ब्रेन स्ट्रोक से पहले शरीर करता है ये इशारे, दिखते ही भागें डॉक्टर के पास

ब्रेन स्ट्रोक आज के समय में एक गंभीर और तेजी से बढ़ती हेल्थ प्रॉब्लम बन गई है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, हर साल दुनिया भर में लाखों लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं. भारत में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. स्ट्रोक को सामान्य भाषा में लकवा मारना भी कहा जाता है. इसमें दिमाग की ब्लड बेसेल्स (blood vessels) में रुकावट या फटने से ब्लड का का फ्लो प्रभावित हो जाता है. नतीजा यह होता है कि ब्रेन के सेल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और एनर्जी नहीं मिलता और वे मरने लगते हैं. अक्सर लोग स्ट्रोक को अचानक होने वाली समस्या मानते हैं, लेकिन सच यह है कि शरीर पहले से ही इसके संकेत देने लगता है. अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए और तुरंत डॉक्टर की मदद ली जाए, तो जान बचाई जा सकती है. स्ट्रोक से पहले दिखने वाले प्रमुख लक्षण चेहरे का टेढ़ा होना (Facial Drooping) अचानक चेहरे का एक हिस्सा टेढ़ा पड़ जाना या मुस्कुराने में दिक्कत होना स्ट्रोक का पहला संकेत हो सकता है. हाथ-पैर में कमजोरी (Weakness in Limbs) अगर हाथ या पैर अचानक सुन्न पड़ जाएं या उनमें ताकत न रहे, खासकर शरीर के एक ही हिस्से में, तो इसे हल्के में न लें. बोलने में दिक्कत (Slurred Speech) यदि व्यक्ति अचानक साफ बोल न पा रहा हो, उसकी आवाज लड़खड़ाने लगे या शब्द सही से न निकलें, तो यह स्ट्रोक का संकेत है. देखने की क्षमता कमजोर होना (Vision Problem) आंखों के सामने धुंधलापन आना या अचानक साफ न दिखना भी स्ट्रोक का शुरुआती लक्षण हो सकता है. भयंकर सिरदर्द (Severe Headache) अचानक और सहने से ऊपर का सिरदर्द महसूस होना, खासकर बिना किसी वजह के बिना भी ब्रेन स्ट्रोक का इशारा हो सकता है. संतुलन बिगड़ना (Loss of Balance) चलने में कठिनाई, चक्कर आना या संतुलन न बना पाना भी चेतावनी का संकेत है. कब पहुंचें डॉक्टर के पास? स्ट्रोक के मामले में “Time is Brain” कहा जाता है. यानी जितनी जल्दी इलाज मिलेगा, उतनी ज्यादा ब्रेन सेल्स बचाई जा सकती हैं. अगर आपको एक भी लक्षण दिखें तो देर न करें और तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचें. बचाव कैसे करें? ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं. नियमित एक्सरसाइज करें. हेल्दी और संतुलित डाइट लें. डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें. डॉक्टर क्या कहते हैं पटना स्थित प्राइवेट क्लीनिक के डॉ. सरवर निया बताते हैं, "ब्रेन स्ट्रोक अचानक से जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन शरीर पहले ही छोटे-छोटे इशारे करता है. चेहरे का टेढ़ा होना, बोलने में दिक्कत, हाथ-पैर में कमजोरी जैसे लक्षणों को कभी नजरअंदाज न करें. सही समय पर डॉक्टर तक पहुंचना आपकी जिंदगी बचा सकता है." इसे भी पढ़ें- मेट्रो सिटीज में कितनी महंगी है कॉस्ट ऑफ लिविंग? रहने से लेकर खाने तक... लाइफस्टाइल में ही इतने हो जाते हैं खर्च Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Sep 3, 2025 - 15:32
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ब्रेन स्ट्रोक से पहले शरीर करता है ये इशारे, दिखते ही भागें डॉक्टर के पास

ब्रेन स्ट्रोक आज के समय में एक गंभीर और तेजी से बढ़ती हेल्थ प्रॉब्लम बन गई है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक, हर साल दुनिया भर में लाखों लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं. भारत में भी यह समस्या तेजी से बढ़ रही है. स्ट्रोक को सामान्य भाषा में लकवा मारना भी कहा जाता है. इसमें दिमाग की ब्लड बेसेल्स (blood vessels) में रुकावट या फटने से ब्लड का का फ्लो प्रभावित हो जाता है. नतीजा यह होता है कि ब्रेन के सेल्स को पर्याप्त ऑक्सीजन और एनर्जी नहीं मिलता और वे मरने लगते हैं.

अक्सर लोग स्ट्रोक को अचानक होने वाली समस्या मानते हैं, लेकिन सच यह है कि शरीर पहले से ही इसके संकेत देने लगता है. अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए और तुरंत डॉक्टर की मदद ली जाए, तो जान बचाई जा सकती है.

स्ट्रोक से पहले दिखने वाले प्रमुख लक्षण

चेहरे का टेढ़ा होना (Facial Drooping)

अचानक चेहरे का एक हिस्सा टेढ़ा पड़ जाना या मुस्कुराने में दिक्कत होना स्ट्रोक का पहला संकेत हो सकता है.

हाथ-पैर में कमजोरी (Weakness in Limbs)

अगर हाथ या पैर अचानक सुन्न पड़ जाएं या उनमें ताकत न रहे, खासकर शरीर के एक ही हिस्से में, तो इसे हल्के में न लें.

बोलने में दिक्कत (Slurred Speech)

यदि व्यक्ति अचानक साफ बोल न पा रहा हो, उसकी आवाज लड़खड़ाने लगे या शब्द सही से न निकलें, तो यह स्ट्रोक का संकेत है.

देखने की क्षमता कमजोर होना (Vision Problem)

आंखों के सामने धुंधलापन आना या अचानक साफ न दिखना भी स्ट्रोक का शुरुआती लक्षण हो सकता है.

भयंकर सिरदर्द (Severe Headache)

अचानक और सहने से ऊपर का सिरदर्द महसूस होना, खासकर बिना किसी वजह के बिना भी ब्रेन स्ट्रोक का इशारा हो सकता है.

संतुलन बिगड़ना (Loss of Balance)

चलने में कठिनाई, चक्कर आना या संतुलन न बना पाना भी चेतावनी का संकेत है.

कब पहुंचें डॉक्टर के पास?

स्ट्रोक के मामले में “Time is Brain” कहा जाता है. यानी जितनी जल्दी इलाज मिलेगा, उतनी ज्यादा ब्रेन सेल्स बचाई जा सकती हैं. अगर आपको एक भी लक्षण दिखें तो देर न करें और तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचें.

बचाव कैसे करें?

  • ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें.
  • धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं.
  • नियमित एक्सरसाइज करें.
  • हेल्दी और संतुलित डाइट लें.
  • डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें.

डॉक्टर क्या कहते हैं

पटना स्थित प्राइवेट क्लीनिक के डॉ. सरवर निया बताते हैं, "ब्रेन स्ट्रोक अचानक से जानलेवा साबित हो सकता है, लेकिन शरीर पहले ही छोटे-छोटे इशारे करता है. चेहरे का टेढ़ा होना, बोलने में दिक्कत, हाथ-पैर में कमजोरी जैसे लक्षणों को कभी नजरअंदाज न करें. सही समय पर डॉक्टर तक पहुंचना आपकी जिंदगी बचा सकता है."

इसे भी पढ़ें- मेट्रो सिटीज में कितनी महंगी है कॉस्ट ऑफ लिविंग? रहने से लेकर खाने तक... लाइफस्टाइल में ही इतने हो जाते हैं खर्च

Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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