Ganesh Visarjan Niyam: ज्यादातर लोग गणेश विसर्जन के इन नियमों को भूल जाते हैं! आप भी उनमें से एक न बनें, जानें इसके बारे में

Ganesh Visarjan 2025 Rules: सभी देवताओं में प्रथम गणपति बप्पा इस साल 27 अगस्त 2025 को पधारे हैं. ऐसे में शनिवार 6 सितंबर 2025, अनंत चतुर्दशी के मौके पर बप्पा अपने भक्तों से विदाई लेंगे. ज्यादातर लोग गणेश विसर्जन के महत्वपूर्ण नियमों को भूल जाते हैं, आप भी उनमें से एक न बनें, इसलिए आज हम आपको गणेश विसर्जन से जुड़े कुछ खास नियमों के बारे में बताएंगे.  गणेश विसर्जन 2025 नियम (Ganesh Chaturthi 2025 Rules)मुख दिशागणपति जी को विसर्जन के लिए ले जाते समय उनका मुख घर की ओर रखें, ताकि जाने से पहले बप्पा घर को आशीर्वाद दे सकें.  आरती सामग्रीबप्पा की विदाई के वक्त उनकी पूजा अर्चना और आरती की जाती है. इसलिए पूजा से जुड़ी समाग्री फल, फूल, सुपारी, चावल, हल्दी, 21 दूर्वा, कुमकुम और मिठाई से बप्पा को विदा करें.  लाल कपड़े से जुड़ा अनुष्ठान एक नारियल या सुपारी को हल्दी, चावल के साथ लाल कपड़े में लपेटकर ऋद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ के लिए अपनी तिजोरी में एक जगह सुरक्षित रख दें.  प्रसादगणेश विसर्जन के दौरान बप्पा को 5 मोदक चढ़ाएं और इसे सभी भक्तों में बांटें.  विसर्जन जलमुमकिन हो तो घर में ही साफ बर्तन या बाल्टी में पानी भरकर पर्यावरण के अनुकूल ही विसर्जन करें. बाद में इस पानी को किसी पेड़ के नीचे या पौधों में डाल दें.  मंत्र और जपविसर्जन से पहले 3 बार घड़ी की दिशा में परिक्रमा लगाएं. इस के बाद बप्पा का विसर्जन भक्ति और आनंद के साथ गणपति बप्पा मोरया, पूधच्या वर्षी लवकर या" या "गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ" जैसे जयकारे लगाएं.  घर के लिए आशीर्वादबप्पा को विदाई देने से पहले उनके चरणों में झुककर पूरे परिवार की सेहत, धन और समृद्धि का आशीर्वाद मांगे. विसर्जन तिथियां गणपति विसर्जन के लिए आप 1.5 दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 10वें दिन कर सकते हैं. ज्यादातर लोग 10वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के मौके पर ही करते हैं.  गणेश विसर्जन के लिए अनंत चतुर्दशी के दिन शुभ मुहूर्त सुबह का मुहूर्त- सुबह 7 बजकर 36 मिनट से लेकर 9 बजकर 10 मिनट तक दोपहर मुहूर्त (चरा, लाभ, अमृतकाल) 12 बजकर 19 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 2 मिनट तक शाम का मुहूर्त लाभ- शाम 6 बजकर 37 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 2 मिनट तक Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Aug 31, 2025 - 11:30
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Ganesh Visarjan Niyam: ज्यादातर लोग गणेश विसर्जन के इन नियमों को भूल जाते हैं! आप भी उनमें से एक न बनें, जानें इसके बारे में

Ganesh Visarjan 2025 Rules: सभी देवताओं में प्रथम गणपति बप्पा इस साल 27 अगस्त 2025 को पधारे हैं. ऐसे में शनिवार 6 सितंबर 2025, अनंत चतुर्दशी के मौके पर बप्पा अपने भक्तों से विदाई लेंगे. ज्यादातर लोग गणेश विसर्जन के महत्वपूर्ण नियमों को भूल जाते हैं, आप भी उनमें से एक न बनें, इसलिए आज हम आपको गणेश विसर्जन से जुड़े कुछ खास नियमों के बारे में बताएंगे. 

गणेश विसर्जन 2025 नियम (Ganesh Chaturthi 2025 Rules)
मुख दिशा
गणपति जी को विसर्जन के लिए ले जाते समय उनका मुख घर की ओर रखें, ताकि जाने से पहले बप्पा घर को आशीर्वाद दे सकें. 

आरती सामग्री
बप्पा की विदाई के वक्त उनकी पूजा अर्चना और आरती की जाती है. इसलिए पूजा से जुड़ी समाग्री फल, फूल, सुपारी, चावल, हल्दी, 21 दूर्वा, कुमकुम और मिठाई से बप्पा को विदा करें. 

लाल कपड़े से जुड़ा अनुष्ठान 
एक नारियल या सुपारी को हल्दी, चावल के साथ लाल कपड़े में लपेटकर ऋद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ के लिए अपनी तिजोरी में एक जगह सुरक्षित रख दें. 

प्रसाद
गणेश विसर्जन के दौरान बप्पा को 5 मोदक चढ़ाएं और इसे सभी भक्तों में बांटें. 

विसर्जन जल
मुमकिन हो तो घर में ही साफ बर्तन या बाल्टी में पानी भरकर पर्यावरण के अनुकूल ही विसर्जन करें. बाद में इस पानी को किसी पेड़ के नीचे या पौधों में डाल दें. 

मंत्र और जप
विसर्जन से पहले 3 बार घड़ी की दिशा में परिक्रमा लगाएं. इस के बाद बप्पा का विसर्जन भक्ति और आनंद के साथ गणपति बप्पा मोरया, पूधच्या वर्षी लवकर या" या "गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ" जैसे जयकारे लगाएं. 

घर के लिए आशीर्वाद
बप्पा को विदाई देने से पहले उनके चरणों में झुककर पूरे परिवार की सेहत, धन और समृद्धि का आशीर्वाद मांगे.

विसर्जन तिथियां 
गणपति विसर्जन के लिए आप 1.5 दिन, 3 दिन, 5 दिन, 7 दिन या 10वें दिन कर सकते हैं. ज्यादातर लोग 10वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के मौके पर ही करते हैं. 

गणेश विसर्जन के लिए अनंत चतुर्दशी के दिन शुभ मुहूर्त

  • सुबह का मुहूर्त- सुबह 7 बजकर 36 मिनट से लेकर 9 बजकर 10 मिनट तक
  • दोपहर मुहूर्त (चरा, लाभ, अमृतकाल) 12 बजकर 19 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 2 मिनट तक
  • शाम का मुहूर्त लाभ- शाम 6 बजकर 37 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 2 मिनट तक

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

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