Shani Jayanti 2025: शनि जयंती पर आज कौन सी राशियां पा सकती हैं वरदान और किसे रहना है सावधान!
Shani Jayanti 2025: इस बार शनि जयंती 27 मई 2025 (ज्येष्ठ अमावस्या) को मनाई जाएगी. खास बात यह है कि इस वर्ष शनि पहले ही 29 मार्च को कुंभ से मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं. इसका प्रभाव सीधे तौर पर सभी 12 राशियों पर देखनो को मिलेगा. खाततौर उन राशियों पर जिन पर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है. साढ़ेसाती की बात करें तो वर्तमान समय में मेष राशि पर साढ़े साती का प्रथम चरण, मीन राशि पर द्वितीय चरण और कुंभ राशि वालों पर इसका अंतिम चरण चल रहा है. वहीं शनि की ढैय्या सिंह व धनु राशि वालों पर चल रही है. शनि जयंती 2025 पर इन 4 राशियों को मिल सकता है विशेष वरदान!तुला राशि- तुला राशि वालों को शनि देव का विशेष वरदान मिलने वाला है, शनि आपके छठे स्थान में हैं जो शत्रुहंता और रोगनाशक भाव है. इसलिए आपको जीवन में सफलता और उत्तम स्वास्थ्य का वरदान शनि देव देते नजर आ रहे हैं. तुला राशि शनि की प्रिय राशि है यहां शनि उच्च के होते हैं. शनि यहां बैठकर कोर्ट-कचहरी, प्रतियोगिता, सरकारी कार्यों में सफलता दिला रहे हैं. शनि देव आने वाल समयमें कर्ज से मुक्ति भी प्रदान कर सकते हैं. वहीं लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी. फलदीपिका के अनुसार 'षष्ठे पापग्रह स्थिते रिपून् विनाशयति' यानि पाप ग्रह या शनि छठे भाव में हो, तो वह शत्रुओं का नाश करता है.' मीन राशि- शनि की साढ़ेसाती का द्वितीय चरण शुरू हो चुका है. शनि अब आपके आत्मविकास में वृद्धि कर रहे हैं. वहीं अब जो भी आप प्राप्त करेंगे वो लंबे समय तक आपके पास रहेगा. गंभीर चिंतन और आत्मबल में शनि वृद्धि कर रहे हैं. निवेश या मकान-भूमि लेना चाहते हैं तो शनि अब बाधा नहीं बनेंगे. गुरु-संतों की कृपा प्राप्त होगी. मन शांत रहेगा. शनिवार को काले तिल दान करें और शनि स्तोत्र का पाठ करें. वृषभ राशि- शनि अब ग्यारहवें भाव में है गोचर कर रहे हैं, जो लाभ, उन्नति और नेटवर्क विस्तार का स्थान है. शनि यहां लाभ ही लाभ देने जा रहे हैं. नई आय के स्रोत, प्रमोशन, व्यवसाय में विस्तार का अवसर भी दे सकते हैं. वहीं पुराने निवेश से लाभ होगा. सोशल या डिजिटल नेटवर्क से जुड़े कार्यों में शनि सफलता देते दिख रहे हैं. कर्क राशि- शनि आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं जो धर्म, भाग्य और उच्च शिक्षा का भी है. यहां शनि भाग्य में वृद्धि, विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा का विशेष योग बना रहे हैं. इस समय आपको गुरुजनों व बुजुर्गों से विशेष सहयोग प्राप्त होगा. वहीं लंबे समय से चली आ रही बाधाओं में कमी आएगी, क्योंकि शास्त्रों में लिखा है 'नवमे शनिश्चरे धर्मपथे स्थितिः शुभा'. किन राशियों को रहना चाहिए सतर्क? मेष राशि- शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण मानसिक दबाव और नई जिम्मेदारियां दिला सकता है. सिंह राशि- शनि की ढैय्या शुरू हो चुकी है. इसका प्रभाव कार्यक्षेत्र में दवाब और पारिवारिक तनाव के रूप में देखने को मिल सकता है. धनु राशि- शनि की ढैय्या का असर आपके किसी पुराने रोग या कानूनी समस्या को बढ़ा सकता है. शनि जयंती पर क्या करें? काले तिल व तेल का दान शनि दोष शमन शनि देव के मंदिर में दीपक जलाएं दृष्टि दोष से राहत शनि स्तोत्र या दशरथ कृत शनि चालीसा का पाठ करें मानसिक बल में वृद्धि लोहे के पात्र में सरसों का तेल भरकर दान दें आर्थिक स्थायित्व FAQs (शनि जयंती 2025)Q. क्या शनि जयंती पर पूजा विशेष फलदायी होती है?हां, यह शनि के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है और इस दिन किए गए उपाय कई गुना फल देते हैं. Q. इस बार कौन से राशि वालों पर साढ़ेसाती का आरंभ हुआ है?मेष राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो चुका है. Q. क्या शनि हमेशा कष्ट देते हैं?नहीं, शनि केवल कर्मानुसार फल देते हैं. यदि कर्म अच्छे हैं तो वह उन्नति के प्रतीक भी बनते हैं.

Shani Jayanti 2025: इस बार शनि जयंती 27 मई 2025 (ज्येष्ठ अमावस्या) को मनाई जाएगी. खास बात यह है कि इस वर्ष शनि पहले ही 29 मार्च को कुंभ से मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं. इसका प्रभाव सीधे तौर पर सभी 12 राशियों पर देखनो को मिलेगा. खाततौर उन राशियों पर जिन पर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है.
साढ़ेसाती की बात करें तो वर्तमान समय में मेष राशि पर साढ़े साती का प्रथम चरण, मीन राशि पर द्वितीय चरण और कुंभ राशि वालों पर इसका अंतिम चरण चल रहा है. वहीं शनि की ढैय्या सिंह व धनु राशि वालों पर चल रही है.
शनि जयंती 2025 पर इन 4 राशियों को मिल सकता है विशेष वरदान!
तुला राशि- तुला राशि वालों को शनि देव का विशेष वरदान मिलने वाला है, शनि आपके छठे स्थान में हैं जो शत्रुहंता और रोगनाशक भाव है. इसलिए आपको जीवन में सफलता और उत्तम स्वास्थ्य का वरदान शनि देव देते नजर आ रहे हैं. तुला राशि शनि की प्रिय राशि है यहां शनि उच्च के होते हैं.
शनि यहां बैठकर कोर्ट-कचहरी, प्रतियोगिता, सरकारी कार्यों में सफलता दिला रहे हैं. शनि देव आने वाल समयमें कर्ज से मुक्ति भी प्रदान कर सकते हैं.
वहीं लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी. फलदीपिका के अनुसार 'षष्ठे पापग्रह स्थिते रिपून् विनाशयति' यानि पाप ग्रह या शनि छठे भाव में हो, तो वह शत्रुओं का नाश करता है.'
मीन राशि- शनि की साढ़ेसाती का द्वितीय चरण शुरू हो चुका है. शनि अब आपके आत्मविकास में वृद्धि कर रहे हैं. वहीं अब जो भी आप प्राप्त करेंगे वो लंबे समय तक आपके पास रहेगा.
गंभीर चिंतन और आत्मबल में शनि वृद्धि कर रहे हैं. निवेश या मकान-भूमि लेना चाहते हैं तो शनि अब बाधा नहीं बनेंगे. गुरु-संतों की कृपा प्राप्त होगी. मन शांत रहेगा. शनिवार को काले तिल दान करें और शनि स्तोत्र का पाठ करें.
वृषभ राशि- शनि अब ग्यारहवें भाव में है गोचर कर रहे हैं, जो लाभ, उन्नति और नेटवर्क विस्तार का स्थान है. शनि यहां लाभ ही लाभ देने जा रहे हैं. नई आय के स्रोत, प्रमोशन, व्यवसाय में विस्तार का अवसर भी दे सकते हैं.
वहीं पुराने निवेश से लाभ होगा. सोशल या डिजिटल नेटवर्क से जुड़े कार्यों में शनि सफलता देते दिख रहे हैं.
कर्क राशि- शनि आपके नवम भाव में गोचर कर रहे हैं जो धर्म, भाग्य और उच्च शिक्षा का भी है. यहां शनि भाग्य में वृद्धि, विदेश यात्रा, उच्च शिक्षा का विशेष योग बना रहे हैं.
इस समय आपको गुरुजनों व बुजुर्गों से विशेष सहयोग प्राप्त होगा. वहीं लंबे समय से चली आ रही बाधाओं में कमी आएगी, क्योंकि शास्त्रों में लिखा है 'नवमे शनिश्चरे धर्मपथे स्थितिः शुभा'.
किन राशियों को रहना चाहिए सतर्क?
- मेष राशि- शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण मानसिक दबाव और नई जिम्मेदारियां दिला सकता है.
- सिंह राशि- शनि की ढैय्या शुरू हो चुकी है. इसका प्रभाव कार्यक्षेत्र में दवाब और पारिवारिक तनाव के रूप में देखने को मिल सकता है.
- धनु राशि- शनि की ढैय्या का असर आपके किसी पुराने रोग या कानूनी समस्या को बढ़ा सकता है.
शनि जयंती पर क्या करें?
- काले तिल व तेल का दान शनि दोष शमन
- शनि देव के मंदिर में दीपक जलाएं दृष्टि दोष से राहत
- शनि स्तोत्र या दशरथ कृत शनि चालीसा का पाठ करें मानसिक बल में वृद्धि
- लोहे के पात्र में सरसों का तेल भरकर दान दें आर्थिक स्थायित्व
FAQs (शनि जयंती 2025)
Q. क्या शनि जयंती पर पूजा विशेष फलदायी होती है?
हां, यह शनि के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है और इस दिन किए गए उपाय कई गुना फल देते हैं.
Q. इस बार कौन से राशि वालों पर साढ़ेसाती का आरंभ हुआ है?
मेष राशि पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो चुका है.
Q. क्या शनि हमेशा कष्ट देते हैं?
नहीं, शनि केवल कर्मानुसार फल देते हैं. यदि कर्म अच्छे हैं तो वह उन्नति के प्रतीक भी बनते हैं.
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