Weight Loss Drugs: दुबला होने के लिए भारत में कौन-कौन सी दवाएं होती हैं इस्तेमाल, इनमें सबसे ज्यादा खतरनाक कौन-सी?
Weight Loss Drugs: भारत में तेजी से बढ़ रहे मोटापे के बीच वजन घटाने वाली दवाओं का चलन भी बढ़ गया है. लोग अब जिम और डाइटिंग के बजाय ऐसी दवाओं का सहारा ले रहे हैं जो वजन कम करने में मदद करती हैं. हालांकि, इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स को लेकर डॉक्टर लगातार चेतावनी भी दे रहे हैं. ऐसे में चलिए आज जानते हैं कि भारत में वजन घटाने के लिए कौन-कौन सी दवाएं इस्तेमाल की जा रही हैं, साथ ही इनमें से सबसे खतरनाक दवाएं कौन सी है? ओबेजि‍टा-60 कैप्सूल का सबसे ज्यादा ओबेजि‍टा-60 कैप्सूल मोटापा कम करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में से एक है. यह दवा शरीर में फैट के अवशोषण को रोकती है, जिससे कैलोरी इनटेक कम होता है और धीरे-धीरे वजन घटने लगता है. इस दवा को दिन में खाने के साथ या खाने के 1 घंटे के अंदर लिया जाता है. डॉक्टर मानते हैं कि अगर इसे नियमित एक्सरसाइज और संतुलित डाइट के साथ लिया जाए तो इसके परिणाम बेहतर होते हैं. हालांकि, इसके कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं. इस दवा के इस्तेमाल से कई लोगों में पेट दर्द और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कुछ मामलों में गैस की परेशानी भी हो सकती हैं. वहीं डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवा को लंबे समय तक लेना ज्यादा खतरनाक हो सकता है. मौनजारो और जेपबाउंड अमेरिकी कंपनी Eli Lilly की दवा मौनजारो और जेपबाउंड को हाल ही में भारत में वजन घटाने और डायबिटीज कंट्रोल के लिए मंजूरी मिली थी. इन दोनों दवाओं का केमिकल नाम Tirzepatide है. इस दवा को इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है जो शरीर में इंसुलिन को कंट्रोल करने के साथ भूख को भी कम करती है. डॉक्टरों के अनुसार, यह दवा शरीर में जीएलपी-1 और जीआईपी हार्मोन को एक्टिव करती है, जिससे व्यक्ति काे पेट भरा हुआ महसूस होता है और खाने की मात्रा कम होती है. वहीं इस दवा के भी कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. इस दवा को लेने से उल्टी, मतली, चक्कर और ब्लड शुगर लेवल का कम होना जैसी समस्‍याएं शामिल है. इसके अलावा जिन लोगों की थायराइड कैंसर की हिस्ट्री रही है, उनके लिए यह दावा बहुत खतरनाक साबित हो सकती है. वेगोवी हाल ही में लॉन्च हुई दवा डेनमार्क की कंपनी Novo Nordisk की तरफ से बनाई गई वेगोवी दवा को भी हाल ही में भारत में लॉन्च किया गया था. यह दवा इंजेक्शन के रूप में दी जाती है जो मोटापे के गंभीर मामलों में वजन कम करने के लिए दी जाती है. यह दवा भूख कम करने वाले हार्मोन जीएलपी को एक्टिव करती है, जिससे व्यक्ति कम खाना खाता है और धीरे-धीरे वजन घटने लगता है. इस दवा के भी कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जिसमें उल्टी, मतली, पेट दर्द और गैस की समस्या शामिल है. बैलून कैप्सूल ट्रीटमेंट वजन घटाने के लिए अब लोग बैलून कैप्सूल ट्रीटमेंट की ओर भी रुख कर रहे हैं. यह एक ऐसा कैप्सूल है जो पेट में जाकर गुब्बारे की तरह फूल जाता है और पेट में जगह कम कर देता है. इससे व्यक्ति कम खाना खाता है और वजन घटने लगता है. इसका इस्तेमाल एंडोस्कोपी या स्वैलो पिल विधि से किया जाता है. हालांकि, यह तरीका महंगा है, इसके एक बार के ट्रीटमेंट की कीमत ढाई लाख से 4 लाख तक होती है. वहीं यह ट्रीटमेंट उन लोगों के लिए नहीं है जिन्हें सीने में जलन या रिफ्लेक्सिस की समस्या रहती है. कौन सी दवा है सबसे खतरनाक? डॉक्टरों के अनुसार मौनजारो, जेपबाउंड और वेगोवी जैसी दवाएं असरदार तो है, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स अन्य दवाओं से ज्यादा गंभीर हो सकते हैं. अगर इनका इस्तेमाल डॉक्टर की निगरानी के बिना किया जाए तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल, थायराइड और डाइजेशन से जुड़ी बड़ी समस्या हो सकती है. वहीं कई मामलों में इन दवाओं से और ज्यादा गंभीर समस्याएं भी देखने को मिल सकती है. ये भी पढ़ें-गलत खानपान से आंखों की रोशनी पर पड़ सकता है असर, आज ही कर लें इन चीजों से परहेज
Weight Loss Drugs: भारत में तेजी से बढ़ रहे मोटापे के बीच वजन घटाने वाली दवाओं का चलन भी बढ़ गया है. लोग अब जिम और डाइटिंग के बजाय ऐसी दवाओं का सहारा ले रहे हैं जो वजन कम करने में मदद करती हैं. हालांकि, इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स को लेकर डॉक्टर लगातार चेतावनी भी दे रहे हैं. ऐसे में चलिए आज जानते हैं कि भारत में वजन घटाने के लिए कौन-कौन सी दवाएं इस्तेमाल की जा रही हैं, साथ ही इनमें से सबसे खतरनाक दवाएं कौन सी है?
ओबेजिटा-60 कैप्सूल का सबसे ज्यादा
ओबेजिटा-60 कैप्सूल मोटापा कम करने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में से एक है. यह दवा शरीर में फैट के अवशोषण को रोकती है, जिससे कैलोरी इनटेक कम होता है और धीरे-धीरे वजन घटने लगता है. इस दवा को दिन में खाने के साथ या खाने के 1 घंटे के अंदर लिया जाता है. डॉक्टर मानते हैं कि अगर इसे नियमित एक्सरसाइज और संतुलित डाइट के साथ लिया जाए तो इसके परिणाम बेहतर होते हैं. हालांकि, इसके कई साइड इफेक्ट्स भी होते हैं. इस दवा के इस्तेमाल से कई लोगों में पेट दर्द और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं. कुछ मामलों में गैस की परेशानी भी हो सकती हैं. वहीं डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवा को लंबे समय तक लेना ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
मौनजारो और जेपबाउंड
अमेरिकी कंपनी Eli Lilly की दवा मौनजारो और जेपबाउंड को हाल ही में भारत में वजन घटाने और डायबिटीज कंट्रोल के लिए मंजूरी मिली थी. इन दोनों दवाओं का केमिकल नाम Tirzepatide है. इस दवा को इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है जो शरीर में इंसुलिन को कंट्रोल करने के साथ भूख को भी कम करती है. डॉक्टरों के अनुसार, यह दवा शरीर में जीएलपी-1 और जीआईपी हार्मोन को एक्टिव करती है, जिससे व्यक्ति काे पेट भरा हुआ महसूस होता है और खाने की मात्रा कम होती है. वहीं इस दवा के भी कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. इस दवा को लेने से उल्टी, मतली, चक्कर और ब्लड शुगर लेवल का कम होना जैसी समस्याएं शामिल है. इसके अलावा जिन लोगों की थायराइड कैंसर की हिस्ट्री रही है, उनके लिए यह दावा बहुत खतरनाक साबित हो सकती है.
वेगोवी हाल ही में लॉन्च हुई दवा
डेनमार्क की कंपनी Novo Nordisk की तरफ से बनाई गई वेगोवी दवा को भी हाल ही में भारत में लॉन्च किया गया था. यह दवा इंजेक्शन के रूप में दी जाती है जो मोटापे के गंभीर मामलों में वजन कम करने के लिए दी जाती है. यह दवा भूख कम करने वाले हार्मोन जीएलपी को एक्टिव करती है, जिससे व्यक्ति कम खाना खाता है और धीरे-धीरे वजन घटने लगता है. इस दवा के भी कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जिसमें उल्टी, मतली, पेट दर्द और गैस की समस्या शामिल है.
बैलून कैप्सूल ट्रीटमेंट
वजन घटाने के लिए अब लोग बैलून कैप्सूल ट्रीटमेंट की ओर भी रुख कर रहे हैं. यह एक ऐसा कैप्सूल है जो पेट में जाकर गुब्बारे की तरह फूल जाता है और पेट में जगह कम कर देता है. इससे व्यक्ति कम खाना खाता है और वजन घटने लगता है. इसका इस्तेमाल एंडोस्कोपी या स्वैलो पिल विधि से किया जाता है. हालांकि, यह तरीका महंगा है, इसके एक बार के ट्रीटमेंट की कीमत ढाई लाख से 4 लाख तक होती है. वहीं यह ट्रीटमेंट उन लोगों के लिए नहीं है जिन्हें सीने में जलन या रिफ्लेक्सिस की समस्या रहती है.
कौन सी दवा है सबसे खतरनाक?
डॉक्टरों के अनुसार मौनजारो, जेपबाउंड और वेगोवी जैसी दवाएं असरदार तो है, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स अन्य दवाओं से ज्यादा गंभीर हो सकते हैं. अगर इनका इस्तेमाल डॉक्टर की निगरानी के बिना किया जाए तो शरीर में ब्लड शुगर लेवल, थायराइड और डाइजेशन से जुड़ी बड़ी समस्या हो सकती है. वहीं कई मामलों में इन दवाओं से और ज्यादा गंभीर समस्याएं भी देखने को मिल सकती है.
ये भी पढ़ें-गलत खानपान से आंखों की रोशनी पर पड़ सकता है असर, आज ही कर लें इन चीजों से परहेज
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