Kark Sankranti 2025: कर्क संक्रांति से बदलेगी सूर्य की चाल, नकारात्मक शक्तियां हो सकती है हावी, बचकर रहें ये राशियां
Kark Sankranti 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संक्रांति तिथि तीनों लोक के लिए महत्वपूर्ण है. कर्क संक्रांति से उत्तरायण काल का अंत हो जाता है. कर्क राशि मकर राशि का प्रतिपक्ष है. जैसे मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही उत्तरायण शुरू होता है ठीक वैसे ही सूर्य के कर्क राशि में आते ही दिशा बदल जाती है और वह दक्षिणा दिशा की ओर गति करने लगते हैं. इसे दक्षिणायन काल कहा जाता है, जिसकी अवधि 6 माह की होती है. सूर्य के दक्षिणायन होते ही मनुष्यों को बेहद सावधानी बर्तना चाहिए, क्योंकि ये 6 माह देवतागण सो जाते हैं और कहते हैं कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचान बढ़ जाता है. इस साल कर्क संक्रांति कब है, इस दिन से किन राशियों को बचकर रहना होगा जान लें. कर्क संक्रांति 2025 में कब ? कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. संक्रांति वाले दिन स्नान-दान करने की परंपरा सालों से चली आ रही है, इससे सूर्य की कृपा प्राप्त होती है. कर्क संक्रान्ति पुण्य काल - 05:40 - शाम 5:40 कर्क संक्रान्ति महा पुण्य काल - दोपहर 3:22 - शाम 05:40 कर्क संक्रांति पर सूर्य का राशि परिवर्तन - शाम 5.40 पर कर्क राशि में होगा. कर्क संक्रांति 2025 ये राशियों रहें बचकर मेष राशि - कर्क राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही मेष राशि वालों को निजी जीवन में ध्यान देने की अधिक आवश्यकता रहेगी. माता की सेहत चिंता का कारण बन सकती है. स्वास्थ को लेकर लापरवाही भविष्य में बड़ा नुकसान करा सकती है. खान-पान पर ध्यान दें. नौकरी में काम का प्रेशर रहेगा, आवेश में आकर कोई गलत निर्णय न लें, क्रोध पर काबू रखें. धनु राशि - कर्क संक्रांति के बाद से आप वाहन चलाने में बेहद सावनधानी रखें, धन के साथ तन को भी चोट पहुंच सकती है. सरकारी मामलों में विवाद करने से बचें, संपत्ति के काम में जोखिम लेना उचित नहीं होगा. Sawan Vrat Tyohar 2025: सावन में लगेगी त्योहारों की झड़ी, रक्षाबंधन, सावन शिवरात्रि सहित जानें सभी पर्व की लिस्ट Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Kark Sankranti 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार संक्रांति तिथि तीनों लोक के लिए महत्वपूर्ण है. कर्क संक्रांति से उत्तरायण काल का अंत हो जाता है. कर्क राशि मकर राशि का प्रतिपक्ष है. जैसे मकर राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ ही उत्तरायण शुरू होता है ठीक वैसे ही सूर्य के कर्क राशि में आते ही दिशा बदल जाती है और वह दक्षिणा दिशा की ओर गति करने लगते हैं. इसे दक्षिणायन काल कहा जाता है, जिसकी अवधि 6 माह की होती है.
सूर्य के दक्षिणायन होते ही मनुष्यों को बेहद सावधानी बर्तना चाहिए, क्योंकि ये 6 माह देवतागण सो जाते हैं और कहते हैं कि इस दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचान बढ़ जाता है. इस साल कर्क संक्रांति कब है, इस दिन से किन राशियों को बचकर रहना होगा जान लें.
कर्क संक्रांति 2025 में कब ?
कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. संक्रांति वाले दिन स्नान-दान करने की परंपरा सालों से चली आ रही है, इससे सूर्य की कृपा प्राप्त होती है.
- कर्क संक्रान्ति पुण्य काल - 05:40 - शाम 5:40
- कर्क संक्रान्ति महा पुण्य काल - दोपहर 3:22 - शाम 05:40
- कर्क संक्रांति पर सूर्य का राशि परिवर्तन - शाम 5.40 पर कर्क राशि में होगा.
कर्क संक्रांति 2025 ये राशियों रहें बचकर
मेष राशि - कर्क राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही मेष राशि वालों को निजी जीवन में ध्यान देने की अधिक आवश्यकता रहेगी. माता की सेहत चिंता का कारण बन सकती है. स्वास्थ को लेकर लापरवाही भविष्य में बड़ा नुकसान करा सकती है. खान-पान पर ध्यान दें. नौकरी में काम का प्रेशर रहेगा, आवेश में आकर कोई गलत निर्णय न लें, क्रोध पर काबू रखें.
धनु राशि - कर्क संक्रांति के बाद से आप वाहन चलाने में बेहद सावनधानी रखें, धन के साथ तन को भी चोट पहुंच सकती है. सरकारी मामलों में विवाद करने से बचें, संपत्ति के काम में जोखिम लेना उचित नहीं होगा.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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