घर सजाना अब हो जाएगा और ज्यादा आसान, शुरू हो गईं ये तैयारियां
घर सजाना किसे पसंद नहीं, लेकिन कभी-कभी सोचते हैं कि अच्छा फर्नीचर कहां से लाएं? नए डिजाइन कैसे पता चलें या फिर बजट में सब कैसे फिट होगा? अब ये सब आसान होने वाला है, क्योंकि भारत में बड़ा बदलाव आ रहा है. दरअसल, आईएमएम इंडिया नाम की नई पहल शुरू हो गई है, जो घर सजाने के तरीके को पूरी तरह बदल देगी. ये आईएमएम कोलोन का भारतीय वर्जन है, जो दुनिया का मशहूर फर्नीचर और इंटीरियर ट्रेड फेयर है. हाल ही में लॉन्च हुए आईएमएम इंडिया की पहली एग्जिबिशन मार्च 2026 में लगेगी. आइए जानते हैं कि यह कैसे आपके घर को खूबसूरत बनाने में मदद करेगा? क्या है आईएमएम इंडिया? IMM इंडिया B2B प्लेटफॉर्म है, जहां फर्नीचर बनाने वाले, इंटीरियर डिजाइनर और एक्सपोर्टर मिलकर नए आइडिया शेयर करेंगे. इसका फायदा डायरेक्ट आम आदमी को मिलेगा, क्योंकि यहां से नए ट्रेंड्स, सस्ते और अच्छे प्रॉडक्ट्स मार्केट में आएंगे. 8 अगस्त को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित लॉन्चिंग इवेंट में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस के डायरेक्टर जनरल डॉ. अजय सहाय, जोधपुर हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट भारत दिनेश, मशहूर इंटीरियर डिजाइनर मैरी-गॉन, कोलनमेस्से प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर मिलिंद दीक्षित आदि शामिल हुए. कितनी तेजी से बढ़ रहा यह मार्केट? बता दें कि भारत में इंटीरियर डिजाइन मार्केट काफी तेजी से बढ़ रहा है. कोलनमेस्से के एमडी मिलिंद दीक्षित ने बताया कि भारत का इंटीरियर डिजाइन मार्केट 2024 में 36.4 बिलियन डॉलर का है, जो 14.3 फीसदी की दर से डिवेलप होकर 2032 तक 67.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. वहीं, 2033 तक 71 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. ट्रंप से कैसे निपटेगा भारत? फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (एफआईसीओ) के अजय सहाय का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ से भारतीय एक्सपोर्टर्स की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि चीन के बाद अमेरिका हमारा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. इस बीच एक्सपोर्टर्स को बचाने के लिए सरकार बड़ी योजना बना रही है, जो करीब 20,000 करोड़ की होगी. सरकार का टारगेट है कि सितंबर तक इस योजना को शुरू कर दिया जाए. इसका मकसद दुनिया भर में ट्रेड में होने वाले उतार-चढ़ावों से भारतीय एक्सपोर्टर्स को बचाना है. कब लगेगी पहली एग्जिबिशन? आईएमएम इंडिया की पहली एग्जिबिशन 11 से 14 मार्च तक यशोभूमि (आईआईसीसी) में लगेगी, जो द्वारका नई दिल्ली में है. यहां आपको फर्नीचर के नए डिजाइन, लाइटिंग के आइडिया, वॉल और फ्लोर कवरिंग्स, होम डेकोर आइटम्स, बाथरूम एक्सेसरीज, किचन सॉल्यूशंस और आर्ट पीसेस भी देखने के लिए मिलेंगे. इस एग्जिबिशन में जर्मनी, इटली और चीन जैसे देशों की कंपनियां भी आएंगी. ये भी पढ़ें: बियर पीने के शौकीन हैं तो चखने में जरूर ट्राई करें ये चीजें, कसम से आ जाएगा मजा

घर सजाना किसे पसंद नहीं, लेकिन कभी-कभी सोचते हैं कि अच्छा फर्नीचर कहां से लाएं? नए डिजाइन कैसे पता चलें या फिर बजट में सब कैसे फिट होगा? अब ये सब आसान होने वाला है, क्योंकि भारत में बड़ा बदलाव आ रहा है. दरअसल, आईएमएम इंडिया नाम की नई पहल शुरू हो गई है, जो घर सजाने के तरीके को पूरी तरह बदल देगी. ये आईएमएम कोलोन का भारतीय वर्जन है, जो दुनिया का मशहूर फर्नीचर और इंटीरियर ट्रेड फेयर है. हाल ही में लॉन्च हुए आईएमएम इंडिया की पहली एग्जिबिशन मार्च 2026 में लगेगी. आइए जानते हैं कि यह कैसे आपके घर को खूबसूरत बनाने में मदद करेगा?
क्या है आईएमएम इंडिया?
IMM इंडिया B2B प्लेटफॉर्म है, जहां फर्नीचर बनाने वाले, इंटीरियर डिजाइनर और एक्सपोर्टर मिलकर नए आइडिया शेयर करेंगे. इसका फायदा डायरेक्ट आम आदमी को मिलेगा, क्योंकि यहां से नए ट्रेंड्स, सस्ते और अच्छे प्रॉडक्ट्स मार्केट में आएंगे. 8 अगस्त को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित लॉन्चिंग इवेंट में फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस के डायरेक्टर जनरल डॉ. अजय सहाय, जोधपुर हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट भारत दिनेश, मशहूर इंटीरियर डिजाइनर मैरी-गॉन, कोलनमेस्से प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर मिलिंद दीक्षित आदि शामिल हुए.
कितनी तेजी से बढ़ रहा यह मार्केट?
बता दें कि भारत में इंटीरियर डिजाइन मार्केट काफी तेजी से बढ़ रहा है. कोलनमेस्से के एमडी मिलिंद दीक्षित ने बताया कि भारत का इंटीरियर डिजाइन मार्केट 2024 में 36.4 बिलियन डॉलर का है, जो 14.3 फीसदी की दर से डिवेलप होकर 2032 तक 67.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा. वहीं, 2033 तक 71 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा.
ट्रंप से कैसे निपटेगा भारत?
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (एफआईसीओ) के अजय सहाय का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के टैरिफ से भारतीय एक्सपोर्टर्स की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि चीन के बाद अमेरिका हमारा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है. इस बीच एक्सपोर्टर्स को बचाने के लिए सरकार बड़ी योजना बना रही है, जो करीब 20,000 करोड़ की होगी. सरकार का टारगेट है कि सितंबर तक इस योजना को शुरू कर दिया जाए. इसका मकसद दुनिया भर में ट्रेड में होने वाले उतार-चढ़ावों से भारतीय एक्सपोर्टर्स को बचाना है.
कब लगेगी पहली एग्जिबिशन?
आईएमएम इंडिया की पहली एग्जिबिशन 11 से 14 मार्च तक यशोभूमि (आईआईसीसी) में लगेगी, जो द्वारका नई दिल्ली में है. यहां आपको फर्नीचर के नए डिजाइन, लाइटिंग के आइडिया, वॉल और फ्लोर कवरिंग्स, होम डेकोर आइटम्स, बाथरूम एक्सेसरीज, किचन सॉल्यूशंस और आर्ट पीसेस भी देखने के लिए मिलेंगे. इस एग्जिबिशन में जर्मनी, इटली और चीन जैसे देशों की कंपनियां भी आएंगी.
ये भी पढ़ें: बियर पीने के शौकीन हैं तो चखने में जरूर ट्राई करें ये चीजें, कसम से आ जाएगा मजा
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