नींद से अचानक उठने के बाद आ सकता है हार्ट अटैक? ये रहा जवाब

नींद से अचानक जागने के बाद क्या हार्ट अटैक आ सकता है? यह सवाल कई लोगों के मन में होता है. सीधे शब्दों में कहें तो नींद से अचानक उठना खुद हार्ट अटैक का कारण नहीं बनता, लेकिन कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं जो नींद से जुड़ी समस्याओं और दिल के दौरे के खतरे को आपस में जोड़ती हैं. स्लीप और हार्ट अटैक में क्या है संबंध? गाजियाबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल में मेडिसिन और जनरल फिजिशियन डॉ. एपी सिंह ने बताया कि नींद या स्लीप हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है और इसकी कमी या खराब गुणवत्ता हमारे दिल पर बुरा असर डाल सकती है. आइए समझते हैं कैसे: स्लीप एपनिया बड़ी वजह: स्लीप एपनिया एक गंभीर नींद की समस्या है, जहां सोते समय आपकी सांस बार-बार रुकती और चलती है. जब सांस रुकती है, तो शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है. इससे दिल और खून की नसों पर बहुत दबाव पड़ता है. स्लीप एपनिया वाले लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, अनियमित दिल की धड़कन, हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक का खतरा काफी ज़्यादा होता है. जब सांस रुकने के कारण अचानक नींद खुलती है, तो यह शरीर पर तनाव पैदा करता है. स्ट्रेस हार्मोन का बढ़ना: अगर आपको ठीक से नींद नहीं आती या आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाइन जैसे तनाव हार्मोन बढ़ जाते हैं. ये हार्मोन दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं, जिससे दिल पर ज़्यादा ज़ोर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. सुबह के समय ज्यादा खतरा कुछ रिसर्च बताती हैं कि हार्ट अटैक सुबह के समय, खासकर सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच, ज़्यादा आते हैं. ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि इस समय हमारे शरीर की प्राकृतिक लय (सर्कैडियन रिदम) के कारण ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ जाती है, और स्ट्रेस हार्मोन का स्तर भी ऊपर होता है. अगर किसी को पहले से ही दिल की बीमारी का खतरा है और वह इस समय अचानक जागता है, तो जोखिम बढ़ सकता है. खराब नींद की गुणवत्ता सिर्फ नींद की अवधि ही नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी अहम है. अगर आपको गहरी और आरामदायक नींद नहीं मिलती, या आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो यह दिल की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. क्या करें? अगर आपको अक्सर रात में अचानक नींद खुल जाती है. सांस लेने में दिक्कत होती है या दिन में बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें. वे आपकी समस्या की सही वजह पता लगा सकते हैं और आपको सही इलाज या लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह दे सकते हैं. बता दें कि अपनी नींद की आदतों पर ध्यान देना और अगर कोई समस्या है, तो उसका इलाज करवाना आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है. ये भी पढ़ें: आंखें बताती हैं इन खतरनाक बीमारियों का पता, गलती से भी न करें नजरअंदाज Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Jul 9, 2025 - 18:30
 0
नींद से अचानक उठने के बाद आ सकता है हार्ट अटैक? ये रहा जवाब

नींद से अचानक जागने के बाद क्या हार्ट अटैक आ सकता है? यह सवाल कई लोगों के मन में होता है. सीधे शब्दों में कहें तो नींद से अचानक उठना खुद हार्ट अटैक का कारण नहीं बनता, लेकिन कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं जो नींद से जुड़ी समस्याओं और दिल के दौरे के खतरे को आपस में जोड़ती हैं.

स्लीप और हार्ट अटैक में क्या है संबंध?

गाजियाबाद स्थित यशोदा हॉस्पिटल में मेडिसिन और जनरल फिजिशियन डॉ. एपी सिंह ने बताया कि नींद या स्लीप हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रूरी है और इसकी कमी या खराब गुणवत्ता हमारे दिल पर बुरा असर डाल सकती है. आइए समझते हैं कैसे:

  • स्लीप एपनिया बड़ी वजह: स्लीप एपनिया एक गंभीर नींद की समस्या है, जहां सोते समय आपकी सांस बार-बार रुकती और चलती है. जब सांस रुकती है, तो शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम हो जाता है. इससे दिल और खून की नसों पर बहुत दबाव पड़ता है. स्लीप एपनिया वाले लोगों को हाई ब्लड प्रेशर, अनियमित दिल की धड़कन, हार्ट फेलियर और हार्ट अटैक का खतरा काफी ज़्यादा होता है. जब सांस रुकने के कारण अचानक नींद खुलती है, तो यह शरीर पर तनाव पैदा करता है.
  • स्ट्रेस हार्मोन का बढ़ना: अगर आपको ठीक से नींद नहीं आती या आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालाइन जैसे तनाव हार्मोन बढ़ जाते हैं. ये हार्मोन दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं, जिससे दिल पर ज़्यादा ज़ोर पड़ता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.

सुबह के समय ज्यादा खतरा

कुछ रिसर्च बताती हैं कि हार्ट अटैक सुबह के समय, खासकर सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच, ज़्यादा आते हैं. ऐसा इसलिए हो सकता है, क्योंकि इस समय हमारे शरीर की प्राकृतिक लय (सर्कैडियन रिदम) के कारण ब्लड प्रेशर और दिल की धड़कन बढ़ जाती है, और स्ट्रेस हार्मोन का स्तर भी ऊपर होता है. अगर किसी को पहले से ही दिल की बीमारी का खतरा है और वह इस समय अचानक जागता है, तो जोखिम बढ़ सकता है.

खराब नींद की गुणवत्ता

सिर्फ नींद की अवधि ही नहीं, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी अहम है. अगर आपको गहरी और आरामदायक नींद नहीं मिलती, या आपकी नींद बार-बार टूटती है, तो यह दिल की सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है.

क्या करें?

अगर आपको अक्सर रात में अचानक नींद खुल जाती है. सांस लेने में दिक्कत होती है या दिन में बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती है, तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें. वे आपकी समस्या की सही वजह पता लगा सकते हैं और आपको सही इलाज या लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह दे सकते हैं. बता दें कि अपनी नींद की आदतों पर ध्यान देना और अगर कोई समस्या है, तो उसका इलाज करवाना आपके दिल को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है.

ये भी पढ़ें: आंखें बताती हैं इन खतरनाक बीमारियों का पता, गलती से भी न करें नजरअंदाज

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow