AI का चमत्कार! लक्षण दिखने से पहले ही चल जाएगा आंखों की बीमारी का पता, मरीजों को होगा फायदा

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) आने के बाद दुनिया बदलाव से गुजर रही है. हर फील्ड में AI कमाल देखने को मिल रहा है. मेडिकल क्षेत्र में AI ने कई चीजों को आसान बना दिया है. इसकी वजह से बीमारियों की पहचान कर पाना पहले से आसान हो गया है, जिससे मरीजों का फायदा हो रहा है. अब बताया जा रहा है कि कोई भी लक्षण नजर आने से पहले AI आंखों की बीमारियों का पता लगा लेगी. इससे मरीज की स्थिति को खराब होने से बचाया जा सकता है.  AI का कमाल जानकारों का कहना है कि AI एल्गोरिद्म और दूसरे डीप-टेक सॉल्यूशन आंखों के इलाज को पूरी तरह बदल सकते हैं. ये किसी भी बीमारी को लक्षण शुरू होने से पहले ही पहचान लेंगे. अभी आंखों की बीमारी की पहचान का पूरा काम ह्यूमन एनालिसिस पर टिका हुआ है और इसमें काफी समय लगता है. इस समस्या को दूर करते हुए AI बड़े डेटा को आसानी और सटीकता से प्रोसेस कर सकती है. इस वजह से बीमारी को उसकी शुरुआती स्टेज पर ही पहचाना जा सकता है.  लोगों को अंधा होने से बचा लेगी AI आई केयर इंडस्ट्रीज से जुड़े लोगों का कहना है कि डायबिटिक रेटिनोपैथी और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों की शुरुआत में रेटिना में मामूली बदलाव होते हैं. मरीज को इसका पता लगने से पहले ही AI इन बदलावों को डिटेक्ट कर सकती है. इस वजह से उन्हें समय पर इलाज मिल सकेगा और कई मामलों में यह लोगों को अंधा होने से भी बचा लेगी. डेटा एनालिसिस की मदद से यह टेक्नोलॉजी आंखों में बीमारी के कारण हो रहे छोटे से छोटे बदलाव को भी डिटेक्ट कर सकेगी. टेक्नोलॉजी में एडवांसमेंट के कारण जानकारों का कहना है कि अब बीमार होने पर इलाज की जगह बीमार होने से पहले ही उसके इलाज की तरफ बढ़ने की जरूरत है. उन्होंने टेक्नोलॉजी को इलाज के साथ-साथ बीमारी की पहचान और होने से पहले ही उसकी रोकथाम के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी है. ये भी पढ़ें- भयंकर खतरे में Android स्मार्टफोन यूजर्स, सरकार ने जारी किया हाई-रिस्क अलर्ट, ये काम नहीं किया तो हो जाएगी मुश्किल

Sep 6, 2025 - 17:30
 0
AI का चमत्कार! लक्षण दिखने से पहले ही चल जाएगा आंखों की बीमारी का पता, मरीजों को होगा फायदा

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) आने के बाद दुनिया बदलाव से गुजर रही है. हर फील्ड में AI कमाल देखने को मिल रहा है. मेडिकल क्षेत्र में AI ने कई चीजों को आसान बना दिया है. इसकी वजह से बीमारियों की पहचान कर पाना पहले से आसान हो गया है, जिससे मरीजों का फायदा हो रहा है. अब बताया जा रहा है कि कोई भी लक्षण नजर आने से पहले AI आंखों की बीमारियों का पता लगा लेगी. इससे मरीज की स्थिति को खराब होने से बचाया जा सकता है. 

AI का कमाल

जानकारों का कहना है कि AI एल्गोरिद्म और दूसरे डीप-टेक सॉल्यूशन आंखों के इलाज को पूरी तरह बदल सकते हैं. ये किसी भी बीमारी को लक्षण शुरू होने से पहले ही पहचान लेंगे. अभी आंखों की बीमारी की पहचान का पूरा काम ह्यूमन एनालिसिस पर टिका हुआ है और इसमें काफी समय लगता है. इस समस्या को दूर करते हुए AI बड़े डेटा को आसानी और सटीकता से प्रोसेस कर सकती है. इस वजह से बीमारी को उसकी शुरुआती स्टेज पर ही पहचाना जा सकता है. 

लोगों को अंधा होने से बचा लेगी AI

आई केयर इंडस्ट्रीज से जुड़े लोगों का कहना है कि डायबिटिक रेटिनोपैथी और ग्लूकोमा जैसी बीमारियों की शुरुआत में रेटिना में मामूली बदलाव होते हैं. मरीज को इसका पता लगने से पहले ही AI इन बदलावों को डिटेक्ट कर सकती है. इस वजह से उन्हें समय पर इलाज मिल सकेगा और कई मामलों में यह लोगों को अंधा होने से भी बचा लेगी. डेटा एनालिसिस की मदद से यह टेक्नोलॉजी आंखों में बीमारी के कारण हो रहे छोटे से छोटे बदलाव को भी डिटेक्ट कर सकेगी. टेक्नोलॉजी में एडवांसमेंट के कारण जानकारों का कहना है कि अब बीमार होने पर इलाज की जगह बीमार होने से पहले ही उसके इलाज की तरफ बढ़ने की जरूरत है. उन्होंने टेक्नोलॉजी को इलाज के साथ-साथ बीमारी की पहचान और होने से पहले ही उसकी रोकथाम के लिए इस्तेमाल करने की सलाह दी है.

ये भी पढ़ें-

भयंकर खतरे में Android स्मार्टफोन यूजर्स, सरकार ने जारी किया हाई-रिस्क अलर्ट, ये काम नहीं किया तो हो जाएगी मुश्किल

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow