Quality Limited Bank Fraud Case: बैंक फ्रॉड केस में ED का बड़ा एक्शन, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में छापेमारी, करोड़ों अटैच

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 12 अगस्त, 2025 को बड़ी कार्रवाई करते हुए पुराने M/s Kwality Limited के बैंक फ्रॉड केस में करीब 35 करोड़ रुपए की मूवेबल और इम्मूवेबल प्रॉपर्टीज़ प्रोविजनली अटैच की है. अटैच की गई प्रॉपर्टीज़ में हरियाणा के नूंह और राजस्थान के दौसा में जमीन के साथ प्लांट, मशीनरी और पंजाब के मोहाली में इंडस्ट्रियल लैंड और रेजिडेंशियल प्लॉट्स के लिए किए गए एडवांसेस शामिल हैं. ये सभी प्रॉपर्टीज़ कंपनी के उस समय के प्रमोटर्स सिद्धांत गुप्ता और संजय धिंगरा के फैमिली मेंबर्स या उनकी कंट्रोल्ड कंपनियों के नाम पर है. CBI द्वारा दर्ज FIR के आधार पर कार्रवाई ED ने ये जांच CBI नई दिल्ली द्वारा दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी. FIR में आरोप है कि क्वालिटी लिमिटेड के डायरेक्टर्स ने बैंक को धोखा देने के लिए कंपनी के सेल्स, परचेज़, डेब्टर्स और क्रेडिटर्स के आंकड़ों में गड़बड़ी की. इस फ्रॉड की रकम करीब 1400.62 करोड़ रुपए बताई गई है. ईडी की जांच में सामने आया कि प्रमोटर्स ने अकाउंट बुक्स में फर्जी एंट्रियां डालकर ज्यादा सेल्स और डेब्टर्स दिखाए. बड़े-बड़े ट्रेडिंग ट्रांजेक्शन बिना असली माल की डिलीवरी या रिसीव किए कर दिए गए. साथ ही शेल कंपनियों और डमी ओनर्स के जरिए बैंक का पैसा इधर-उधर घुमाकर छिपाया गया और गैर-कानूनी कामों में लगाया गया. ED ने 15 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया थाइससे पहले भी ED ने इस केस में 15 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था, जिसमें करोड़ों की प्रॉपर्टी, 1.3 करोड़ रुपए कैश और कई बैंक अकाउंट्स व शेल कंपनियों से जुड़े सबूत मिले थे. उस समय भी करीब 450 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की गई थी. इस पूरे मामले में अभी ED की जांच जारी है. आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं.  ये भी पढ़ें लाल किले से PM मोदी का सबसे लंबा भाषण, 103 मिनट तक बोले प्रधानमंत्री, सेना को सलाम और पाकिस्तान को दी चेतावनी

Aug 15, 2025 - 12:30
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Quality Limited Bank Fraud Case: बैंक फ्रॉड केस में ED का बड़ा एक्शन, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में छापेमारी, करोड़ों अटैच

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 12 अगस्त, 2025 को बड़ी कार्रवाई करते हुए पुराने M/s Kwality Limited के बैंक फ्रॉड केस में करीब 35 करोड़ रुपए की मूवेबल और इम्मूवेबल प्रॉपर्टीज़ प्रोविजनली अटैच की है.

अटैच की गई प्रॉपर्टीज़ में हरियाणा के नूंह और राजस्थान के दौसा में जमीन के साथ प्लांट, मशीनरी और पंजाब के मोहाली में इंडस्ट्रियल लैंड और रेजिडेंशियल प्लॉट्स के लिए किए गए एडवांसेस शामिल हैं. ये सभी प्रॉपर्टीज़ कंपनी के उस समय के प्रमोटर्स सिद्धांत गुप्ता और संजय धिंगरा के फैमिली मेंबर्स या उनकी कंट्रोल्ड कंपनियों के नाम पर है.

CBI द्वारा दर्ज FIR के आधार पर कार्रवाई 
ED ने ये जांच CBI नई दिल्ली द्वारा दर्ज FIR के आधार पर शुरू की थी. FIR में आरोप है कि क्वालिटी लिमिटेड के डायरेक्टर्स ने बैंक को धोखा देने के लिए कंपनी के सेल्स, परचेज़, डेब्टर्स और क्रेडिटर्स के आंकड़ों में गड़बड़ी की. इस फ्रॉड की रकम करीब 1400.62 करोड़ रुपए बताई गई है.

ईडी की जांच में सामने आया कि प्रमोटर्स ने अकाउंट बुक्स में फर्जी एंट्रियां डालकर ज्यादा सेल्स और डेब्टर्स दिखाए. बड़े-बड़े ट्रेडिंग ट्रांजेक्शन बिना असली माल की डिलीवरी या रिसीव किए कर दिए गए. साथ ही शेल कंपनियों और डमी ओनर्स के जरिए बैंक का पैसा इधर-उधर घुमाकर छिपाया गया और गैर-कानूनी कामों में लगाया गया.

ED ने 15 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था
इससे पहले भी ED ने इस केस में 15 जगहों पर सर्च ऑपरेशन किया था, जिसमें करोड़ों की प्रॉपर्टी, 1.3 करोड़ रुपए कैश और कई बैंक अकाउंट्स व शेल कंपनियों से जुड़े सबूत मिले थे. उस समय भी करीब 450 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की गई थी. इस पूरे मामले में अभी ED की जांच जारी है. आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं. 

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