पहले मां को खोया फिर ऑपरेशन सिंदूर के बाद PAK के हमले में पिता की मौत; बेटा बोला- मेरी क्या गलती है?
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से पंजाब के फिरोजपुर में 9 मई की रात घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान की ओर से आई मिसाइल का मलबा फिरोजपुर में एक घर पर गिरा था. इस घटना में कुल तीन लोग घायल हुए थे, जिनमें एक 57 वर्षीय किसान लखविंदर भी शामिल थे. जिनकी एक जुलाई को लुधियाना में मौत हो गई. पीटीआई रिपोर्ट के मुताबिक, 9 मई की रात को पाकिस्तान ने फिरोजपुर के खाईफेमीकी गांव के पास ड्रोन से मिसाइल दागी थी. इस घटना में लखविंदर सिंह, उनकी पत्नी सुखविंदर कौर और बेटा जसविंदर सिंह घायल हुए थे. तीनों को पहले फिरोजपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें लुधियाना के DMCH अस्पताल में ट्रांसफर किया गया. लखविंदर की पत्नी की मौत 13 मई को हो गई थी, जबकि उनके बेटे को इलाज के बाद छुट्टी मिल गई थी. अब घायल लखविंदर सिंह ने भी मंगलवार को दम तोड़ दिया. पहले मां को खोया और अब पिता की भी मौत: बेटा बेटा जसविंदर सिंह अब खतरे से बाहर है और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. जसविंदर ने कहा, 'पहले मैंने अपनी मां को खोया और अब पिता की भी मौत हो गई. पिता की मौत के बाद भी प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने अब तक मदद का हाथ नहीं बढ़ाया है. हमारी क्या गलती थी? हमारे पास बस 5 एकड़ जमीन है और अब उसी में खेती कर गुजारा करना होगा. हादसे में घायल हुए अपने पैर की तकलीफ से मैं अब भी गुजर रहा हूं.' भारत ने 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 6 से 7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे.ये भी पढ़ें:- 'रेप होता तो लव बाइट्स कैसे होते', कोलकाता गैंगरेप केस में आरोपी के वकील का चौंकाने वाला दावा

Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से पंजाब के फिरोजपुर में 9 मई की रात घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान की ओर से आई मिसाइल का मलबा फिरोजपुर में एक घर पर गिरा था. इस घटना में कुल तीन लोग घायल हुए थे, जिनमें एक 57 वर्षीय किसान लखविंदर भी शामिल थे. जिनकी एक जुलाई को लुधियाना में मौत हो गई.
पीटीआई रिपोर्ट के मुताबिक, 9 मई की रात को पाकिस्तान ने फिरोजपुर के खाईफेमीकी गांव के पास ड्रोन से मिसाइल दागी थी. इस घटना में लखविंदर सिंह, उनकी पत्नी सुखविंदर कौर और बेटा जसविंदर सिंह घायल हुए थे. तीनों को पहले फिरोजपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें लुधियाना के DMCH अस्पताल में ट्रांसफर किया गया. लखविंदर की पत्नी की मौत 13 मई को हो गई थी, जबकि उनके बेटे को इलाज के बाद छुट्टी मिल गई थी. अब घायल लखविंदर सिंह ने भी मंगलवार को दम तोड़ दिया.
पहले मां को खोया और अब पिता की भी मौत: बेटा
बेटा जसविंदर सिंह अब खतरे से बाहर है और उसे अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है. जसविंदर ने कहा, 'पहले मैंने अपनी मां को खोया और अब पिता की भी मौत हो गई. पिता की मौत के बाद भी प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने अब तक मदद का हाथ नहीं बढ़ाया है. हमारी क्या गलती थी? हमारे पास बस 5 एकड़ जमीन है और अब उसी में खेती कर गुजारा करना होगा. हादसे में घायल हुए अपने पैर की तकलीफ से मैं अब भी गुजर रहा हूं.'
भारत ने 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 6 से 7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे.
ये भी पढ़ें:- 'रेप होता तो लव बाइट्स कैसे होते', कोलकाता गैंगरेप केस में आरोपी के वकील का चौंकाने वाला दावा
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