कुंडली का कौन सा योग बनाता है जासूस
Astrology: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) इन दिनों काफी चर्चा में है. लेकिन उनकी चर्चा किसी वीडियो के वायरल होने या सब्सक्राइबर के बढ़ने से नहीं है, बल्कि ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. दरअसल खबरों की माने तो यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में थी और भारत की खूफिया जानकारी पाकिस्तान को पहुंचा रही थी. फिलहाल पुलिस ने ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है और 5 दिन के रिमांड पर लिया है. ज्योतिष मल्होत्रा कैसे बनी पाकिस्तान की जासूस, इसका पता तो पूलिस उनसे पूछताछ और जांच-पड़ताल कर लगाएगी. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में कुछ ऐसे ग्रह योग भी बनते हैं, जिससे व्यक्ति जासूस या इस तरह के खोजबीन के कार्य से जुड़ जाता है. ग्रहों का कौन सा संयोजन बनाता है व्यक्ति को जासूस कुंडली के कुछ विशिष्ट ग्रह योग से जासूस बनने के संकेत मिलते हैं. ज्योतिष के अनुसार, तृतीयेश या बुध का राहु से सबंध, कन्या राशि (मेकमेके) में कई ग्रहों का होना काफी हद तक जासूस बनने की संभावना को दर्शाता है. इसके साथ ही कुंडली के दसवें भाव के उपस्वामी का आठवें भाव में स्थित होना भी जासूस बनने का योग माना जाता है. दूसरे शब्दों में, जासूस बनने के लिए 10वें भाव का उपस्वामी अष्टम भाव में स्थित होना चाहिए, साथ ही अन्य योग्यता कारकों का भी ध्यान रखना चाहिए. कुंडली का तीसरा भाव जोकि साहस प्रदान है. इसलिए जासूस बनने में तीसरा भाव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जासूस बनने के लिए जिन ग्रहों का मजबूत होना और समर्थन देना आवश्यक है, वे हैं मंगल, बुध, गुरु और राहु-केतु. मंगल साहस और सहनशक्ति देता है. बुध जोकि बुद्धि प्रदान करता है, बृहस्पति समझने का ज्ञान देता है, राहु और केतु जो राशि या युति के अनुसार स्वयं को ढाल लेते हैं. उसी तरह एक जासूस को भी वातावरण और आवश्यकता के अनुसार स्वयं को ढालना पड़ता है. ऐसे लोग खुफिया विभाग में नौकरी करें तो अधिक सफल होते हैं. क्या आप में भी ही हैं जासूसी वाले गुण कुछ लोगों का स्वभाव गुप्त और रहस्यमयी होता है. ये लोग अपने कामों की चर्चा या व्याख्या नहीं करते. लेकिन ऐसे लोग संयोग से बहुत चतुर, चालाक और तेज होते हैं. मकर राशि वाले बहुत चतुर, तेज और रचमात्मक होते हैं. ये किसी भी स्थिति में अपने काम को छिपाकर कर लेते हैं. इनके पास खुद को गंभीर परिस्थियों से बचाने के लिए रचनात्मक कौशल भी होता है. बता दें कि ज्योति मल्होत्रा की राशि भी मकर है. इस राशि के स्वामी शनि हैं, जोकि कर्मप्रधान देवता कहलाते हैं. शनि देंगे ज्योति को उसके कर्मों की सजा शनि देव कर्म और न्याय के देवता कहलाते हैं. ऐसे में जब कोई व्यक्ति धोखाधड़ी करता है. देश को खतरे में डालता है, या झूठ बोलता है तो शनि देव उसे उसके कर्म के अनुसार दंड भी देकर रहते है. शनि व्यक्ति को देशभक्त और वफादार बनाने के लिए कहते हैं और जब कोई ऐसा नहीं करता है या इसके विपरीत चलता है तो वे समय आने पर दंड देने से नहीं चूकते हैं. ये भी पढ़ें: Jyeshtha Month Tulsi Puja: ज्येष्ठ माह में सूख रही है तुलसी तो करें ये काम, हरा-भरा रहेगा पौधा मिलेगी मां लक्ष्मी की कृपा

Astrology: हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra) इन दिनों काफी चर्चा में है. लेकिन उनकी चर्चा किसी वीडियो के वायरल होने या सब्सक्राइबर के बढ़ने से नहीं है, बल्कि ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
दरअसल खबरों की माने तो यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में थी और भारत की खूफिया जानकारी पाकिस्तान को पहुंचा रही थी. फिलहाल पुलिस ने ज्योति को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है और 5 दिन के रिमांड पर लिया है.
ज्योतिष मल्होत्रा कैसे बनी पाकिस्तान की जासूस, इसका पता तो पूलिस उनसे पूछताछ और जांच-पड़ताल कर लगाएगी. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कुंडली में कुछ ऐसे ग्रह योग भी बनते हैं, जिससे व्यक्ति जासूस या इस तरह के खोजबीन के कार्य से जुड़ जाता है.
ग्रहों का कौन सा संयोजन बनाता है व्यक्ति को जासूस
कुंडली के कुछ विशिष्ट ग्रह योग से जासूस बनने के संकेत मिलते हैं. ज्योतिष के अनुसार, तृतीयेश या बुध का राहु से सबंध, कन्या राशि (मेकमेके) में कई ग्रहों का होना काफी हद तक जासूस बनने की संभावना को दर्शाता है. इसके साथ ही कुंडली के दसवें भाव के उपस्वामी का आठवें भाव में स्थित होना भी जासूस बनने का योग माना जाता है.
दूसरे शब्दों में, जासूस बनने के लिए 10वें भाव का उपस्वामी अष्टम भाव में स्थित होना चाहिए, साथ ही अन्य योग्यता कारकों का भी ध्यान रखना चाहिए.
कुंडली का तीसरा भाव जोकि साहस प्रदान है. इसलिए जासूस बनने में तीसरा भाव भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जासूस बनने के लिए जिन ग्रहों का मजबूत होना और समर्थन देना आवश्यक है, वे हैं मंगल, बुध, गुरु और राहु-केतु.
मंगल साहस और सहनशक्ति देता है. बुध जोकि बुद्धि प्रदान करता है, बृहस्पति समझने का ज्ञान देता है, राहु और केतु जो राशि या युति के अनुसार स्वयं को ढाल लेते हैं. उसी तरह एक जासूस को भी वातावरण और आवश्यकता के अनुसार स्वयं को ढालना पड़ता है. ऐसे लोग खुफिया विभाग में नौकरी करें तो अधिक सफल होते हैं.
क्या आप में भी ही हैं जासूसी वाले गुण
कुछ लोगों का स्वभाव गुप्त और रहस्यमयी होता है. ये लोग अपने कामों की चर्चा या व्याख्या नहीं करते. लेकिन ऐसे लोग संयोग से बहुत चतुर, चालाक और तेज होते हैं.
मकर राशि वाले बहुत चतुर, तेज और रचमात्मक होते हैं. ये किसी भी स्थिति में अपने काम को छिपाकर कर लेते हैं. इनके पास खुद को गंभीर परिस्थियों से बचाने के लिए रचनात्मक कौशल भी होता है. बता दें कि ज्योति मल्होत्रा की राशि भी मकर है. इस राशि के स्वामी शनि हैं, जोकि कर्मप्रधान देवता कहलाते हैं.
शनि देंगे ज्योति को उसके कर्मों की सजा
शनि देव कर्म और न्याय के देवता कहलाते हैं. ऐसे में जब कोई व्यक्ति धोखाधड़ी करता है. देश को खतरे में डालता है, या झूठ बोलता है तो शनि देव उसे उसके कर्म के अनुसार दंड भी देकर रहते है. शनि व्यक्ति को देशभक्त और वफादार बनाने के लिए कहते हैं और जब कोई ऐसा नहीं करता है या इसके विपरीत चलता है तो वे समय आने पर दंड देने से नहीं चूकते हैं.
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