भारत के इस राज्य में रहते हैं सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे, जानें साक्षरता में नंबर 1 कौन?
भारत में शिक्षा को हमेशा विकास की कुंजी माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का कौन-सा राज्य सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा है? ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश ने यह बड़ा खिताब अपने नाम कर लिया है. राज्य ने न सिर्फ साक्षरता में शानदार रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि देश का पहला राज्य बन गया है जिसकी साक्षरता दर अब 99.3 प्रतिशत हो चुकी है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित “उल्लास मेला” के दौरान हिमाचल को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित करेंगे. यह क्षण प्रदेश के हर नागरिक के लिए गर्व का होगा. हिमाचल ने केंद्र सरकार द्वारा तय 95 प्रतिशत साक्षरता के मानक को पार कर एक नया इतिहास रच दिया है. आंकड़े क्या कहते हैं? शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में हिमाचल की अनुमानित जनसंख्या लगभग 75.05 लाख है. इनमें से सिर्फ 56,960 लोग निरक्षर बचे हैं. सरकार इन लोगों को भी साक्षर बनाने के लिए विशेष अभियान चला रही है. यह भी पढ़ें - सोशल मीडिया पर शेयर किया SSC का क्वेश्चन पेपर तो खैर नहीं, लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना ये भी पा चुके हैं उपलब्धि हिमाचल से पहले देश के कुछ और राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने भी यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है. मिजोरम ने 20 मई 2025 को भारत का पहला पूरी तरह साक्षर राज्य बनने का गौरव पाया. 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार यहां की साक्षरता दर 98.2% है, जबकि 2011 की जनगणना में यह केवल 91.33% थी. इसके बाद गोवा ने ULLAS (Understanding of Lifelong Learning for All in Society) पहल के जरिए शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की मदद से अपनी साक्षरता दर 94% से बढ़ाकर 100% कर ली. त्रिपुरा ने भी शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार दिखाया, जहां 1961 में साक्षरता दर सिर्फ 20.24% थी और अब यह 95.6% तक पहुंच गई है. हिमाचल प्रदेश ने 99.3% साक्षरता दर के साथ चौथा पूरी तरह साक्षर राज्य बनने का खिताब हासिल किया. यहां “पढ़ना-लिखना अभियान” और “साक्षर भारत मिशन” जैसे कार्यक्रमों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. वहीं, लद्दाख देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश है जिसने 97% साक्षरता दर के साथ यह मुकाम हासिल किया. यह भी पढ़ें - संजय दत्त या सुनील शेट्टी किसने कहां से की है पढ़ाई? यहां देखें कौन है पढ़ाई में बेस्ट

भारत में शिक्षा को हमेशा विकास की कुंजी माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का कौन-सा राज्य सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा है? ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश ने यह बड़ा खिताब अपने नाम कर लिया है. राज्य ने न सिर्फ साक्षरता में शानदार रिकॉर्ड बनाया है, बल्कि देश का पहला राज्य बन गया है जिसकी साक्षरता दर अब 99.3 प्रतिशत हो चुकी है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 8 सितम्बर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के मौके पर शिमला के पीटरहॉफ में आयोजित “उल्लास मेला” के दौरान हिमाचल को पूर्ण साक्षर राज्य घोषित करेंगे. यह क्षण प्रदेश के हर नागरिक के लिए गर्व का होगा. हिमाचल ने केंद्र सरकार द्वारा तय 95 प्रतिशत साक्षरता के मानक को पार कर एक नया इतिहास रच दिया है.
आंकड़े क्या कहते हैं?
शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में हिमाचल की अनुमानित जनसंख्या लगभग 75.05 लाख है. इनमें से सिर्फ 56,960 लोग निरक्षर बचे हैं. सरकार इन लोगों को भी साक्षर बनाने के लिए विशेष अभियान चला रही है.
यह भी पढ़ें - सोशल मीडिया पर शेयर किया SSC का क्वेश्चन पेपर तो खैर नहीं, लगेगा 1 करोड़ का जुर्माना
ये भी पा चुके हैं उपलब्धि
हिमाचल से पहले देश के कुछ और राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने भी यह बड़ी उपलब्धि हासिल की है. मिजोरम ने 20 मई 2025 को भारत का पहला पूरी तरह साक्षर राज्य बनने का गौरव पाया. 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार यहां की साक्षरता दर 98.2% है, जबकि 2011 की जनगणना में यह केवल 91.33% थी. इसके बाद गोवा ने ULLAS (Understanding of Lifelong Learning for All in Society) पहल के जरिए शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की मदद से अपनी साक्षरता दर 94% से बढ़ाकर 100% कर ली.
त्रिपुरा ने भी शिक्षा के क्षेत्र में चमत्कार दिखाया, जहां 1961 में साक्षरता दर सिर्फ 20.24% थी और अब यह 95.6% तक पहुंच गई है. हिमाचल प्रदेश ने 99.3% साक्षरता दर के साथ चौथा पूरी तरह साक्षर राज्य बनने का खिताब हासिल किया. यहां “पढ़ना-लिखना अभियान” और “साक्षर भारत मिशन” जैसे कार्यक्रमों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. वहीं, लद्दाख देश का पहला केंद्र शासित प्रदेश है जिसने 97% साक्षरता दर के साथ यह मुकाम हासिल किया.
यह भी पढ़ें - संजय दत्त या सुनील शेट्टी किसने कहां से की है पढ़ाई? यहां देखें कौन है पढ़ाई में बेस्ट
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