गौतम अडानी ने मिडिल ईस्ट तनाव पर जताई भारी चिंता, बोले- शांति की कीमत बखूबी जानता है भारत

Adani AGM 2025: अडानी समूह के चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडानी ने मंगलवार को शेयर होल्डर्स के साथ एजीएम की बैठक के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ हाल में उठाए गए कड़े कदम ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए कहा कि भारत शांति की कीमत बखूबी जानता है. लेकिन कोई आंख दिखाए है तो उसको उसी की भाषा में जवाब देना भी जानता है. उन्होंने अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति सात्वंना व्यक्त करते हुए इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया. बदल गई दुनिया गौतम अडानी ने कहा कि पिछले 12 महीनों के दौरान पूरी दुनिया नाटकीय रूप रुप से बदल चुकी है. करीब 60 से ज्यादा देश चुनाव में हुए. सीमाओं का पुननिर्धारण किया गया, दोस्तों को कसौटी पर परखा गया और अर्थव्यवस्थाएं हिल गईं. उन्होंने आगे कहा कि मध्य-पूर्व भारी तनाव के चलते से ऊर्जा पर काले बादल मंडरा रहे हैं. यूरोप में इकोनॉमी को लेकर आत्मविश्वास गिर चुका है. अमेरिका के सामने अपनी अलग चुनौतियां हैं. इन सभी मुश्किलों के बावजूद भारत न सिर्फ मजबूती के साथ खड़ा है बल्कि किसी भी प्रमुख देश की तुलना में ज्यादा तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है. लहरों से डरकर पार नहीं होती नौका अडानी समूह के चेयरमैन ने आगे कहा कि ये कोई संयोग नहीं बल्कि दूरदृष्टि का एक नतीजा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे केन्द्र और राज्य सरकारों का इसका श्रेय देना चाहेंगे जिन्होंने पूरे देश में इस एतिहासिक बदलाव की नींव रखी. इसके बाद ये अच्छे अध्याय की मजह शुरुआत भर है. उन्होंने कहा कि लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती, हिम्मत करनेवालों की कभी हार नहीं होती. अपनी मां को गाइडिंग स्टार बताते हुए दिग्गज उद्योगपति ने कहा कि इतिहास हमेशा लड़ने वालों को याद करता हैं. उन्होंने कंपनी के शेयरधारकों से कहा कि ठीक अडानी ग्रुप ने भी कुछ ऐसा ही किया है. अडानी समूह चुनौतियों और लगातार जांच-पड़ताल के बावजूद कभी पीछे नहीं हटा, बल्कि ये साबित किया कि सच्ची नेतृत्व क्षमता धूप में नहीं, बल्कि संकट की आग में तपकर बनती है. आरोपों का डटकर मुकाबला उन्होंने समूह पर पिछले दिनों लगे आरोपों के बारे में बताते हुए कहा कि पिछले साल फिर हमारी परीक्षा हुई, जब अमेरिका के न्याय विभाग और प्रतिभूति और विनिमय आयोग ने अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़ी कुछ आरोपों की जांच शुरू की.  लेकिन, इन सारे शोर-शराबे के बावजूद सच्चाई ये है कि अडानी समूह के किसी भी व्यक्ति पर न तो FCPA (Foreign Corrupt Practices Act) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है और न ही न्याय में बाधा डालने की साजिश का. गौतम अडानी ने कहा कि हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां पर नकारात्मकता की आवाज़ अक्सर सच्चाई से भी ज़्यादा तेज गूंजती है. लेकिन, हम कानूनी प्रक्रियाओं में पूरा सहयोग कर रहे हैं. ये भी पढ़ें: एजीएम में गौतम अडानी ने कहा- 12 महीने में तेजी से बदली दुनिया, हौसला हो तो फिर फासला क्या है

Jun 24, 2025 - 17:30
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गौतम अडानी ने मिडिल ईस्ट तनाव पर जताई भारी चिंता, बोले- शांति की कीमत बखूबी जानता है भारत

Adani AGM 2025: अडानी समूह के चेयरमैन और दिग्गज उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडानी ने मंगलवार को शेयर होल्डर्स के साथ एजीएम की बैठक के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ हाल में उठाए गए कड़े कदम ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ करते हुए कहा कि भारत शांति की कीमत बखूबी जानता है. लेकिन कोई आंख दिखाए है तो उसको उसी की भाषा में जवाब देना भी जानता है. उन्होंने अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति सात्वंना व्यक्त करते हुए इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया.

बदल गई दुनिया

गौतम अडानी ने कहा कि पिछले 12 महीनों के दौरान पूरी दुनिया नाटकीय रूप रुप से बदल चुकी है. करीब 60 से ज्यादा देश चुनाव में हुए. सीमाओं का पुननिर्धारण किया गया, दोस्तों को कसौटी पर परखा गया और अर्थव्यवस्थाएं हिल गईं.

उन्होंने आगे कहा कि मध्य-पूर्व भारी तनाव के चलते से ऊर्जा पर काले बादल मंडरा रहे हैं. यूरोप में इकोनॉमी को लेकर आत्मविश्वास गिर चुका है. अमेरिका के सामने अपनी अलग चुनौतियां हैं. इन सभी मुश्किलों के बावजूद भारत न सिर्फ मजबूती के साथ खड़ा है बल्कि किसी भी प्रमुख देश की तुलना में ज्यादा तेज रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है.

लहरों से डरकर पार नहीं होती नौका

अडानी समूह के चेयरमैन ने आगे कहा कि ये कोई संयोग नहीं बल्कि दूरदृष्टि का एक नतीजा है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे केन्द्र और राज्य सरकारों का इसका श्रेय देना चाहेंगे जिन्होंने पूरे देश में इस एतिहासिक बदलाव की नींव रखी. इसके बाद ये अच्छे अध्याय की मजह शुरुआत भर है. उन्होंने कहा कि लहरों से डरकर नौका कभी पार नहीं होती, हिम्मत करनेवालों की कभी हार नहीं होती.

अपनी मां को गाइडिंग स्टार बताते हुए दिग्गज उद्योगपति ने कहा कि इतिहास हमेशा लड़ने वालों को याद करता हैं. उन्होंने कंपनी के शेयरधारकों से कहा कि ठीक अडानी ग्रुप ने भी कुछ ऐसा ही किया है. अडानी समूह चुनौतियों और लगातार जांच-पड़ताल के बावजूद कभी पीछे नहीं हटा, बल्कि ये साबित किया कि सच्ची नेतृत्व क्षमता धूप में नहीं, बल्कि संकट की आग में तपकर बनती है.

आरोपों का डटकर मुकाबला

उन्होंने समूह पर पिछले दिनों लगे आरोपों के बारे में बताते हुए कहा कि पिछले साल फिर हमारी परीक्षा हुई, जब अमेरिका के न्याय विभाग और प्रतिभूति और विनिमय आयोग ने अडानी ग्रीन एनर्जी से जुड़ी कुछ आरोपों की जांच शुरू की. 

लेकिन, इन सारे शोर-शराबे के बावजूद सच्चाई ये है कि अडानी समूह के किसी भी व्यक्ति पर न तो FCPA (Foreign Corrupt Practices Act) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है और न ही न्याय में बाधा डालने की साजिश का. गौतम अडानी ने कहा कि हम एक ऐसे दौर में जी रहे हैं जहां पर नकारात्मकता की आवाज़ अक्सर सच्चाई से भी ज़्यादा तेज गूंजती है. लेकिन, हम कानूनी प्रक्रियाओं में पूरा सहयोग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: एजीएम में गौतम अडानी ने कहा- 12 महीने में तेजी से बदली दुनिया, हौसला हो तो फिर फासला क्या है

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