इस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाना हराम क्यों हैं? जानिए कब है मना और कब है जायज़?

Perfume rules for women in islam: इस्लाम में, महिलाओं के लिए ऐसी जगह जहां गैर-महरम पुरुष मौजूद हों, वहां इत्र या खुशबू लगाना माना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इत्र की खुशबू यौन आकर्षण पैदा कर सकती है और नैतिक भ्रष्टाचार (गलत काम) को बढ़ावा दे सकती है. हालांकि, महिलाएं घर के अंदर, परिवार के सदस्यों के साथ या अन्य महिलाओं की मौजूदगी में स्वतंत्र रूप से इत्र लगा सकती है. इस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाने पर पाबंदी के कारणइस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाने पर पाबंदी का मुख्य कारण यह है कि पुरुषों की इच्छाओं को भड़का सकता है और गलत कामों को बढ़ावा दे सकता है. जिससे समाज में बुराई और सेक्सएलिटी का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, यह सादगी और शालीनता के विपरीत है जो इस्लाम में महिलाओं के लिए हराम है.  इत्र लगाने पर पाबंदी के कारण इच्छाओं को भड़कानाइत्र की तेज खुशबू  गैर-महरम पुरुषों की इच्छाओं उत्तेजित कर सकती है.   शालीनता का उल्लंगनइस्लाम में शालीनता पर जोर दिया गया है और महिलाओं को ऐसे कामों को बचना चाहिए जो अनावश्यक ध्यान आकर्षित करें या सर्वाजनिक रूप से प्रभोलन पैदा करें. सामाजिक नैतिकताइत्र लगाना और ऐसी खुशबू फैलाना, जिससे गैर-महरम पुरुष आकर्षित हों, एक बड़ा गुनाह माना जाता है. व्यभिचार की ओर अग्रसरएक महिला का इत्र लगाकर पुरुषों के पास से गुजरना और उसकी खुशबू का पुरुषों के जरिए महसूस किया जाना, इस संदर्भ में व्यभिचार के समान ही है, यह एक चेतावनी है कि वह अनैतिक व्यवहार के करीब जा सकता है.  महिलाओं को इत्र लगाना कब मना हैइसलाम के अनुसार, महिलाओं के लिए इत्र लगाना तब मना है जब वे घर से बाहर गैर पुरुषों के सामने जाने के इरादे से इत्र लगाती है. इसके अलावा इत्र मस्जिद में भी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि पैगंबर हजरत मुहम्मद ने कहा है कि मस्जिद जाते समय इत्र को धो लेना चाहिए.  महिलाओं में इत्र लगाना कब जायज हैमहिलाओं को अपने पति के लिए घर या अपने परिवार के सदस्यों के साथ इत्र लगाने की इजाजत है लेकिन गैर महरम पुरुषों से दूर. साथ ही आप हल्की खुशबू वाले डिओडोरेंट या खुशबू वाले साबुन का उपयोग किया जा सकता है. अगर वह पुरुष की इंद्रियों को उत्तेजित न करें. ये भी पढ़ें: गोलियथ को दाऊद ने कैसे हराया? बाइबिल की कहानी से प्रेरणादायक सबक, साहस और विश्वास की जीत Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Sep 4, 2025 - 11:30
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इस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाना हराम क्यों हैं? जानिए कब है मना और कब है जायज़?

Perfume rules for women in islam: इस्लाम में, महिलाओं के लिए ऐसी जगह जहां गैर-महरम पुरुष मौजूद हों, वहां इत्र या खुशबू लगाना माना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि इत्र की खुशबू यौन आकर्षण पैदा कर सकती है और नैतिक भ्रष्टाचार (गलत काम) को बढ़ावा दे सकती है.

हालांकि, महिलाएं घर के अंदर, परिवार के सदस्यों के साथ या अन्य महिलाओं की मौजूदगी में स्वतंत्र रूप से इत्र लगा सकती है.

इस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाने पर पाबंदी के कारण
इस्लाम में महिलाओं को इत्र लगाने पर पाबंदी का मुख्य कारण यह है कि पुरुषों की इच्छाओं को भड़का सकता है और गलत कामों को बढ़ावा दे सकता है. जिससे समाज में बुराई और सेक्सएलिटी का खतरा बढ़ सकता है. इसके अलावा, यह सादगी और शालीनता के विपरीत है जो इस्लाम में महिलाओं के लिए हराम है. 

इत्र लगाने पर पाबंदी के कारण

इच्छाओं को भड़काना
इत्र की तेज खुशबू  गैर-महरम पुरुषों की इच्छाओं उत्तेजित कर सकती है.  

शालीनता का उल्लंगन
इस्लाम में शालीनता पर जोर दिया गया है और महिलाओं को ऐसे कामों को बचना चाहिए जो अनावश्यक ध्यान आकर्षित करें या सर्वाजनिक रूप से प्रभोलन पैदा करें.

सामाजिक नैतिकता
इत्र लगाना और ऐसी खुशबू फैलाना, जिससे गैर-महरम पुरुष आकर्षित हों, एक बड़ा गुनाह माना जाता है.

व्यभिचार की ओर अग्रसर
एक महिला का इत्र लगाकर पुरुषों के पास से गुजरना और उसकी खुशबू का पुरुषों के जरिए महसूस किया जाना, इस संदर्भ में व्यभिचार के समान ही है, यह एक चेतावनी है कि वह अनैतिक व्यवहार के करीब जा सकता है. 

महिलाओं को इत्र लगाना कब मना है
इसलाम के अनुसार, महिलाओं के लिए इत्र लगाना तब मना है जब वे घर से बाहर गैर पुरुषों के सामने जाने के इरादे से इत्र लगाती है. इसके अलावा इत्र मस्जिद में भी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि पैगंबर हजरत मुहम्मद ने कहा है कि मस्जिद जाते समय इत्र को धो लेना चाहिए. 

महिलाओं में इत्र लगाना कब जायज है
महिलाओं को अपने पति के लिए घर या अपने परिवार के सदस्यों के साथ इत्र लगाने की इजाजत है लेकिन गैर महरम पुरुषों से दूर. साथ ही आप हल्की खुशबू वाले डिओडोरेंट या खुशबू वाले साबुन का उपयोग किया जा सकता है. अगर वह पुरुष की इंद्रियों को उत्तेजित न करें.

ये भी पढ़ें: गोलियथ को दाऊद ने कैसे हराया? बाइबिल की कहानी से प्रेरणादायक सबक, साहस और विश्वास की जीत

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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