क्या मोटापा कर रहा है दिमाग स्लो? ओबिसिटी और माइंड का ये कनेक्शन जानकर उड़ जाएंगे होश
Obesity and Brain Health: मोटापा दुनिया के लिए महामारी बनता जा रहा है. खराब होती लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. दुनिया का हर 8वां इंसान इस समस्या से जूझ रहा है.इसकी वजह से लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं और हर साल 28 लाख लोगों की मौत हो जा रही है. यही कारण है कि WHO भी इसे लेकर फिक्रमंद है. आजकल ज्यादातर लोग मोटापे (Obesity) को सिर्फ वजन से जोड़कर देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोटापा केवल शरीर पर ही नहीं, दिमाग पर भी असर डाल सकता है. मोटापा हमारी याददाश्त, ध्यान और सोचने की क्षमता को भी धीमा कर सकता है. मोटापे का दिमाग पर असर हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, मोटापा और दिमागी ताकत के बीच गहरा रिश्ता है. मोटापा शरीर में कुछ ऐसी चीजें बढ़ा देता है जो दिमाग की सेहत पर बुरा असर डालती हैं, जैसे क्रोनिक सूजन, इंसुलिन रेसिस्टेंस और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस. इसकी वजह से दिमाग प्रभावित होता है. मोटापा दिमाग पर असर कैसे डालता है डॉक्टर्स के अनुसार, जब हमारे शरीर में जरूरत से ज़्यादा फैट जमा हो जाता है, तो ये दिमाग तक सही तरीके से खून पहुंचने नहीं देता है. इससे न्यूरॉन्स (दिमाग की नसें) के बीच का तालमेल बिगड़ने लगता है. लंबे समय तक ऐसा रहने से हमारी सोचने-समझने की ताकत कमजोर हो सकती है. बच्चों पर भी असर अगर बचपन में ही बच्चा मोटा हो जाए, तो ये उसके दिमाग (Brain) के विकास में भी रुकावट डाल सकता है. डॉक्टर बताते हैं कि बचपन में मोटापा याददाश्त, ध्यान और समस्या सुलझाने की क्षमता को घटा सकता है. यानी सिर्फ बड़ों के लिए नहीं, बच्चों के लिए भी ये खतरे की घंटी है. खाने-पीने का दिमाग पर सीधा असर जो लोग ज़्यादा जंक फूड, मीठी चीज़ें और तली-भुनी चीज़ें खाते हैं, उनके शरीर में सूजन और तनाव ज्यादा होता है और ये दोनों चीजें दिमाग की परफॉर्मेंस को डाउन कर देती हैं. इसके उलट, अगर आप ओमेगा-3, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें खाते हैं, तो दिमाग तेज और हेल्दी रहता है. क्या मोटापा IQ घटाता है डॉक्टर्स के मुताबिक, मोटापा खुद से बुद्धिमानी नहीं घटाता, लेकिन इसका असर हमारी दिमागी सेहत पर ज़रूर पड़ता है. इसका मतलब ये नहीं कि मोटे लोग कम समझदार होते हैं, बल्कि मोटापा उनकी सोचने-समझने की क्षमता को धीरे-धीरे कम कर सकता है. इसलिए जरूरी है कि हम संतुलित खाना खाएं, एक्सरसाइज करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. इससे ना सिर्फ शरीर फिट रहेगा, बल्कि दिमाग भी तेज चलेगा. Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. यह भी पढ़ें: हाथ कांपने के पीछे बताए जाते हैं कई तरह के मिथ, आज जान लीजिए क्या है सच

Obesity and Brain Health: मोटापा दुनिया के लिए महामारी बनता जा रहा है. खराब होती लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. दुनिया का हर 8वां इंसान इस समस्या से जूझ रहा है.इसकी वजह से लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं और हर साल 28 लाख लोगों की मौत हो जा रही है.
यही कारण है कि WHO भी इसे लेकर फिक्रमंद है. आजकल ज्यादातर लोग मोटापे (Obesity) को सिर्फ वजन से जोड़कर देखते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मोटापा केवल शरीर पर ही नहीं, दिमाग पर भी असर डाल सकता है. मोटापा हमारी याददाश्त, ध्यान और सोचने की क्षमता को भी धीमा कर सकता है.
मोटापे का दिमाग पर असर
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, मोटापा और दिमागी ताकत के बीच गहरा रिश्ता है. मोटापा शरीर में कुछ ऐसी चीजें बढ़ा देता है जो दिमाग की सेहत पर बुरा असर डालती हैं, जैसे क्रोनिक सूजन, इंसुलिन रेसिस्टेंस और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस. इसकी वजह से दिमाग प्रभावित होता है.
मोटापा दिमाग पर असर कैसे डालता है
डॉक्टर्स के अनुसार, जब हमारे शरीर में जरूरत से ज़्यादा फैट जमा हो जाता है, तो ये दिमाग तक सही तरीके से खून पहुंचने नहीं देता है. इससे न्यूरॉन्स (दिमाग की नसें) के बीच का तालमेल बिगड़ने लगता है. लंबे समय तक ऐसा रहने से हमारी सोचने-समझने की ताकत कमजोर हो सकती है.
बच्चों पर भी असर
अगर बचपन में ही बच्चा मोटा हो जाए, तो ये उसके दिमाग (Brain) के विकास में भी रुकावट डाल सकता है. डॉक्टर बताते हैं कि बचपन में मोटापा याददाश्त, ध्यान और समस्या सुलझाने की क्षमता को घटा सकता है. यानी सिर्फ बड़ों के लिए नहीं, बच्चों के लिए भी ये खतरे की घंटी है.
खाने-पीने का दिमाग पर सीधा असर
जो लोग ज़्यादा जंक फूड, मीठी चीज़ें और तली-भुनी चीज़ें खाते हैं, उनके शरीर में सूजन और तनाव ज्यादा होता है और ये दोनों चीजें दिमाग की परफॉर्मेंस को डाउन कर देती हैं. इसके उलट, अगर आप ओमेगा-3, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें खाते हैं, तो दिमाग तेज और हेल्दी रहता है.
क्या मोटापा IQ घटाता है
डॉक्टर्स के मुताबिक, मोटापा खुद से बुद्धिमानी नहीं घटाता, लेकिन इसका असर हमारी दिमागी सेहत पर ज़रूर पड़ता है. इसका मतलब ये नहीं कि मोटे लोग कम समझदार होते हैं, बल्कि मोटापा उनकी सोचने-समझने की क्षमता को धीरे-धीरे कम कर सकता है. इसलिए जरूरी है कि हम संतुलित खाना खाएं, एक्सरसाइज करें और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं. इससे ना सिर्फ शरीर फिट रहेगा, बल्कि दिमाग भी तेज चलेगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: हाथ कांपने के पीछे बताए जाते हैं कई तरह के मिथ, आज जान लीजिए क्या है सच
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