...तो इस कारण वियान मुल्डर ने नहीं तोड़ा ब्रायन लारा के 400 रनों का रिकॉर्ड? जानें क्यों 367 पर रहे नाबाद
वियान मुल्डर ने जिंबाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 367 रनों की नाबाद ऐतिहासिक पारी खेली. मुल्डर बहुत ही शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे. मुल्डर के पास मौका था कि वो ब्रायन लारा के 21 साल पुराने 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. लेकिन मुल्डर ने 367 रनों पर नाबाद रहकर, पारी घोषित कर दी. इसके बाद ये चर्चा का विषय बन गया. क्रिकेट एक्सपर्ट से लेकर फैंस तक के मन में यही सवाल था कि मुल्डर ने आखिर ऐसा क्यों किया. अब खुद मुल्डर ने बताया है कि उन्होंने लारा का रिकॉर्ड क्यों नहीं तोड़ने का प्रयास किया. ब्रायन लारा लीजेंड हैं, उनके पास ही ये रिकॉर्ड होना चाहिए- मुल्डर मुल्डर ने 367 रन सिर्फ 334 गेंदों पर ही बना दिए. मुल्डर ने इस पारी में 49 चौके और चार छक्के लगाए. मुल्डर ने साउथ अफ्रीका की पारी 625/6 पर घोषित कर दी. मुल्डर ने इसके बाद टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद लारा के रिकॉर्ड को न तोड़ने के पीछे की वजह बताई. “मुल्डर ने कहा, "पहली बात यह है कि मैंने सोचा कि हमने काफी रन बना लिए है और अब हमें गेंदबाजी करनी चाहिए. दूसरी बात यह है कि ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं. उन्होंने 401 या जो भी इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे. उनके स्तर के किसी खिलाड़ी के पास यह रिकॉर्ड रहना खास है. मुझे लगता है कि अगर मुझे यह दोबारा मौका मिला तब भी मैं ऐसा ही करुंगा.” मुल्डर ने आगे कहा, “मैं शुक्स (साउथ अफ्रीका के हेड कोच शुक्री कॉनरैड) से बात कर रहा था और उन्होंने भी मुझसे यही बात कही कि बड़े स्कोर बड़े खिलाड़ियों के पास ही रहने दिया जाना चाहिए. आप कभी नहीं जानते कि मेरा भाग्य में क्या है. लेकिन ये रिकॉर्ड ब्रायन लारा जैसे खिलाड़ी के पास ही रहना चाहिए.” यह भी पढ़ें- सौरव गांगुली के महाराज से दादा बनने तक का सफर, कैसे हुई क्रिकेट की शुरुआत? दिलचस्प है कहानी

वियान मुल्डर ने जिंबाब्वे के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 367 रनों की नाबाद ऐतिहासिक पारी खेली. मुल्डर बहुत ही शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे. मुल्डर के पास मौका था कि वो ब्रायन लारा के 21 साल पुराने 400 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. लेकिन मुल्डर ने 367 रनों पर नाबाद रहकर, पारी घोषित कर दी. इसके बाद ये चर्चा का विषय बन गया. क्रिकेट एक्सपर्ट से लेकर फैंस तक के मन में यही सवाल था कि मुल्डर ने आखिर ऐसा क्यों किया. अब खुद मुल्डर ने बताया है कि उन्होंने लारा का रिकॉर्ड क्यों नहीं तोड़ने का प्रयास किया.
ब्रायन लारा लीजेंड हैं, उनके पास ही ये रिकॉर्ड होना चाहिए- मुल्डर
मुल्डर ने 367 रन सिर्फ 334 गेंदों पर ही बना दिए. मुल्डर ने इस पारी में 49 चौके और चार छक्के लगाए. मुल्डर ने साउथ अफ्रीका की पारी 625/6 पर घोषित कर दी. मुल्डर ने इसके बाद टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद लारा के रिकॉर्ड को न तोड़ने के पीछे की वजह बताई.
“मुल्डर ने कहा, "पहली बात यह है कि मैंने सोचा कि हमने काफी रन बना लिए है और अब हमें गेंदबाजी करनी चाहिए. दूसरी बात यह है कि ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं. उन्होंने 401 या जो भी इंग्लैंड के खिलाफ बनाए थे. उनके स्तर के किसी खिलाड़ी के पास यह रिकॉर्ड रहना खास है. मुझे लगता है कि अगर मुझे यह दोबारा मौका मिला तब भी मैं ऐसा ही करुंगा.”
मुल्डर ने आगे कहा, “मैं शुक्स (साउथ अफ्रीका के हेड कोच शुक्री कॉनरैड) से बात कर रहा था और उन्होंने भी मुझसे यही बात कही कि बड़े स्कोर बड़े खिलाड़ियों के पास ही रहने दिया जाना चाहिए. आप कभी नहीं जानते कि मेरा भाग्य में क्या है. लेकिन ये रिकॉर्ड ब्रायन लारा जैसे खिलाड़ी के पास ही रहना चाहिए.”
सौरव गांगुली के महाराज से दादा बनने तक का सफर, कैसे हुई क्रिकेट की शुरुआत? दिलचस्प है कहानी
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