आखिर भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता क्यों काम नहीं करेगी? ट्रंप के दावे पर अमेरिका में बोले शशि थरूर
Shashi Tharoor US Visit: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच बात कराकर हल निकालने के सुझाव को खारिज कर दिया. उनका कहना था कि आतंक फैलाने वाला और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला बराबर नहीं हो सकते, इसलिए उनके बीच समझौता करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके शिकारों को एक जैसा नहीं माना जा सकता. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि जब दो पक्षों के बीच समानता ही न हो तो मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती. उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद फैलाने वालों और उससे पीड़ित लोगों को एक ही तराजू में तौलना मुमकिन नहीं है. यह बयान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे के जवाब में दी, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई है. शशि थरूर ने पाकिस्तान को लेकर कही ये बड़ी बात शशि थरूर इन दिनों ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के एक डेलिगेशन के साथ अमेरिका के दौरे पर हैं. गुरुवार को उन्होंने 'काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस' के दौरान अपनी बात रखते हुए कहा, "मध्यस्थता ऐसा शब्द है जिसे भारत स्वीकार नहीं करता." उन्होंने समझाया कि इस तरह के शब्द दोनों पक्षों के बीच समानता का भ्रम पैदा करते हैं, जबकि असलियत में ऐसी कोई समानता नहीं है. थरूर ने साफ कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों और उनके पीड़ितों को एक ही स्तर पर नहीं रखा जा सकता. कांग्रेस सांसद ने कहा कि एक ऐसा देश जो आतंकवादियों को पनाह देता है, उसकी तुलना उस देश से नहीं हो सकती जो लोकतांत्रिक है और शांति से अपने काम में लगा है. उन्होंने यह भी कहा कि जो देश शांति चाहता है और बस अपने पड़ोसियों से चैन से रहने की उम्मीद करता है, उसकी तुलना उस देश से नहीं हो सकती जो दुनिया का नक्शा बदलना चाहता है. ऐसे हालात में जब दोनों पक्ष इतने अलग हों तो उनके बीच किसी तरह की मध्यस्थता की बात करना मुमकिन नहीं है. भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप? अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि 10 मई को उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत करवाई, जिससे दोनों देशों ने लड़ाई रोकने पर तुरंत सहमति बनी. ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव खत्म कराया. उन्होंने ये भी कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान लड़ाई बंद करें तो अमेरिका उनके साथ बिजनेस करेगा. ये भी पढ़ें- PM मोदी ने कश्मीर को दी चिनाब ब्रिज और वंदे भारत की सौगात तो तिलमिला उठा पाकिस्तान, पहलगाम आतंकी हमले को लेकर जारी कर दिया बयान

Shashi Tharoor US Visit: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और पाकिस्तान के बीच बात कराकर हल निकालने के सुझाव को खारिज कर दिया. उनका कहना था कि आतंक फैलाने वाला और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला बराबर नहीं हो सकते, इसलिए उनके बीच समझौता करना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके शिकारों को एक जैसा नहीं माना जा सकता.
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि जब दो पक्षों के बीच समानता ही न हो तो मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं रह जाती. उन्होंने स्पष्ट किया कि आतंकवाद फैलाने वालों और उससे पीड़ित लोगों को एक ही तराजू में तौलना मुमकिन नहीं है. यह बयान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे के जवाब में दी, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई है.
शशि थरूर ने पाकिस्तान को लेकर कही ये बड़ी बात
शशि थरूर इन दिनों ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के एक डेलिगेशन के साथ अमेरिका के दौरे पर हैं. गुरुवार को उन्होंने 'काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस' के दौरान अपनी बात रखते हुए कहा, "मध्यस्थता ऐसा शब्द है जिसे भारत स्वीकार नहीं करता." उन्होंने समझाया कि इस तरह के शब्द दोनों पक्षों के बीच समानता का भ्रम पैदा करते हैं, जबकि असलियत में ऐसी कोई समानता नहीं है. थरूर ने साफ कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों और उनके पीड़ितों को एक ही स्तर पर नहीं रखा जा सकता.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि एक ऐसा देश जो आतंकवादियों को पनाह देता है, उसकी तुलना उस देश से नहीं हो सकती जो लोकतांत्रिक है और शांति से अपने काम में लगा है. उन्होंने यह भी कहा कि जो देश शांति चाहता है और बस अपने पड़ोसियों से चैन से रहने की उम्मीद करता है, उसकी तुलना उस देश से नहीं हो सकती जो दुनिया का नक्शा बदलना चाहता है. ऐसे हालात में जब दोनों पक्ष इतने अलग हों तो उनके बीच किसी तरह की मध्यस्थता की बात करना मुमकिन नहीं है.
भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि 10 मई को उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत करवाई, जिससे दोनों देशों ने लड़ाई रोकने पर तुरंत सहमति बनी. ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव खत्म कराया. उन्होंने ये भी कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान लड़ाई बंद करें तो अमेरिका उनके साथ बिजनेस करेगा.
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