काला चश्मा... कानों में टॉप्स पहने ED दफ्तर पहुंचे सुरेश रैना, 9 घंटे तक चली पूछताछ में क्या बताया? जानिए
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना बुधवार को सुबह करीब 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफिस पहुंचे, जहां उनसे करीब 9 घंटे तक पूछताछ चली. वह शाम को करीब 7 बजे ईडी मुख्यालय से बाहर निकले, जहां उन्होंने किसी से बात नहीं की और अपने घर को रवाना हो गए. हलके ब्राउन रंग की शर्ट पहने, काला चश्मा लगाए हुए, कानों में टॉप्स पहने वह जब ईडी ऑफिस पहुंचे थे तो काफी परेशान दिख रहे थे. 38 वर्षीय सुरेश रैना बुधवार को सुबह 11 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे, अपना बयान दर्ज करवाने से पहले उन्हें ऑफिस के बाहर सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) कर्मियों और ईडी कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया. रैना को कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होना था. सूत्रों ने बताया था कि संघीय जांच एजेंसी एक ‘‘अवैध’’ सट्टेबाजी ऐप (1एक्सबेट) से जुड़ी जांच के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज करेगी. सुरेश रैना ने ईडी को क्या बताया पूर्व भारतीय क्रिकेटर रैना करीब 9 घंटे तक ईडी के ऑफिस में रहे, मतलब उनसे लंबी बातचीत चली होगी. अब सवाल ये हैं कि सुरेश रैना ने अपने बयान में क्या कहा? क्या रैना को इस ऐप के बारे में पूरी जानकारी थी, क्या उन्हें इसके अवैध होने के बारे में नहीं पता था. ब्रांड एंबेस्डर बनने के लिए रैना के साथ क्या कॉन्ट्रैक्ट हुआ था. उन्हें इस कांटेक्ट के लिए कितने रुपये मिले? अगर मिले तो किस अकाउंट से किन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए? ये कुछ सवाल हैं, जो रैना से ईडी ने पूछे होंगे. हालांकि क्रिकेटर ने अपने जवाब में क्या बताया, इसकी जानकारी आना बाकी है. किस ऐप की वजह से मुश्किल में फंसे सुरेश रैना? सुरेश रैना 1xBET नाम की एक ऑनलाइन बेटिंग ऐप की वजह से मुश्किल में फंसे हैं, जो भारत में प्रतिबंधित है. इसके आलावा भी कई ऐप हैं, जो भारत में प्रतिबंधित हैं लेकिन इसके बावजूद दुनिया भर में क्रिकेट मैच का ऑनलाइन सट्टा इसमें लगाया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रैना पर सट्टेबाजी ऐप को प्रमोट करने का आरोप है, दिसंबर 2024 में रैना को ऐप ने अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था. भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के लगभग 22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं पिछले कई समय से ईडी सट्टेबाजी को प्रमोट करने वाली ऐप्स के खिलाफ सख्ती से एक्शन ले रही है. इन ऐप्स को कई बड़ी हस्तियां प्रोमोट कर चुकी हैं, जिसके बाद ईडी सख्ती से लगातार जांच कर रही है. इन ऐप्स पर लोगों और निवेशकों से करोडो रुपये की ठगी का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में इन सट्टेबाजी ऐप्स के लगभग 22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना बुधवार को सुबह करीब 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफिस पहुंचे, जहां उनसे करीब 9 घंटे तक पूछताछ चली. वह शाम को करीब 7 बजे ईडी मुख्यालय से बाहर निकले, जहां उन्होंने किसी से बात नहीं की और अपने घर को रवाना हो गए. हलके ब्राउन रंग की शर्ट पहने, काला चश्मा लगाए हुए, कानों में टॉप्स पहने वह जब ईडी ऑफिस पहुंचे थे तो काफी परेशान दिख रहे थे.
38 वर्षीय सुरेश रैना बुधवार को सुबह 11 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे, अपना बयान दर्ज करवाने से पहले उन्हें ऑफिस के बाहर सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) कर्मियों और ईडी कर्मियों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया.
रैना को कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होना था. सूत्रों ने बताया था कि संघीय जांच एजेंसी एक ‘‘अवैध’’ सट्टेबाजी ऐप (1एक्सबेट) से जुड़ी जांच के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज करेगी.
सुरेश रैना ने ईडी को क्या बताया
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रैना करीब 9 घंटे तक ईडी के ऑफिस में रहे, मतलब उनसे लंबी बातचीत चली होगी. अब सवाल ये हैं कि सुरेश रैना ने अपने बयान में क्या कहा? क्या रैना को इस ऐप के बारे में पूरी जानकारी थी, क्या उन्हें इसके अवैध होने के बारे में नहीं पता था. ब्रांड एंबेस्डर बनने के लिए रैना के साथ क्या कॉन्ट्रैक्ट हुआ था. उन्हें इस कांटेक्ट के लिए कितने रुपये मिले? अगर मिले तो किस अकाउंट से किन अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए? ये कुछ सवाल हैं, जो रैना से ईडी ने पूछे होंगे. हालांकि क्रिकेटर ने अपने जवाब में क्या बताया, इसकी जानकारी आना बाकी है.
किस ऐप की वजह से मुश्किल में फंसे सुरेश रैना?
सुरेश रैना 1xBET नाम की एक ऑनलाइन बेटिंग ऐप की वजह से मुश्किल में फंसे हैं, जो भारत में प्रतिबंधित है. इसके आलावा भी कई ऐप हैं, जो भारत में प्रतिबंधित हैं लेकिन इसके बावजूद दुनिया भर में क्रिकेट मैच का ऑनलाइन सट्टा इसमें लगाया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रैना पर सट्टेबाजी ऐप को प्रमोट करने का आरोप है, दिसंबर 2024 में रैना को ऐप ने अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया था.
भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के लगभग 22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं
पिछले कई समय से ईडी सट्टेबाजी को प्रमोट करने वाली ऐप्स के खिलाफ सख्ती से एक्शन ले रही है. इन ऐप्स को कई बड़ी हस्तियां प्रोमोट कर चुकी हैं, जिसके बाद ईडी सख्ती से लगातार जांच कर रही है. इन ऐप्स पर लोगों और निवेशकों से करोडो रुपये की ठगी का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में इन सट्टेबाजी ऐप्स के लगभग 22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं.
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