अनीश दयाल सिंह बनें डिप्टी NSA, जानें कहां से की है पढ़ाई-लिखाई? यहां दे चुके हैं सेवाएं
देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले और लंबे समय तक खुफिया सेवा से जुड़े रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी अनीश दयाल सिंह को डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (Deputy NSA) की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. अनीश दयाल सिंह 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं और मणिपुर कैडर से उनका नाता रहा. उनका जन्म 1964 में प्रयागराज में हुआ था. पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया. तीन दशक का खुफिया अनुभव अनीश दयाल सिंह का करियर बेहद शानदार और अनुशासन से भरा रहा है. लगभग 30 साल तक उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में महत्वपूर्ण सेवाएं दीं. इस दौरान वे ज्वाइंट डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर जैसे बड़े पदों पर कार्यरत रहे. कई अहम खुफिया अभियानों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर रही, जिन्हें उन्होंने पूरी कुशलता और रणनीति के साथ अंजाम दिया. आईटीबीपी और एसएसबी की कमान अक्टूबर 2022 में उन्हें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) का महानिदेशक (DG) बनाया गया था. इसके साथ ही उन्हें सशस्त्र सीमा बल (SSB) की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी. इन पदों पर रहते हुए उन्होंने सीमा सुरक्षा और बलों की संगठनात्मक मजबूती पर विशेष ध्यान दिया. सीआरपीएफ में यादगार कार्यकाल 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक अनीश दयाल सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के डायरेक्टर जनरल भी रहे. उनके नेतृत्व में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए. जिनमें नक्सल-ग्रस्त इलाकों में FOBs (Forward Operating Bases) की स्थापना की गई. CRPF की चार नई बटालियन जोड़ी गईं. बल की बटालियनों का पुनर्गठन किया गया ताकि ऑपरेशनल क्षमता बढ़े. देश की सुरक्षा में नई भूमिका अनीश दयाल सिंह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टीम का हिस्सा बन गए हैं. उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को लेकर कई बड़ी चुनौतियां सामने हैं.यह भी पढ़ें : ये है आइंस्टीन से भी ज्यादा आईक्यू वाली महनूर चीमा, महज 18 साल की उम्र में कर दिया कमाल

देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले और लंबे समय तक खुफिया सेवा से जुड़े रहे पूर्व आईपीएस अधिकारी अनीश दयाल सिंह को डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (Deputy NSA) की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है.
अनीश दयाल सिंह 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं और मणिपुर कैडर से उनका नाता रहा. उनका जन्म 1964 में प्रयागराज में हुआ था. पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो उन्होंने स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईपीएस बनने का सपना पूरा किया.
तीन दशक का खुफिया अनुभव
अनीश दयाल सिंह का करियर बेहद शानदार और अनुशासन से भरा रहा है. लगभग 30 साल तक उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में महत्वपूर्ण सेवाएं दीं. इस दौरान वे ज्वाइंट डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर जैसे बड़े पदों पर कार्यरत रहे. कई अहम खुफिया अभियानों की जिम्मेदारी उनके कंधों पर रही, जिन्हें उन्होंने पूरी कुशलता और रणनीति के साथ अंजाम दिया.
आईटीबीपी और एसएसबी की कमान
अक्टूबर 2022 में उन्हें भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) का महानिदेशक (DG) बनाया गया था. इसके साथ ही उन्हें सशस्त्र सीमा बल (SSB) की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी. इन पदों पर रहते हुए उन्होंने सीमा सुरक्षा और बलों की संगठनात्मक मजबूती पर विशेष ध्यान दिया.
सीआरपीएफ में यादगार कार्यकाल
1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक अनीश दयाल सिंह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के डायरेक्टर जनरल भी रहे. उनके नेतृत्व में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए. जिनमें नक्सल-ग्रस्त इलाकों में FOBs (Forward Operating Bases) की स्थापना की गई. CRPF की चार नई बटालियन जोड़ी गईं. बल की बटालियनों का पुनर्गठन किया गया ताकि ऑपरेशनल क्षमता बढ़े.
देश की सुरक्षा में नई भूमिका
अनीश दयाल सिंह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टीम का हिस्सा बन गए हैं. उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को लेकर कई बड़ी चुनौतियां सामने हैं.
यह भी पढ़ें : ये है आइंस्टीन से भी ज्यादा आईक्यू वाली महनूर चीमा, महज 18 साल की उम्र में कर दिया कमाल
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