अमेरिकी वित्त मंत्री का एक बयान और रॉकेट बने ये भारतीय शेयर, आखिर टैरिफ पर ऐसी क्या हो गई बात?

Trump Tariff: अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके सामने के बाद ही आज भारतीय शेयर बाजार में टेक्सटाइल और झींगा के स्टॉक रॉकेट से भागने लगे. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने और चीन से वापस लौटने के कुछ ही घंटों बाद स्कॉट ने अमेरिका-भारत व्यापार विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दो महान देश आपस में इसे सुलझा लेंगे. स्कॉट के ऐसा कहने के बाद आज 2 सितंबर को कपड़ा और झींगा के स्टॉक में जबरदस्त तेजी आई.  'आपस में सुलझा लेंगे...' फॉक्स न्यूज से बात करते हुए स्कॉट बेसेंट ने कहा, मुझे लगता है कि दो महान देश आखिरकार इस मुद्दे का हल निकाल लेंगे. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में धीमी प्रगति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रशासन द्वारा टैरिफ बढ़ाने के फैसले के पीछे एक कारण थी. हालांकि, उन्होंने इस दौरान भारत के रूस से तेल खरीदने के फैसले की भी आलोचना की. उनका कहना है कि इससे यूक्रेन में रूसी हमले को बढ़ावा मिल सकता है. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी यात्रा पर बात करते हुए स्कॉट बेसेंट ने कहा, मुझे लगता है कि भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है. उनके मूल्य रूस के मुकाबले में हमारे और चीन के ज्यादा करीब हैं.  इन कंपनियों के शेयरों में उछाल  बेसेंट की इस टिप्पणी के बाद भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता की उम्मीदें बढ़ गई हैं, जिससे कपड़ा और झींगा के शेयरों में आज तेजी देखी गई. आज कारोबार के दौरान गोकलदास एक्सपोर्ट्स के शेयरों में 5 परसेंट का उछाल आया. इसी के साथ इसकी कीमत 733 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई. केपीआर मिल के शेयर में भी लगभग 3 परसेंट की तेजी आई. इसी तरह से रेमंड लाइफस्टाइल और अरविंद फैशंस के शेयरों में भी लगभग 3-3 परसेंट का उछाल आया. इसी क्रम में अवंती फीड्स के शेयरों में लगभग 7 परसेंट तक की तेजी आई है. जबकि एपेक्स फ्रोजन फूड्स के शेयर 4 परसेंट से ज्यादा उछल गए. गौरतलब है कि इन कंपनियों की आय का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी निर्यात से आता है. इससे पहले, भारतीय सामानों के आयात पर अमेरिका के 50 परसेंट टैरिफ लगाए जाने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी.    ये भी पढ़ें:  भारत में अपना कारोबार समेटने की तैयारी में जुटा यह बैंक, क्या आपका भी है अकाउंट?

Sep 2, 2025 - 14:30
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अमेरिकी वित्त मंत्री का एक बयान और रॉकेट बने ये भारतीय शेयर, आखिर टैरिफ पर ऐसी क्या हो गई बात?

Trump Tariff: अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके सामने के बाद ही आज भारतीय शेयर बाजार में टेक्सटाइल और झींगा के स्टॉक रॉकेट से भागने लगे. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में भाग लेने और चीन से वापस लौटने के कुछ ही घंटों बाद स्कॉट ने अमेरिका-भारत व्यापार विवाद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दो महान देश आपस में इसे सुलझा लेंगे. स्कॉट के ऐसा कहने के बाद आज 2 सितंबर को कपड़ा और झींगा के स्टॉक में जबरदस्त तेजी आई. 

'आपस में सुलझा लेंगे...'

फॉक्स न्यूज से बात करते हुए स्कॉट बेसेंट ने कहा, मुझे लगता है कि दो महान देश आखिरकार इस मुद्दे का हल निकाल लेंगे. उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता में धीमी प्रगति अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले अमेरिकी प्रशासन द्वारा टैरिफ बढ़ाने के फैसले के पीछे एक कारण थी.

हालांकि, उन्होंने इस दौरान भारत के रूस से तेल खरीदने के फैसले की भी आलोचना की. उनका कहना है कि इससे यूक्रेन में रूसी हमले को बढ़ावा मिल सकता है. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीनी यात्रा पर बात करते हुए स्कॉट बेसेंट ने कहा, मुझे लगता है कि भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला लोकतंत्र है. उनके मूल्य रूस के मुकाबले में हमारे और चीन के ज्यादा करीब हैं. 

इन कंपनियों के शेयरों में उछाल 

बेसेंट की इस टिप्पणी के बाद भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता की उम्मीदें बढ़ गई हैं, जिससे कपड़ा और झींगा के शेयरों में आज तेजी देखी गई. आज कारोबार के दौरान गोकलदास एक्सपोर्ट्स के शेयरों में 5 परसेंट का उछाल आया. इसी के साथ इसकी कीमत 733 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गई. केपीआर मिल के शेयर में भी लगभग 3 परसेंट की तेजी आई. इसी तरह से रेमंड लाइफस्टाइल और अरविंद फैशंस के शेयरों में भी लगभग 3-3 परसेंट का उछाल आया.

इसी क्रम में अवंती फीड्स के शेयरों में लगभग 7 परसेंट तक की तेजी आई है. जबकि एपेक्स फ्रोजन फूड्स के शेयर 4 परसेंट से ज्यादा उछल गए. गौरतलब है कि इन कंपनियों की आय का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी निर्यात से आता है. इससे पहले, भारतीय सामानों के आयात पर अमेरिका के 50 परसेंट टैरिफ लगाए जाने के बाद इन कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी. 

 

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