Jyoti Malhotra Case: जासूस ज्योति मल्होत्रा को भारत से गद्दारी के लिए पाकिस्तान ने दिए थे कौन से तीन टास्क? पढ़कर आपके उड़ जाएंगे होश
Jyoti Malhotra Case: भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक और जासूसी नेटवर्क को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया है. हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी उस समय हुई, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ा एक्शन शुरू किया. सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया कि ज्योति दो बार 2023 में पाकिस्तान गई. उसे वीजा दिलवाने, रहने और यात्रा का प्रबंध दानिश नाम के शख्स ने किया, जो ISI के लिए काम करता था और भारत से निष्कासित हो चुका है. पाकिस्तान में अली हसन नामक ISI एजेंट ने ज्योति से संपर्क किया और उसे तीन मुख्य काम सौंपे, जो इस प्रकार है: पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाना. भारत में पाकिस्तान विरोधी नैरेटिव बदलना. अपने जैसे और लोगों की भर्ती कराना. डार्क चैटिंग एप्स और बॉर्डर इंटेलज्योति से मिली चैटिंग डेटा और फॉरेंसिक रिपोर्ट्स से सामने आया कि अमृतसर की अटारी यात्रा के दौरान उसने बॉर्डर पर हुई सेरेमनी में आए विशिष्ट अतिथियों की जानकारी पाकिस्तान को दी. वह एन्क्रिप्टेड एप्स के ज़रिए संपर्क में थी और नियमित रूप से संवेदनशील सूचनाएं भेज रही थी. श्रीनगर रेल यात्रा के दौरान उसके तरफ से बनाए गए वीडियो में भी मिलिट्री मूवमेंट और स्ट्रैटेजिक लोकेशन्स को लेकर संदिग्ध जानकारियां मिलीं. परिजन भी बेखबरज्योति के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वो कहती थी दिल्ली जा रही हूं, पाकिस्तान जाने की बात कभी नहीं बताई. हमें कुछ भी जानकारी नहीं थी. पुलिस आकर कपड़े और सामान ले गई, कोई बात नहीं की. यह स्पष्ट करता है कि उसका मिशन व्यक्तिगत, प्रोफेशनल और तकनीकी स्तर पर पूरी तरह गोपनीय था. कैसे होता है ISI नेटवर्क का संचालन?आईएसआई की ओर से नियुक्त एजेंट भारत में सेना, कंटोनमेंट, हथियार प्रणालियों, सैन्य अधिकारियों की मूवमेंट की जानकारी जुटाते हैं. सोशल मीडिया, YouTube, और ब्लॉग्स का उपयोग करके मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन चलाते हैं. देश के मोरल और राष्ट्रीय भावना को कमजोर करने के उद्देश्य से काम करते हैं. ज्योति मल्होत्रा का केस इस पैटर्न का ताजा उदाहरण है. कठोर कार्रवाई होगीसुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि इस केस की तह तक जाया जाएगा. सभी लिंक्ड एजेंट्स को गिरफ्तार कर नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा. इसके लिए ज्योति के लैपटॉप, मोबाइल, बैंक अकाउंट, ट्रैवल हिस्ट्री, चैट्स का एनालिसिस किया जा रहा है.

Jyoti Malhotra Case: भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने एक और जासूसी नेटवर्क को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया है. हरियाणा के हिसार की रहने वाली यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी उस समय हुई, जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों ने संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ा एक्शन शुरू किया.
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया कि ज्योति दो बार 2023 में पाकिस्तान गई. उसे वीजा दिलवाने, रहने और यात्रा का प्रबंध दानिश नाम के शख्स ने किया, जो ISI के लिए काम करता था और भारत से निष्कासित हो चुका है. पाकिस्तान में अली हसन नामक ISI एजेंट ने ज्योति से संपर्क किया और उसे तीन मुख्य काम सौंपे, जो इस प्रकार है:
- पाकिस्तान की पॉजिटिव छवि बनाना.
- भारत में पाकिस्तान विरोधी नैरेटिव बदलना.
- अपने जैसे और लोगों की भर्ती कराना.
डार्क चैटिंग एप्स और बॉर्डर इंटेल
ज्योति से मिली चैटिंग डेटा और फॉरेंसिक रिपोर्ट्स से सामने आया कि अमृतसर की अटारी यात्रा के दौरान उसने बॉर्डर पर हुई सेरेमनी में आए विशिष्ट अतिथियों की जानकारी पाकिस्तान को दी. वह एन्क्रिप्टेड एप्स के ज़रिए संपर्क में थी और नियमित रूप से संवेदनशील सूचनाएं भेज रही थी. श्रीनगर रेल यात्रा के दौरान उसके तरफ से बनाए गए वीडियो में भी मिलिट्री मूवमेंट और स्ट्रैटेजिक लोकेशन्स को लेकर संदिग्ध जानकारियां मिलीं.
परिजन भी बेखबर
ज्योति के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वो कहती थी दिल्ली जा रही हूं, पाकिस्तान जाने की बात कभी नहीं बताई. हमें कुछ भी जानकारी नहीं थी. पुलिस आकर कपड़े और सामान ले गई, कोई बात नहीं की. यह स्पष्ट करता है कि उसका मिशन व्यक्तिगत, प्रोफेशनल और तकनीकी स्तर पर पूरी तरह गोपनीय था.
कैसे होता है ISI नेटवर्क का संचालन?
आईएसआई की ओर से नियुक्त एजेंट भारत में सेना, कंटोनमेंट, हथियार प्रणालियों, सैन्य अधिकारियों की मूवमेंट की जानकारी जुटाते हैं. सोशल मीडिया, YouTube, और ब्लॉग्स का उपयोग करके मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन चलाते हैं. देश के मोरल और राष्ट्रीय भावना को कमजोर करने के उद्देश्य से काम करते हैं. ज्योति मल्होत्रा का केस इस पैटर्न का ताजा उदाहरण है.
कठोर कार्रवाई होगी
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि इस केस की तह तक जाया जाएगा. सभी लिंक्ड एजेंट्स को गिरफ्तार कर नेटवर्क पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा. इसके लिए ज्योति के लैपटॉप, मोबाइल, बैंक अकाउंट, ट्रैवल हिस्ट्री, चैट्स का एनालिसिस किया जा रहा है.
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