आतंकी नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई: देशभर में 21 ठिकानों पर छापे, ISIS से जुड़े सबूत बरामद
आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामले की जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार (08 सितंबर, 2025) को देशभर में बड़ी छापेमारी की, जिसमें कई अहम खुलासे हुए. एजेंसी ने आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़ी साजिश के केस में बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में कुल 21 ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली. इस दौरान कई डिजिटल डिवाइस और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए. सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान में कई ऐसी संगठनें सक्रिय हैं, जिन्हें अभी तक प्रतिबंधित नहीं किया गया है. ये संगठन सोशल मीडिया के जरिए भारत के युवाओं को बरगलाने का काम कर रहे हैं, ताकि उन्हें आतंकी गतिविधियों में झोंका जा सके. एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए ये संगठन अलग-अलग नए नामों से सामने आते हैं और आतंक की साजिश को अंजाम देने की कोशिश करते हैं. जांच में आईएसआईएस समर्थक का खुलासा छापेमारी के दौरान एनआईए ने मुंबई के कुर्ला सर्कल, कसाईवाड़ा इलाके से 35 वर्षीय एक युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. जांच में पता चला कि वह कई संदिग्ध आईएसआईएस समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट्स का करीबी अनुयायी था. एजेंसी ने उसके डिजिटल और वास्तविक नेटवर्क की पड़ताल की और कई घंटों की पूछताछ के बाद उसे रिहा कर दिया. हालांकि, उसका डिजिटल फुटप्रिंट और ऑनलाइन इंटरैक्शन की जांच अब भी जारी है. यह मामला मूल रूप से तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले से जुड़ा है, जिसे जून 2025 में एनआईए ने अपने हाथ में लिया था. इसकी शुरुआत अखलाथुर उर्फ मोहम्मद अखलक मुजाहिद की गिरफ्तारी से हुई थी, जिस पर भारत में आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है. पाकिस्तान व सीरिया यूनिट्स से संबंध एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि मुजाहिद सोशल मीडिया के जरिए प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से संपर्क में था और पाकिस्तान व सीरिया स्थित कई यूनिट्स से उसका सीधा संबंध था. साजिश का मकसद भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए लोगों और संसाधनों को जुटाना था. एनआईए ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई एक बड़े आतंकी नेटवर्क की जांच का हिस्सा है और आगे भी छापेमारी व गिरफ्तारियों की संभावना बनी हुई है. ये भी पढ़ें:- भारत में तस्करी कर लाया गया एक हजार किलो सोना! ED ने दिल्ली-NCR में मारी रेड; सामने आया चीन कनेक्शन

आतंकी गतिविधियों से जुड़े मामले की जांच के दौरान राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार (08 सितंबर, 2025) को देशभर में बड़ी छापेमारी की, जिसमें कई अहम खुलासे हुए. एजेंसी ने आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़ी साजिश के केस में बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर में कुल 21 ठिकानों पर एक साथ तलाशी ली. इस दौरान कई डिजिटल डिवाइस और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए.
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान में कई ऐसी संगठनें सक्रिय हैं, जिन्हें अभी तक प्रतिबंधित नहीं किया गया है. ये संगठन सोशल मीडिया के जरिए भारत के युवाओं को बरगलाने का काम कर रहे हैं, ताकि उन्हें आतंकी गतिविधियों में झोंका जा सके. एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए ये संगठन अलग-अलग नए नामों से सामने आते हैं और आतंक की साजिश को अंजाम देने की कोशिश करते हैं.
जांच में आईएसआईएस समर्थक का खुलासा
छापेमारी के दौरान एनआईए ने मुंबई के कुर्ला सर्कल, कसाईवाड़ा इलाके से 35 वर्षीय एक युवक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया. जांच में पता चला कि वह कई संदिग्ध आईएसआईएस समर्थक सोशल मीडिया अकाउंट्स का करीबी अनुयायी था. एजेंसी ने उसके डिजिटल और वास्तविक नेटवर्क की पड़ताल की और कई घंटों की पूछताछ के बाद उसे रिहा कर दिया. हालांकि, उसका डिजिटल फुटप्रिंट और ऑनलाइन इंटरैक्शन की जांच अब भी जारी है.
यह मामला मूल रूप से तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले से जुड़ा है, जिसे जून 2025 में एनआईए ने अपने हाथ में लिया था. इसकी शुरुआत अखलाथुर उर्फ मोहम्मद अखलक मुजाहिद की गिरफ्तारी से हुई थी, जिस पर भारत में आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है.
पाकिस्तान व सीरिया यूनिट्स से संबंध
एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि मुजाहिद सोशल मीडिया के जरिए प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से संपर्क में था और पाकिस्तान व सीरिया स्थित कई यूनिट्स से उसका सीधा संबंध था. साजिश का मकसद भारत के खिलाफ जिहाद छेड़ने के लिए लोगों और संसाधनों को जुटाना था. एनआईए ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई एक बड़े आतंकी नेटवर्क की जांच का हिस्सा है और आगे भी छापेमारी व गिरफ्तारियों की संभावना बनी हुई है.
ये भी पढ़ें:- भारत में तस्करी कर लाया गया एक हजार किलो सोना! ED ने दिल्ली-NCR में मारी रेड; सामने आया चीन कनेक्शन
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