दिल की सेहत जांचने के लिए क्यों करवाया जाता है ट्रेडमिल वाला टेस्ट? जान लीजिए कारण
Treadmill Test for Heart Health: हमारा दिल हर वक्त बिना रुके धड़कता रहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कब थकने लगता है? कई बार दिल की बीमारियां बिना कोई लक्षण दिए चुपचाप शरीर में पनपने लगती हैं और जब तक समझ आता है, तब तक देर हो चुकी होती है. ऐसे में समय रहते दिल की जांच करवाना बेहद जरूरी हो जाता है. इसी कड़ी में एक टेस्ट का नाम सबसे ज़्यादा सामने आता है. ट्रेडमिल टेस्ट, जिसे TMT टेस्ट भी कहा जाता है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये ट्रेडमिल टेस्ट होता क्या है? इसे क्यों करवाया जाता है और इसका दिल की सेहत से क्या संबंध है? इस विषय पर बात की हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अशर खान ने इस टेस्ट से जुड़ी जरूरी जानकारी साझा की. ये भी पढ़े- स्नैकिंग सिर्फ स्वाद नहीं, सेहत भी है जरूरी...कितने परसेंट लोग अब भी खोज रहे टेस्ट ट्रेडमिल टेस्ट क्या है? ट्रेडमिल टेस्ट (TMT) एक प्रकार का कार्डिएक स्ट्रेस टेस्ट है, जिसमें व्यक्ति को चलती हुई ट्रेडमिल पर चलने या दौड़ने के लिए कहा जाता है और इस दौरान दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर पर नजर रखी जाती है. इस टेस्ट का उद्देश्य यह जानना होता है कि, व्यक्ति का दिल एक्सरसाइज या शारीरिक मेहनत के दौरान कितनी क्षमता से काम करता है और उसमें किसी तरह की रुकावट या परेशानी तो नहीं है. क्यों करवाया जाता है ट्रेडमिल टेस्ट? सीने में दर्द या भारीपन महसूस होना दौड़ने या चलने में जल्दी थकावट होना हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास होना ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होना पहले से हार्ट अटैक की संभावना का पता लगाने के लिए कैसे होता है टेस्ट? मरीज को ECG मॉनिटर से जोड़ा जाता है फिर ट्रेडमिल पर धीरे-धीरे चलने को कहा जाता है समय के साथ ट्रेडमिल की स्पीड और झुकाव बढ़ाया जाता है पूरे टेस्ट के दौरान ECG, हार्टरेट और BP रिकॉर्ड किए जाते हैं यह प्रक्रिया लगभग 20 मिनट तक चलती है टेस्ट के बाद मरीज को आराम दिया जाता है और रिपोर्ट का विश्लेषण किया जाता है ट्रेडमिल टेस्ट दिल की सेहत जांचने का एक कारगर तरीका है, जो यह बताता है कि आपका दिल कठिन परिस्थितियों में भी अच्छे से काम कर रहा है या नहीं. अगर आपको बार-बार थकान, सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें और समय रहते टेस्ट करवा लें. ये भी पढ़ें: हार्ट से लेकर किडनी तक, ज्यादा नमक खाने से ये चीजें हो सकती हैं खराब Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Treadmill Test for Heart Health: हमारा दिल हर वक्त बिना रुके धड़कता रहता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह कब थकने लगता है? कई बार दिल की बीमारियां बिना कोई लक्षण दिए चुपचाप शरीर में पनपने लगती हैं और जब तक समझ आता है, तब तक देर हो चुकी होती है. ऐसे में समय रहते दिल की जांच करवाना बेहद जरूरी हो जाता है.
इसी कड़ी में एक टेस्ट का नाम सबसे ज़्यादा सामने आता है. ट्रेडमिल टेस्ट, जिसे TMT टेस्ट भी कहा जाता है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये ट्रेडमिल टेस्ट होता क्या है? इसे क्यों करवाया जाता है और इसका दिल की सेहत से क्या संबंध है? इस विषय पर बात की हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अशर खान ने इस टेस्ट से जुड़ी जरूरी जानकारी साझा की.
ये भी पढ़े- स्नैकिंग सिर्फ स्वाद नहीं, सेहत भी है जरूरी...कितने परसेंट लोग अब भी खोज रहे टेस्ट
ट्रेडमिल टेस्ट क्या है?
ट्रेडमिल टेस्ट (TMT) एक प्रकार का कार्डिएक स्ट्रेस टेस्ट है, जिसमें व्यक्ति को चलती हुई ट्रेडमिल पर चलने या दौड़ने के लिए कहा जाता है और इस दौरान दिल की धड़कन, ब्लड प्रेशर पर नजर रखी जाती है. इस टेस्ट का उद्देश्य यह जानना होता है कि, व्यक्ति का दिल एक्सरसाइज या शारीरिक मेहनत के दौरान कितनी क्षमता से काम करता है और उसमें किसी तरह की रुकावट या परेशानी तो नहीं है.
क्यों करवाया जाता है ट्रेडमिल टेस्ट?
- सीने में दर्द या भारीपन महसूस होना
- दौड़ने या चलने में जल्दी थकावट होना
- हृदय रोग का पारिवारिक इतिहास होना
- ब्लड प्रेशर या कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक होना
- पहले से हार्ट अटैक की संभावना का पता लगाने के लिए
कैसे होता है टेस्ट?
- मरीज को ECG मॉनिटर से जोड़ा जाता है
- फिर ट्रेडमिल पर धीरे-धीरे चलने को कहा जाता है
- समय के साथ ट्रेडमिल की स्पीड और झुकाव बढ़ाया जाता है
- पूरे टेस्ट के दौरान ECG, हार्टरेट और BP रिकॉर्ड किए जाते हैं
- यह प्रक्रिया लगभग 20 मिनट तक चलती है
- टेस्ट के बाद मरीज को आराम दिया जाता है और रिपोर्ट का विश्लेषण किया जाता है
ट्रेडमिल टेस्ट दिल की सेहत जांचने का एक कारगर तरीका है, जो यह बताता है कि आपका दिल कठिन परिस्थितियों में भी अच्छे से काम कर रहा है या नहीं. अगर आपको बार-बार थकान, सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है, तो डॉक्टर से संपर्क करें और समय रहते टेस्ट करवा लें.
ये भी पढ़ें: हार्ट से लेकर किडनी तक, ज्यादा नमक खाने से ये चीजें हो सकती हैं खराब
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
What's Your Reaction?






