Exclusive: 'बीजेपी के कुछ मेरे सयाने मित्र लोग...', कॉन्स्टिट्यूशन क्लब चुनाव में जीत पर राजीव प्रताप रूडी का बड़ा खुलासा

राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का चुनाव जीतकर एक बड़ी राजनीतिक सफलता हासिल की है. पांच बार लोकसभा सांसद, एक बार राज्यसभा सांसद और केंद्र में दो बार मंत्री रह चुके रूडी को अपने राजनीतिक करियर में अब तक की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा. इस बारे में उन्होंने एबीपी न्यूज की पॉलिटिकल एडिटर मेघा प्रसाद से बातचीत की और अपना अनुभव साझा किया.बीजेपी के कुछ सयाने मित्रों ने की साजिश- रूडीराजीव प्रताप रूडी ने खुलासा किया कि बीजेपी के कुछ सयाने मित्रों ने उन्हें हटाने की कोशिश की थी. उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसा प्रयास नए राजनीतिक चेहरे कर रहे थे, जो सियासत के भ्रम में पल रहे थे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य कभी भी सत्ता-संघर्ष नहीं रहा, बल्कि क्लब की सेवा करना और उसकी गरिमा बनाए रखना रहा. उन्होंने बताया कि जब उन्हें स्पीकर बाल योगी जी ने क्लब का कार्यभार संभालने का जिम्मा दिया था, तब से उन्होंने बिना सरकारी मदद के जिम, स्विमिंग पूल, कैफे, रेस्टोरेंट, सोना और स्टीम जैसी सुविधाएं विकसित कीं. पूरी राजनीति सिर्फ मुझे हटाने की थी- रूडीरूडी ने कहा कि इस बार उनके विरोधी संजीव बालयान भी चुनाव में उतरे, लेकिन उनका नामांकन भी समस्याओं से भरा था. उन्होंने यह आरोप लगाया कि यह पूरी रणनीति सिर्फ उन्हें हटाने के लिए थी, न कि क्लब के विकास के लिए. उन्होंने यह भी जोर दिया कि उनके खिलाफ चलाए गए प्रचार अभियान पूरी तरह गलत और अनुचित थे. अंत में उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में वह खुद नहीं लड़ेंगे क्योंकि इस चुनाव की प्रक्रिया ने नए मानक स्थापित कर दिए हैं, जहां करोड़ों रुपये खर्च कर उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं.दूसरे दलों के लोगों ने भी दिए वोटरूडी ने बताया कि इस बार का चुनाव साधारण नहीं था. पूरे देश भर से राजनीतिक दलों के सांसद उनके समर्थन में खड़े हुए. डीएमके, एआईडीएमके, कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा सहित सभी दलों के सांसदों ने उन्हें वोट दिया.

Sep 6, 2025 - 19:30
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Exclusive: 'बीजेपी के कुछ मेरे सयाने मित्र लोग...', कॉन्स्टिट्यूशन क्लब चुनाव में जीत पर राजीव प्रताप रूडी का बड़ा खुलासा

राजीव प्रताप रूडी ने कॉन्स्टिट्यूशन क्लब का चुनाव जीतकर एक बड़ी राजनीतिक सफलता हासिल की है. पांच बार लोकसभा सांसद, एक बार राज्यसभा सांसद और केंद्र में दो बार मंत्री रह चुके रूडी को अपने राजनीतिक करियर में अब तक की सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा. इस बारे में उन्होंने एबीपी न्यूज की पॉलिटिकल एडिटर मेघा प्रसाद से बातचीत की और अपना अनुभव साझा किया.

बीजेपी के कुछ सयाने मित्रों ने की साजिश- रूडी
राजीव प्रताप रूडी ने खुलासा किया कि बीजेपी के कुछ सयाने मित्रों ने उन्हें हटाने की कोशिश की थी. उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसा प्रयास नए राजनीतिक चेहरे कर रहे थे, जो सियासत के भ्रम में पल रहे थे. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य कभी भी सत्ता-संघर्ष नहीं रहा, बल्कि क्लब की सेवा करना और उसकी गरिमा बनाए रखना रहा. उन्होंने बताया कि जब उन्हें स्पीकर बाल योगी जी ने क्लब का कार्यभार संभालने का जिम्मा दिया था, तब से उन्होंने बिना सरकारी मदद के जिम, स्विमिंग पूल, कैफे, रेस्टोरेंट, सोना और स्टीम जैसी सुविधाएं विकसित कीं.

पूरी राजनीति सिर्फ मुझे हटाने की थी- रूडी
रूडी ने कहा कि इस बार उनके विरोधी संजीव बालयान भी चुनाव में उतरे, लेकिन उनका नामांकन भी समस्याओं से भरा था. उन्होंने यह आरोप लगाया कि यह पूरी रणनीति सिर्फ उन्हें हटाने के लिए थी, न कि क्लब के विकास के लिए. उन्होंने यह भी जोर दिया कि उनके खिलाफ चलाए गए प्रचार अभियान पूरी तरह गलत और अनुचित थे. अंत में उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में वह खुद नहीं लड़ेंगे क्योंकि इस चुनाव की प्रक्रिया ने नए मानक स्थापित कर दिए हैं, जहां करोड़ों रुपये खर्च कर उम्मीदवार मैदान में उतरते हैं.

दूसरे दलों के लोगों ने भी दिए वोट
रूडी ने बताया कि इस बार का चुनाव साधारण नहीं था. पूरे देश भर से राजनीतिक दलों के सांसद उनके समर्थन में खड़े हुए. डीएमके, एआईडीएमके, कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, समाजवादी पार्टी, टीएमसी, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा सहित सभी दलों के सांसदों ने उन्हें वोट दिया.

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