अब छोटे कारोबारियों को लोन मिलना होगा आसान, Ambit Finvest ने की DCB बैंक के साथ पार्टनरशिप

MSMEs Sector Loan: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) और कारोबारियों को लोन मिलना अब आसान हो जाएगा क्योंकि Ambit ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी एम्बिट फिनवेस्ट ने DCB बैंक के साथ पार्टनरशिप की है. मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा गया कि ऐसा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को आसानी से लोन मुहैया कराने के लिए किया गया.  Ambit Finvest की इन बैंकों के साथ भी पार्टनरशिप इससे पहले Ambit Finvest ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सिडबी और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ पार्टनरशिप की है. अब DCB बैंक के साथ यह इसका चौथा को-लेंडिंग अलायंस है. यह एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें दो या दो से अधिक वित्तीय संस्थान किसी उधारकर्ता को लोन देते हैं. इस व्यवस्था के तहत लोन देने संबंधी जोखिम और इससे मिलने वाले फायदे के दोनों हकदार होते हैं. इसमें आमतौर पर एक बैंक किसी NBFC के साथ पार्टनरशिप करता है, जिससे छोटे कारोबारियों को लोन मिलने में कोई दिक्कत न हो. यह भारत में RBI  के को-लेंडिंग फ्रेमवर्क के अनुरूप है. इसका मकसद प्रॉयरिटी सेक्टर में लोन फ्लो को बढ़ाना है, ताकि इकोनॉमी में सुधार आए, समाज का विकास हो.  मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, एम्बिट फिनवेस्ट के CEO संजय अग्रवाल ने कहा, इस पार्टनरशिप के जरिए हमारा लक्ष्य  MSMEs के सेगमेंट में अपना दायरा बढ़ाना है क्योंकि इस सेक्टर के कई हिस्सों को पर्याप्त लोन मिलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.  MSMEs सेक्टर को लोन मिलने के फायदे MSMEs सेक्टर को लोन मिलने से देश का फायदा होता है. इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है. लोन मिलने से कारोबारी नई मशीनरी वगैरह खरीद सकते हैं, उन्हें अपना कारोबार आगे बढ़ाने में मदद मिलती है, मार्केट में उनकी एंट्री होती है. लोन मिलने से नए-नए लोगों को काम पर रखा जाता है, जिससे रोजगार बढ़ता है. MSMEs सेक्टर देश की जीडीपी में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.   ये भी पढ़ें:  रॉकेट बन सकता है यह शेयर, नुवामा को है भारी रिटर्न की उम्मीद; 3800 तक जाएगा यह स्टॉक

Jun 25, 2025 - 13:30
 0
अब छोटे कारोबारियों को लोन मिलना होगा आसान, Ambit Finvest ने की DCB बैंक के साथ पार्टनरशिप

MSMEs Sector Loan: सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs) और कारोबारियों को लोन मिलना अब आसान हो जाएगा क्योंकि Ambit ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी एम्बिट फिनवेस्ट ने DCB बैंक के साथ पार्टनरशिप की है. मंगलवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा गया कि ऐसा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को आसानी से लोन मुहैया कराने के लिए किया गया. 

Ambit Finvest की इन बैंकों के साथ भी पार्टनरशिप

इससे पहले Ambit Finvest ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सिडबी और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के साथ पार्टनरशिप की है. अब DCB बैंक के साथ यह इसका चौथा को-लेंडिंग अलायंस है.

यह एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें दो या दो से अधिक वित्तीय संस्थान किसी उधारकर्ता को लोन देते हैं. इस व्यवस्था के तहत लोन देने संबंधी जोखिम और इससे मिलने वाले फायदे के दोनों हकदार होते हैं. इसमें आमतौर पर एक बैंक किसी NBFC के साथ पार्टनरशिप करता है, जिससे छोटे कारोबारियों को लोन मिलने में कोई दिक्कत न हो. यह भारत में RBI  के को-लेंडिंग फ्रेमवर्क के अनुरूप है. इसका मकसद प्रॉयरिटी सेक्टर में लोन फ्लो को बढ़ाना है, ताकि इकोनॉमी में सुधार आए, समाज का विकास हो. 

मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, एम्बिट फिनवेस्ट के CEO संजय अग्रवाल ने कहा, इस पार्टनरशिप के जरिए हमारा लक्ष्य  MSMEs के सेगमेंट में अपना दायरा बढ़ाना है क्योंकि इस सेक्टर के कई हिस्सों को पर्याप्त लोन मिलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. 

MSMEs सेक्टर को लोन मिलने के फायदे

MSMEs सेक्टर को लोन मिलने से देश का फायदा होता है. इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है. लोन मिलने से कारोबारी नई मशीनरी वगैरह खरीद सकते हैं, उन्हें अपना कारोबार आगे बढ़ाने में मदद मिलती है, मार्केट में उनकी एंट्री होती है. लोन मिलने से नए-नए लोगों को काम पर रखा जाता है, जिससे रोजगार बढ़ता है. MSMEs सेक्टर देश की जीडीपी में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.  

ये भी पढ़ें: 

रॉकेट बन सकता है यह शेयर, नुवामा को है भारी रिटर्न की उम्मीद; 3800 तक जाएगा यह स्टॉक

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow