाइज, तनाव नियंत्रण और तंबाकू से बचाव—से आप अपने हार्ट और आर्टरीज को सुरक्षित रख सकते हैं.
इसे भी पढ़ें- शरीर के इन हिस्सों में हो रहा है दर्द तो न करें इग्नोर, हो सकते हैं इस बीमारी के लक्षण
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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