ये वाली नेल पॉलिश लगाती हैं तो मां बनने पर पड़ सकता है असर, कैंसर का भी खतरा; इस देश में हो गई बैन
यूरोप‍ियन यून‍ियन ने 1 स‍ितंबर से जेल-बेस्‍ड नेल पॉल‍िश पर पूरी तर‍ह से बैन लगा द‍िया है. इस फैसले ने ब्‍यूटी इंडस्‍ट्री और सैलून दोनों में हलचल मचा दी है. इस फैसले के तहत, कई ब्रांड्स की जेल पॉल‍िश में इस्‍तेमाल होने वाला केम‍िकल TPO अब सभी कॉस्‍मेट‍िक प्रोडक्‍ट्स में पूरी तर‍ह प्रत‍िबंधित कर द‍िया गया है. यूरोप‍ियन यून‍ियन के अनुसार, TPO को इंसानों के ल‍िए संभाव‍ित रूप से टॉक्‍स‍िक माना गया है. यह एक फोटोइनीशियेटर है, जो जेल पॉल‍िश को यूवी या एलईडी लाइट में जल्‍दी सख्‍त करने और लंबे समय तक ट‍िके रहने में मदद करता है. नई स्‍टड‍ीज के बाद पाया गया है क‍ि यह कैंसर और फर्टिल‍िटी पर असर डाल सकता है. इसी कारण इयू ने इसे कॉस्‍मेट‍िक्‍स से हटाने का फैसला लिया. ब्‍यूटी इंडस्‍ट्री में व‍िवाद क्‍यों? ईयू के इस बैन का असर सीधे सैलून और र‍िटेलर्स पर पड़ा है. उन्हें तुरंत अपने स्‍टॉक से TPO वाली पॅाल‍िश हटानी हागी. कई सैलून ओनर्स का कहना है कि‍ अचानक यह बदलाव करना मुश्‍क‍िल है और इससे बड़ा फाइनेंशियल लॉस हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ कुछ ब्रांड्स अब TPO-फ्री जेल पॉल‍िश लॉन्‍च कर रहे हैं. कई एक्‍सपर्ट्स का कहना है क‍ि ज‍िन लोगों ने अब तक जेल मैन‍िक्‍योर करवाए हैं उन्‍हें घबराने की जरूरत नहीं है. जब पॉल‍िश यूवी लाइट में सख्‍त हो जाती है तो TPO अपनी पहले वाली अवस्‍था में नहीं रहता है. यानी लोगों पर इसका तुरंत कोई बड़ा खतरा नहीं है. असली र‍िस्‍क उन सैलून वर्कर्स को है जो रोजाना इन प्रोडक्‍ट्स को हैंडल करते हैं. भारत में मह‍िलाओं को क‍ितनी चिंता करनी चाह‍िए? भारत में अभी तक TPO पर कोई रोक नहीं है. यहां सैलून और मार्केट में जेल पॉल‍िश आसानी से म‍िल रही है. एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, अब तक कोई सीधा वैज्ञानिक सबूत नहीं है क‍ि सामान्‍य जेल मैन‍िक्‍योर से मह‍िलाओं की फर्ट‍िल‍िटी पर असर पड़ता है. हालंकि, एक्‍सपर्ट्स यह भी सलाह देते हैं क‍ि प्रेग्नेंट मह‍िलाएं या ज‍िनकी स्‍क‍िन बहुत सेंसिट‍िव है वे TPO फ्री ऑप्‍शन चुन सकती हैं. ये भी पढ़ें- बार-बार पार्लर जाने का झंझट खत्म, घर पर ही बनाएं होममेड फेस पैक और पाएं नेचुरल ग्लोइंग स्किन

यूरोपियन यूनियन ने 1 सितंबर से जेल-बेस्ड नेल पॉलिश पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है. इस फैसले ने ब्यूटी इंडस्ट्री और सैलून दोनों में हलचल मचा दी है. इस फैसले के तहत, कई ब्रांड्स की जेल पॉलिश में इस्तेमाल होने वाला केमिकल TPO अब सभी कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है.
यूरोपियन यूनियन के अनुसार, TPO को इंसानों के लिए संभावित रूप से टॉक्सिक माना गया है. यह एक फोटोइनीशियेटर है, जो जेल पॉलिश को यूवी या एलईडी लाइट में जल्दी सख्त करने और लंबे समय तक टिके रहने में मदद करता है. नई स्टडीज के बाद पाया गया है कि यह कैंसर और फर्टिलिटी पर असर डाल सकता है. इसी कारण इयू ने इसे कॉस्मेटिक्स से हटाने का फैसला लिया.
ब्यूटी इंडस्ट्री में विवाद क्यों?
ईयू के इस बैन का असर सीधे सैलून और रिटेलर्स पर पड़ा है. उन्हें तुरंत अपने स्टॉक से TPO वाली पॅालिश हटानी हागी. कई सैलून ओनर्स का कहना है कि अचानक यह बदलाव करना मुश्किल है और इससे बड़ा फाइनेंशियल लॉस हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ कुछ ब्रांड्स अब TPO-फ्री जेल पॉलिश लॉन्च कर रहे हैं. कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन लोगों ने अब तक जेल मैनिक्योर करवाए हैं उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. जब पॉलिश यूवी लाइट में सख्त हो जाती है तो TPO अपनी पहले वाली अवस्था में नहीं रहता है. यानी लोगों पर इसका तुरंत कोई बड़ा खतरा नहीं है. असली रिस्क उन सैलून वर्कर्स को है जो रोजाना इन प्रोडक्ट्स को हैंडल करते हैं.
भारत में महिलाओं को कितनी चिंता करनी चाहिए?
भारत में अभी तक TPO पर कोई रोक नहीं है. यहां सैलून और मार्केट में जेल पॉलिश आसानी से मिल रही है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, अब तक कोई सीधा वैज्ञानिक सबूत नहीं है कि सामान्य जेल मैनिक्योर से महिलाओं की फर्टिलिटी पर असर पड़ता है. हालंकि, एक्सपर्ट्स यह भी सलाह देते हैं कि प्रेग्नेंट महिलाएं या जिनकी स्किन बहुत सेंसिटिव है वे TPO फ्री ऑप्शन चुन सकती हैं.
ये भी पढ़ें- बार-बार पार्लर जाने का झंझट खत्म, घर पर ही बनाएं होममेड फेस पैक और पाएं नेचुरल ग्लोइंग स्किन
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