ट्रंप के टैरिफ के बीच RBI के दखल की बढ़ी आशंका, पांच महीने के निचले स्तर से अब ऊपर उठा रुपया
Dollar vs Rupee: एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत नए टैरिफ और रूस से कच्चे तेल की खरीद पर जुर्माने की घोषणा से गुरुवार सुबह शेयर बाजार में हड़कंप मच गया, वहीं कुछ ही मिनटों में निवेशकों के करोड़ों रुपये डूब गए. इस बीच, भारतीय रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान मामूली रूप से 14 पैसे सुधरकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.66 पर पहुंच गया, जो अब तक का इसका सबसे निचला स्तर है. रुपये में रिकवरी: रुपये में यह रिकवरी ऐसे समय में देखने को मिली है, जब ट्रंप की चेतावनी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हस्तक्षेप की आशंका बढ़ गई थी. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि पिछले तीन वर्षों में डॉलर के मुकाबले रुपये में एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट यानी 89 पैसे के बाद इसमें थोड़ी वापसी हुई है. हालांकि, यह अभी भी नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहा है. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर 87.80 पर पहुंच गया था. वहीं, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 प्रतिशत गिरकर 99.78 पर आ गया. शेयर बाजार में गिरावट: ट्रंप के टैरिफ की घोषणा के बाद भारतीय घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 582.49 अंक लुढ़ककर 80,899.37 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 50 भी 151.70 अंक टूटकर 24,802.45 पर आ गया. इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.19 प्रतिशत गिरकर 73.10 डॉलर प्रति बैरल रह गई. स्टॉक मार्केट के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) बुधवार को शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने कुल 850.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. दूसरी ओर, फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में किसी तरह की कटौती नहीं की है. भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते (ट्रेड डील) को लेकर बातचीत जारी है, जिससे निर्यातकों को अभी भी उम्मीद बनी हुई है.. ये भी पढ़ें: सिर्फ 15 मिनट में निवेशकों के 5 लाख करोड़ स्वाहा, ट्रंप के टैरिफ वॉर से शेयर मार्केट में हड़कंप

Dollar vs Rupee: एक तरफ जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 25 प्रतिशत नए टैरिफ और रूस से कच्चे तेल की खरीद पर जुर्माने की घोषणा से गुरुवार सुबह शेयर बाजार में हड़कंप मच गया, वहीं कुछ ही मिनटों में निवेशकों के करोड़ों रुपये डूब गए. इस बीच, भारतीय रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान मामूली रूप से 14 पैसे सुधरकर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 87.66 पर पहुंच गया, जो अब तक का इसका सबसे निचला स्तर है.
रुपये में रिकवरी:
रुपये में यह रिकवरी ऐसे समय में देखने को मिली है, जब ट्रंप की चेतावनी के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हस्तक्षेप की आशंका बढ़ गई थी. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि पिछले तीन वर्षों में डॉलर के मुकाबले रुपये में एक दिन में सबसे बड़ी गिरावट यानी 89 पैसे के बाद इसमें थोड़ी वापसी हुई है. हालांकि, यह अभी भी नकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहा है.
बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर 87.80 पर पहुंच गया था. वहीं, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.03 प्रतिशत गिरकर 99.78 पर आ गया.
शेयर बाजार में गिरावट:
ट्रंप के टैरिफ की घोषणा के बाद भारतीय घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 582.49 अंक लुढ़ककर 80,899.37 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 50 भी 151.70 अंक टूटकर 24,802.45 पर आ गया. इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ब्रेंट क्रूड की कीमत 0.19 प्रतिशत गिरकर 73.10 डॉलर प्रति बैरल रह गई.
स्टॉक मार्केट के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) बुधवार को शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने कुल 850.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. दूसरी ओर, फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में किसी तरह की कटौती नहीं की है. भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते (ट्रेड डील) को लेकर बातचीत जारी है, जिससे निर्यातकों को अभी भी उम्मीद बनी हुई है..
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