इन सेक्टर में लोगों को मिलीं बंपर नौकरियां, यह सर्वे दूर कर देगा सारे मुगालते

देश की इंडस्ट्रीयल ताकत और रोजगार की दिशा को लेकर अगर आपके मन में कोई  कंफ्यूजन होता है तो अब उसे दूर करने का समय आ गया है. भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के जरिए जारी किए गए वार्षिक उद्योग सर्वे (Annual Survey of Industries - ASI) 2023-24 ने यह साफ कर दिया है कि बीते एक साल में देश के विनिर्माण यानी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. रोजगार, कैपिटल और प्रोडक्शन तीनों लेवल पर ये बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह सर्वे न सिर्फ यह बताता है कि कहां कितनी नौकरियां बढ़ीं, बल्कि यह भी साफ करता है कि किन राज्यों औरइंडस्ट्रीज में देश की आर्थिक तरक्की की देखने को मिली है तो चलिए जानते हैं कि किन सेक्टर में लोगों को बंपर नौकरियां मिलीं.  रोजगार में जबरदस्त बढ़ोतरी साल 2023-24 में इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में कुल रोजगार में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. पिछले वर्ष यानी 2022-23 में यह आंकड़ा 1.8 करोड़ था, जो अब बढ़कर 1.9 करोड़ से भी ज्यादा हो गया है. यह इस बात का संकेत है किइंडस्ट्रीज में रिकवरी तेज हो रही है और नौकरियों के नए अवसर बन रहे हैं . अगर पिछले 10 वर्षों की बात करें  यानी 2014-15 से 2023-24 तक, तो इस दौरान कुल 57 लाख से ज्यादा नई नौकरियां जुड़ी हैं, जो भारत की आर्थिक मजबूती और रोजगार की दिशा में एक बड़ा कदम है.  हालांकि सिर्फ नौकरियां ही नहीं, बल्कि निवेश के मामले में भी इंडस्ट्रियल क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव आया है.  2023-24 में कुल इन्वेस्ट कैपिटल 68 लाख करोड़ रुपये रही, जो कि पिछले वर्ष (2022-23) के 61 लाख करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है. यह कैपिटल इन्वेस्टमेंट इंडस्ट्री में तकनीकी प्रोग्रेस और नई परियोजनाओं की शुरुआत का संकेत देती है.  किन सेक्टर में लोगों को बंपर नौकरियां मिलीं? मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में कुछ खास सेक्टर ऐसे रहे, जहां सबसे ज्यादा लोगों को नौकरियां मिलीं है. इसमें पहली फूड प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री है. जहां 21.67 लाख लोग कार्यरत हैं, यह सबसे बड़ा एंप्लॉयर बना, जिसकी कुल रोजगार में 11.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. सभी इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा कारखाने 16 प्रतिशत इसी सेक्टर में हैं.  इसके बाद टेक्सटाइल इंडस्ट्री हैं. जिसमें 17.14 लाख लोगों को नौकरियां मिलीं, यह दूसरा सबसे बड़ा रोजगारदाता है, जिसकी 8.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसके अलावा बेसिक मेटल इंडस्ट्री में बंपर नौकरियां मिलीं.  इसमें 15.23 लाख कर्मचारी हैं.  ये 7.8 प्रतिशत रोजगार हिस्सेदारी के साथ तीसरे नंबर पर है.  इसके साथ ही ऑटोमोटिव और ट्रेलर मैन्युफैक्चरिंग में लगभग 13.74 लाख लोग कार्यरत हैं. वहीं गारमेंट इंडस्ट्री में 13.39 लाख लोगों को रोजगार मिला है.  रोजगार में कौन से राज्य हैं आगे? ASI रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक उन पांच शीर्ष राज्यों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा रोजगार मिला. इन राज्यों की रोजगार में हिस्सेदारी अलग-अलग प्रकार रही है. जैसे तमिलनाडु में 15 प्रतिशत, गुजरात में 13 प्रतिशत, महाराष्ट्र में भी 13 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 8 प्रतिशत, कर्नाटक में 6 प्रतिशत और अन्य सभी राज्य मिलाकर 45 प्रतिशत, इससे यह भी पता चलता है कि दक्षिण और पश्चिम भारत इंडस्ट्री ग्रोथ और रोजगार में लीडिंग रोल निभा रहे हैं.  यह भी पढ़ें :  भारत में किन-किन नौकरियों पर नहीं देना होता है टैक्स, जानें लिस्ट में कौन-कौन सी जॉब्स?

Sep 1, 2025 - 08:30
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इन सेक्टर में लोगों को मिलीं बंपर नौकरियां, यह सर्वे दूर कर देगा सारे मुगालते

देश की इंडस्ट्रीयल ताकत और रोजगार की दिशा को लेकर अगर आपके मन में कोई  कंफ्यूजन होता है तो अब उसे दूर करने का समय आ गया है. भारत सरकार के सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के जरिए जारी किए गए वार्षिक उद्योग सर्वे (Annual Survey of Industries - ASI) 2023-24 ने यह साफ कर दिया है कि बीते एक साल में देश के विनिर्माण यानी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. रोजगार, कैपिटल और प्रोडक्शन तीनों लेवल पर ये बढ़ोतरी देखने को मिली है. यह सर्वे न सिर्फ यह बताता है कि कहां कितनी नौकरियां बढ़ीं, बल्कि यह भी साफ करता है कि किन राज्यों औरइंडस्ट्रीज में देश की आर्थिक तरक्की की देखने को मिली है तो चलिए जानते हैं कि किन सेक्टर में लोगों को बंपर नौकरियां मिलीं. 

रोजगार में जबरदस्त बढ़ोतरी

साल 2023-24 में इंडस्ट्रियल क्षेत्रों में कुल रोजगार में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. पिछले वर्ष यानी 2022-23 में यह आंकड़ा 1.8 करोड़ था, जो अब बढ़कर 1.9 करोड़ से भी ज्यादा हो गया है. यह इस बात का संकेत है किइंडस्ट्रीज में रिकवरी तेज हो रही है और नौकरियों के नए अवसर बन रहे हैं . अगर पिछले 10 वर्षों की बात करें  यानी 2014-15 से 2023-24 तक, तो इस दौरान कुल 57 लाख से ज्यादा नई नौकरियां जुड़ी हैं, जो भारत की आर्थिक मजबूती और रोजगार की दिशा में एक बड़ा कदम है.  हालांकि सिर्फ नौकरियां ही नहीं, बल्कि निवेश के मामले में भी इंडस्ट्रियल क्षेत्र में जबरदस्त बदलाव आया है.  2023-24 में कुल इन्वेस्ट कैपिटल 68 लाख करोड़ रुपये रही, जो कि पिछले वर्ष (2022-23) के 61 लाख करोड़ रुपये से काफी ज्यादा है. यह कैपिटल इन्वेस्टमेंट इंडस्ट्री में तकनीकी प्रोग्रेस और नई परियोजनाओं की शुरुआत का संकेत देती है. 

किन सेक्टर में लोगों को बंपर नौकरियां मिलीं?

मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज में कुछ खास सेक्टर ऐसे रहे, जहां सबसे ज्यादा लोगों को नौकरियां मिलीं है. इसमें पहली फूड प्रोडक्ट्स इंडस्ट्री है. जहां 21.67 लाख लोग कार्यरत हैं, यह सबसे बड़ा एंप्लॉयर बना, जिसकी कुल रोजगार में 11.1 प्रतिशत हिस्सेदारी है. सभी इंडस्ट्रीज में सबसे ज्यादा कारखाने 16 प्रतिशत इसी सेक्टर में हैं.  इसके बाद टेक्सटाइल इंडस्ट्री हैं. जिसमें 17.14 लाख लोगों को नौकरियां मिलीं, यह दूसरा सबसे बड़ा रोजगारदाता है, जिसकी 8.8 प्रतिशत हिस्सेदारी है. इसके अलावा बेसिक मेटल इंडस्ट्री में बंपर नौकरियां मिलीं.  इसमें 15.23 लाख कर्मचारी हैं.  ये 7.8 प्रतिशत रोजगार हिस्सेदारी के साथ तीसरे नंबर पर है.  इसके साथ ही ऑटोमोटिव और ट्रेलर मैन्युफैक्चरिंग में लगभग 13.74 लाख लोग कार्यरत हैं. वहीं गारमेंट इंडस्ट्री में 13.39 लाख लोगों को रोजगार मिला है. 

रोजगार में कौन से राज्य हैं आगे?

ASI रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक उन पांच शीर्ष राज्यों में शामिल है, जहां सबसे ज्यादा रोजगार मिला. इन राज्यों की रोजगार में हिस्सेदारी अलग-अलग प्रकार रही है. जैसे तमिलनाडु में 15 प्रतिशत, गुजरात में 13 प्रतिशत, महाराष्ट्र में भी 13 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 8 प्रतिशत, कर्नाटक में 6 प्रतिशत और अन्य सभी राज्य मिलाकर 45 प्रतिशत, इससे यह भी पता चलता है कि दक्षिण और पश्चिम भारत इंडस्ट्री ग्रोथ और रोजगार में लीडिंग रोल निभा रहे हैं. 

यह भी पढ़ें :  भारत में किन-किन नौकरियों पर नहीं देना होता है टैक्स, जानें लिस्ट में कौन-कौन सी जॉब्स?

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