'मैं जिपलाइन पर था, नीचे शुरू हो गई फायरिंग', पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदीद ने बयां किया मंजर
Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशवासियों में आक्रोश है. तमाम चश्मदीद के बयानों से जाहिर है कि आतंकियों ने किस कदर बैसरन घाटी में नरसंहार किया. इसी बीच हमले के दौरान जिप लाइन करते एक चश्मदीद का वीडियो सामने आया है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में चश्मदीदों ने हमले के वक्त का पूरा मंजर बयां किया. पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदीद ऋषि भट्ट ने ABP न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि मैं जब जिप लाइन में था तभी नीचे फायरिंग शुरू हो गई थी और मैंने देखा कि नीचे 5-6 लोगों को गोलियां लग गई हैं. नीचे पहुंचने पर मैं जिप लाइन खोलकर कूद गया. मैंने अपने बीवी बच्चों को लेकर वहां से भागना शुरू कर दिया. 'यहां आतंकवादी हमला हुआ है और हम फंस गए हैं'उन्होंने आगे बताया कि जब मैं ग्राउंड से भागकर मेन गेट तक पहुंचा तो कुछ देर बाद नेटवर्क मिलने पर मैंने अपने भाई जो अहमदाबाद में रहते हैं उनको कॉल कर बताया कि यहां आतंकवादी हमला हुआ है और हम फंस गए हैं. उसके 18 मिनट के बाद जब मैंने दूसरा कॉल किया तो बताया कि आर्मी ने हमें कवर कर लिया है और अब नीचे उतार रही है. 'धर्म पूछकर आतंकी ने गोली मार दी'22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या ने बताया कि मैं और शुभम बैठकर मैगी खाने जा रहे थे तभी एक आदमी पीछे से आया. उसने बंदूक लगाकर कहा कि हिंदू हो या मुसलमान हो और मुसलमान हो तो कलमा पढ़कर दिखाओ. मैंने हंसकर पूछा कि भइया क्या हुआ उसने फिर पूछा कि हिंदू हो या मुसलमान. मैंने कहा हिंदू हूं इतना सुनते ही उसने गोली मार दी. उसके बाद कई लोगों को मार दिया. ये भी पढ़ें: 'हमें भारत में रहने दो या कफन में लपेट कर PAK भेजो लाश', बोलीं पूर्व कश्मीरी आतंकवादियों की पाकिस्तानी बीवियां

Jammu Kashmir Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देशवासियों में आक्रोश है. तमाम चश्मदीद के बयानों से जाहिर है कि आतंकियों ने किस कदर बैसरन घाटी में नरसंहार किया. इसी बीच हमले के दौरान जिप लाइन करते एक चश्मदीद का वीडियो सामने आया है. एबीपी न्यूज़ से बातचीत में चश्मदीदों ने हमले के वक्त का पूरा मंजर बयां किया.
पहलगाम आतंकी हमले के चश्मदीद ऋषि भट्ट ने ABP न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि मैं जब जिप लाइन में था तभी नीचे फायरिंग शुरू हो गई थी और मैंने देखा कि नीचे 5-6 लोगों को गोलियां लग गई हैं. नीचे पहुंचने पर मैं जिप लाइन खोलकर कूद गया. मैंने अपने बीवी बच्चों को लेकर वहां से भागना शुरू कर दिया.
'यहां आतंकवादी हमला हुआ है और हम फंस गए हैं'
उन्होंने आगे बताया कि जब मैं ग्राउंड से भागकर मेन गेट तक पहुंचा तो कुछ देर बाद नेटवर्क मिलने पर मैंने अपने भाई जो अहमदाबाद में रहते हैं उनको कॉल कर बताया कि यहां आतंकवादी हमला हुआ है और हम फंस गए हैं. उसके 18 मिनट के बाद जब मैंने दूसरा कॉल किया तो बताया कि आर्मी ने हमें कवर कर लिया है और अब नीचे उतार रही है.
'धर्म पूछकर आतंकी ने गोली मार दी'
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले कानपुर निवासी शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या ने बताया कि मैं और शुभम बैठकर मैगी खाने जा रहे थे तभी एक आदमी पीछे से आया. उसने बंदूक लगाकर कहा कि हिंदू हो या मुसलमान हो और मुसलमान हो तो कलमा पढ़कर दिखाओ. मैंने हंसकर पूछा कि भइया क्या हुआ उसने फिर पूछा कि हिंदू हो या मुसलमान. मैंने कहा हिंदू हूं इतना सुनते ही उसने गोली मार दी. उसके बाद कई लोगों को मार दिया.
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