भारत में पहली बार बिल्ली के दिल में लगा पेसमेकर, जानिए कहां हुआ ये चमत्कार

Cat Pacemaker in India: अब तक आपने इंसानों को पेसमेकर लगते सुना या देखा होगा लेकिन भारत में पहली बार किसी बिल्ली को पेसमेकल लगाया गया है. पुणे (Pune) की 7 साल की बिल्ली पिल्लू ने इतिहास रच दिया है. उसके दिल की धड़कन सामान्य 160 बीट्स प्रति मिनट से गिरकर सिर्फ 50 रह गई थी, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पेसमेकर लगाकर उसके हार्ट रेट को कंट्रोल किया. बिल्ली को किस तरह की प्रॉब्लम्स बिल्ली पिल्लू के मालिक अजय हिरुलकर ने बताया कि उन्होंने देखा पहले जो पिल्लू फुर्ती से अलमारी पर चढ़ जाती थी, अब कुर्सी पर चढ़ने में भी मुश्किल हो रही थी. जांच में पता चला कि उसे मायोकार्डाइटिस (Myocarditis), जो दिल का सूजन है और बाद में दिल की मांसपेशियों के पतले होने की समस्या (DCM) हो गई है. इससे उसकी दिल की धड़कन (Heartbeat) खतरनाक रूप से कम हो गई थी. पेसमेकर की सर्जरी पिल्लू की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम ने उसके चेस्ट में पेसमेकर (Pacemaker) लगाया. यह सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि बिल्ली के दिल (Cat Heart) की दीवारें पतली होती हैं. फिर भी, सर्जरी सफल रही और अब पिल्लू धीरे-धीरे ठीक हो रही है. क्या होता है थर्ड-डिग्री AV ब्लॉक यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें दिल के ऊपरी और निचले हिस्सों के बीच की विद्युत संकेतों की प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे दिल की धड़कन बहुत धीमी हो जाती है. इसका इलाज पेसमेकर से किया जाता है, जो दिल की धड़कन को सामान्य बनाए रखता है. पालतू जानवरों की आदतें बदले तो अलर्ट हो जाएं पिल्लू की बीमारी से पता चलता है कि अगर पालतू जानवर की आदतों में बदलाव दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. सही देखभाल और समय पर इलाज से उनकी जान बचाई जा सकती है. पिल्लू फिलहाल ठीक हो रही है और उम्मीद है कि वह जल्द ही पहले जैसी फुर्तीली हो जाएगी. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.  यह भी पढ़ें : पूरी तरह शुगर छोड़ने के फायदे तो जान गए होंगे, अब जान लीजिए क्या है इसके नुकसान    

May 8, 2025 - 20:30
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भारत में पहली बार बिल्ली के दिल में लगा पेसमेकर, जानिए कहां हुआ ये चमत्कार

Cat Pacemaker in India: अब तक आपने इंसानों को पेसमेकर लगते सुना या देखा होगा लेकिन भारत में पहली बार किसी बिल्ली को पेसमेकल लगाया गया है. पुणे (Pune) की 7 साल की बिल्ली पिल्लू ने इतिहास रच दिया है. उसके दिल की धड़कन सामान्य 160 बीट्स प्रति मिनट से गिरकर सिर्फ 50 रह गई थी, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई थी. इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पेसमेकर लगाकर उसके हार्ट रेट को कंट्रोल किया.

बिल्ली को किस तरह की प्रॉब्लम्स

बिल्ली पिल्लू के मालिक अजय हिरुलकर ने बताया कि उन्होंने देखा पहले जो पिल्लू फुर्ती से अलमारी पर चढ़ जाती थी, अब कुर्सी पर चढ़ने में भी मुश्किल हो रही थी. जांच में पता चला कि उसे मायोकार्डाइटिस (Myocarditis), जो दिल का सूजन है और बाद में दिल की मांसपेशियों के पतले होने की समस्या (DCM) हो गई है. इससे उसकी दिल की धड़कन (Heartbeat) खतरनाक रूप से कम हो गई थी.

पेसमेकर की सर्जरी

पिल्लू की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की टीम ने उसके चेस्ट में पेसमेकर (Pacemaker) लगाया. यह सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि बिल्ली के दिल (Cat Heart) की दीवारें पतली होती हैं. फिर भी, सर्जरी सफल रही और अब पिल्लू धीरे-धीरे ठीक हो रही है.

क्या होता है थर्ड-डिग्री AV ब्लॉक

यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें दिल के ऊपरी और निचले हिस्सों के बीच की विद्युत संकेतों की प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे दिल की धड़कन बहुत धीमी हो जाती है. इसका इलाज पेसमेकर से किया जाता है, जो दिल की धड़कन को सामान्य बनाए रखता है.

पालतू जानवरों की आदतें बदले तो अलर्ट हो जाएं

पिल्लू की बीमारी से पता चलता है कि अगर पालतू जानवर की आदतों में बदलाव दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. सही देखभाल और समय पर इलाज से उनकी जान बचाई जा सकती है. पिल्लू फिलहाल ठीक हो रही है और उम्मीद है कि वह जल्द ही पहले जैसी फुर्तीली हो जाएगी.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 

यह भी पढ़ें : पूरी तरह शुगर छोड़ने के फायदे तो जान गए होंगे, अब जान लीजिए क्या है इसके नुकसान

 

 

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